कराेड़ाें के घाटे में हिमाचल के बाेर्ड-निगम, फिर भी हाैसले बुलंद
आरपी नेगी, शिमला
हिमाचल में सरकार के अधीन चल रहे बाेर्ड और निगम इस वक्त कराेड़ाें के घाटे में हैं। बावजूद इसके सरकार इनके चेयरमैन और वायस चेयरमैन के मानदेय में हर साल चार से पांच कराेड़ रूपए खर्च कर रही है। विधायक जगत सिंह नेगी द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में सीएम के लिए प्राधिकृत जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि यह चिंता का विषय है। उन्हाेंने कहा कि यह प्रथा आज की नहीं है, बल्कि पिछले कई वर्षाें से चल रही है। उन्हाेंने कहा कि वर्मान में 11 निगम और एक बाेर्ड घाटे में है। सबसे अधिक एचआरटीसी जाे 153370 लाख और दूसरे नंबर पर राज्य बिजली बाेर्ड 152059 लाख के घाटे में हैं। निगम और बाेर्ड के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के मानदेय में अब तक यानी तीन साल में 15 कराेड़ से अधिक का खर्चा आंका गया।
ये हैं घाटे वाले बाेर्ड/निगम
बाेर्ड/निगम घाटा लाख में
एचपीटीडीसी 5032.61
हिमऊर्जा 36199
एससी,एसटी निगम 2623.79
अल्पसंख्यक निगम 619.44
एचपीएमसी 11042.24
एचआरटीसी 153370.43
वित्त निगम 15348.29
एचपीएसआईडीसी 936.12
पावर ट्रांसमिशन 10836.88
बिजली बाेर्ड 152059.37