हिमाचल के पहाड़ी मटर की बंगलुरु में हाई डिमांड, 120 रुपये प्रति किलो तक बिका
हिमाचल प्रदेश के मटर की आजकल बंगलुरु में धूम है। ठियोग की पराला मंडी से भारी मांग के चलते करीब 6 से 8 टन मटर हवाई सेवा के जरिए बंगलुरु जा रहा है। मटर खाने में स्वादिष्ट और सेहत के लिहाज से पौष्टिक है इसलिए हिमाचल के पहाड़ी मटर की इन दिनों बंगलुरु में भारी डिमांड है। शिमला जिला के ठियोग, मंडी के करसोग और सिरमौर के गिरीपार का मटर ऑन डिमांड बंगलुरु तक पहुंचाया जा रहा है। पराला मंडी के कारोबारी विशेष पैकिंग के बाद छोटे ट्रकों से मटर चंडीगढ़ पहुंचा रहे हैं, जहां से कार्गो के जरिए मटर बंगलुरु पहुंच रहा है। मंडी में किसानों से मटर की 50 से 52 रुपये प्रति किलो खरीद हो रही है। चंडीगढ़ तक पहुंचने का ट्रक का प्रति किलो भाड़ा करीब 3 रुपये और चंडीगढ़ से बंगलुरु के लिए कार्गो का प्रति किलो भाड़ा करीब 47 रुपये पड़ रहा है। ट्रांसपोर्टेशन के लगभग 100 रुपये खर्चे के बाद बंगलुरु में हिमाचली मटर 110 से 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
पराला मंडी आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष और नीटू फ्रूट एजेंसी के संचालक नीटू चौहान ने बताया कि हवाई सेवा के जरिए बंगलुरु के लिए मटर भेजा जा रहा है, जिस पर करीब 50 रुपये प्रति किलो खर्चा पड़ रहा है। शिमला जिला में सालाना मटर का करीब 100 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। हिमाचल से दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और सूरत सहित अन्य शहरों को मटर की सप्लाई होती है। इस साल 180 से 200 मीट्रिक टन मटर के उत्पादन का अनुमान है।