हजारों महिलाओं के लिए वरदान बनी गृहिणी सुविधा योजना
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हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना गरीब परिवारों, महिलाओं को सुविधा देने में कारगर साबित हो रही है। इसमें सरकार पात्र लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन, चूल्हे और सिलेंडर प्रदान कर रही है। प्रदेश सरकार की गृहिणी सुविधा योजना की बदौलत दिसम्बर 2019 में हिमाचल देश का पहला एलपीजी युक्त और धुआं मुक्त राज्य बना। धुएं से होने वाली बीमारियों से महिलाओं को निजात दिलाने के लिए हिमाचल सरकार अधिक से अधिक महिलाओं को लाभ पहुंचाने के लिए गृहिणी सुविधा योजना की शुरुआत की गई थी, जिसका लाभ प्रदेश के हज़ारों परिवारों को मिला है। जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार की ओर से उज्ज्वला योजना के तहत 21.81 करोड़ रुपये की लागत से हिमाचल में 1.36 लाख निःशुल्क घरेलू कनेक्शन दिए गए, जबकि हिमाचल सरकार की गृहिणी सुविधा योजना के तहत करीब 120 करोड़ रुपये खर्च कर 3.23 लाख गृहिणियों को मुफ्त गैस सिलेंडर दिए गए है। वहीं बीते बजट में मुख्यमंत्री द्वारा इस योजना में प्रदान किये जा रहे 2 रिफिल की बजाय अब 3 निशुल्क रिफिल देने की घोशणा की गई है।
क्या है गृहिणी सुविधा योजना का उद्देश्य
हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना का उद्देश्य उन गरीब लोगो को गैस चूल्हा उपलब्ध करवाना है जो अभी भी ईंधन के लिए लकड़ी का उपयोग करते है। इस योजना के अंतर्गत ऐसी महिलाओ को लाभ प्रदान कर उनके और बच्चो के स्वस्थ की देखभाल करना है। इससे महिलाओ को ईंधन के लिए लकड़ी का प्रयोगनहीं करना होगा और पर्यावरण प्रदूषण भी नहीं होगा।
लाभार्थियों का क्या कहना है
मंडी के खलियार की पूजा और गोहर के ख्योड़ की ललिता ने हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत मिले मुफ्त गैस कनेक्शन और सिलेंडर से महिलाओं केे जीवन में आए सुधार को प्रदेश सरकार की बड़ी सौगात बताया है। वही ख्योड़ की ही एक और लाभार्थी तारा देवी का कहना है कि इस सुविधा के लिए वे ओर उनका पूरा परिवार प्रदेश सरकार के शुक्रगुजार हैं। बता दें, प्रदेश सरकार ने अपने चार वर्ष के कार्यकाल में हिमाचल में 3.23 लाख परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन और सिलेंडर दिए हैं। इस पर 119.90 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। दिसंबर 2019 में हिमाचल को चूल्हा धुआंमुक्त राज्य घोषित किया गया। हिमाचल यह उपलब्धि प्राप्त करने वाला देश का पहला राज्य बना है ।
जिला मंडी में 60 हजार 961 गृहिणियों को मिला लाभ
अकेले मंडी जिले में ही 60 हजार 961 गृहिणियों की रसोई को धुंआ मुक्त करने का कार्य किया है। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक लक्ष्मण कनेट मंडी जिले के विधानसभा क्षेत्रवार आंकड़ों के अनुसार मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र में 3555, बल्ह में 4065, सुंदरनगर में 6813, नाचन में 5960, करसोग में 5825 गृहिणियों की रसोई धुंआ रहित हुई है। इसी तरह सराज विधानसभा क्षेत्र में 7047, सरकाघाट में 8250, धर्मपुर में 5250, जोगिन्दर नगर में 6136 और द्रंग में 8060 गृहिणियों की रसोई को प्रदेश सरकार ने धुंआ मुक्त करने का कार्य किया है। उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी का कहना है कि मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना से लाभ पाकर महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ समय की भी बचत हुई है। वे अपना समय अब अन्य आर्थिक गतिविधियों में लगाकर सशक्तिकरण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही हैं।