प्रदेश में अप्रैल माह में मौसम ने ली करवट, झमाझम बरसे बादल, लाहौल में भारी बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश में अप्रैल के महीने में मौसम ने ज़ोरदार करवट ली है। प्रदेश में बुधवार रात को बादल झमाझम बरसते रहे। राजधानी शिमला में सबसे अधिक 82 मिलीमीटर बारिश का रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। प्रदेश के छह मध्य पर्वतीय जिलों में आज अंधड़, ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 24 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। 25 अप्रैल से धूप खिलेगी और मौसम साफ होने पर तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। वहीं, अच्छी बारिश के बाद पेयजल स्रोत रिचार्ज हो गए हैं। करीब 250 योजनाओं के स्रोतों में पानी लौट आया है। गर्मी में पेयजल संकट से अब कुछ राहत मिलेगी। दूसरी ओर मनाली, रोहतांग दर्रा के साथ बारालाचा व लाहौल घाटी में बुधवार रात को भारी बर्फबारी हुई है। ताज़ा बर्फ़बारी के चलते मनाली-लेह मार्ग फिर से बंद हो गया जिससे लाहौल में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बिजली के साथ दूरसंचार सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है।
बर्फ़बारी से बंद मनाली-लेह मार्ग बीआरओ के साथ इस मार्ग पर सफर करने वाले लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। दो दिनों के भीतर बीआरओ और पुलिस ने बारालाचा दर्रा से 233 लोगों को रेस्क्यू किया और साथ ही बुधवार रात भर बारालाचा में फंसे ट्रक चालकों सहित अन्य लोगों को रेस्क्यू कर जिंगजिंगबार बीआरओ के कैंप में पहुंचाया। इसमें कई महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे। बारालाचा में 100, रोहतांग दर्रा में 90, कुंजुम दर्रा में 70, कोकसर में 60 तथा अटल टनल के दोनों छोर में 40 सेंटीमीटर, केलांग में 15, दारचा, जिस्पा और गेमूर में 45, काजा में 10, लोसर में 30 सेंटीमीटर बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। हालांकि गुरुवार सुबह मौसम खुलने के बाद धूप खिल गई है। धूप खिलने से लोगों को काफी राहत मिली है। कुल्लू व लाहौल की ऊंची चोटियों में बर्फ की सफेद चादर बिछ जाने के बाद यहां की वादियां निखर गई हैं।