हिमाचल : किन्नौर के बागवान मायूस, उचित दाम को तरसा किन्नौरी सेब
प्रदेश में इस बार सेब की बम्पर फसल हुई है। लेकिन वंही सेब के सही दाम ना मिल पाने की कारण बागवान मायूस है। अपने स्वाद और गुणवत्ता के लिए देश भर में प्रसिद्ध किन्नौरी सेब तक को उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। बागवानों का कहना है कि इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले अच्छी फसल हुई है। लेकिन मंडियों में दाम गिरने के कारण बागवानों को आर्थिक नुकसान का डर सताने लगा है। सेब की 45,862 पेटिया अभी तक निचार, कल्पा और पूह खंड से मंडियों में भेजी जा चुकी है। 28 से 30 किलो पेटी का दाम 1500 से 1800 तक मिल रहा है ,जबकि इससे पहले 2000 से 3200 अधिकतम मूल्य बागवानों को मिलता था। 8 से 10 किलो पेटी का दाम 800 से 1200 मिल रहा है। गौरतलब है कि किन्नौर जिले से अभी तक रत्नपुर फल मंडी में 4546, शिमला 121, सोलन 2984, चंडीगढ़ 11263, दिल्ली 2622, मुंबई 6614, बिथल 6203, सैंज 2485, मतियाना 358, परवाणू 3510, नारकंडा 3103 और खेगसू मंडी में सेब की 1050 पेटियां भेजी गई हैं। टापरी फल मंडी में तीन दिनों में सेब की 2000 पेटियां पहुंची हैं। वंही, बागवानों ने प्रशासन और बागवानी विभाग से मांग की है कि बागवानों की हित में उचित कदम उठाया जाए।