पंजाब के इतिहास का नया दिन ,चरणजीत सिंह चन्नी ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद आज चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली हैं। उनके साथ सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली हैं। चन्नी पंजाब में अनुसूचित जाति के पहले मुख्यमंत्री है। इसे कांग्रेस का मास्टस्ट्रोक माना जा रहा हैं। चमकौर साहिब से विधायक चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री हैं। वह रामदसिया समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उनकी नियुक्ति के साथ, कांग्रेस मार्च 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले 32 प्रतिशत दलित मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है। वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं ,इस क्षेत्र से साल 2007 में पहली बार विधायक बने और इसके बाद लगातार जीत दर्ज की। वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के शासनकाल के दौरान साल 2015-16 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी थे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से यह कहकर इस्तीफा दे दिया था कि वह 'अपमानित' महसूस कर रहे हैं। इससे पहले दिन में, कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम अगले मुख्यमंत्री के लिए सामने आया था ,लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में नहीं चुने जाने से नाराज रंधावा ने मीडिया से कहा, "यह आलाकमान का फैसला है, मैं इसका स्वागत करता हूं। चन्नी मेरे छोटे भाई की तरह हैं, मैं बिल्कुल भी निराश नहीं हूं।