एक बार भाजपा, एक बार कांग्रेस की प्रथा होगी समाप्त : सुरेश कश्यप
पिछले साल काेराेना काल में प्रदेश भाजपा के कैप्टन की ज़िम्मेवारी सांसद सुरेश कश्यप काे मिली थी और इसे एक साल से अधिक का समय हो चुका है। इस दाैरान सरकार और संगठन में कई बदलाव भी हुए, जिसमें मंत्रीमंडल विस्तार से लेकर बाेर्ड-निगमाें में उपाध्यक्ष के पदाें की नियुक्तियां प्रमुख हैं। पच्छाद विधानसभा सीट से 2017 में चुनाव जीतने के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में सुरेश कश्यप काे शिमला संसदीय सीट से टिकट दिया गया और जीत भी गए। मई 2020 में काेराेना काल के दौरान हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य घोटाला सामने आया तो डा. राजीव बिंदल काे प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा। पार्टी हाईकमान ने सांसद सुरेश कश्यप को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए काबिल समझा और उन्हें ये महत्वपूर्ण दायित्व मिल गया। बतौर प्रदेश अध्यक्ष उनके अब तक के सफर, मिशन 2022 और कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर फर्स्ट वर्डिक्ट मीडिया ने सुरेश कश्यप से विशेष बातचीत की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश...
सवाल: पिछले साल काेराेना संकट के बीच आपको संगठन की कमान सौंपी गई, बतौर प्रदेश अध्यक्ष अब तक आपने किन चुनौतियों का सामना किया?
जवाब: 22 जुलाई 2020 को राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा द्वारा भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किये जाने के बाद पूरी पार्टी को साथ लेकर चलना और सभी नेताओं को अपने अपने क्षेत्र में सकारात्मक रूप से कार्य में लगना हमारी प्राथमिकता रही है। इस दौरान पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव भी हुए जिनमें भारतीय जनता पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। पंचायती राज चुनाव में 75 प्रतिशत से ज्यादा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष भाजपा के जीत के आए और उसके उपरांत जिला परिषद चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी को अधिकतम समर्थन मिला। नगर निगम चुनाव में भी धर्मशाला में भारतीय जनता पार्टी के महापौर एवं उप महापौर बने जहां कांग्रेसी नेताओं का राज था। हमने मंडी में भी नगर निगम बनाई है, लगातार भाजपा का प्रत्येक चुनाव में अच्छा प्रदर्शन रहा है। भाजपा एक कार्यकर्ता आधारित राजनीतिक दल है और सभी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलना और सब की बात को सुनना और समझना हमारे लिए प्राथमिक कार्य है।
सवाल: काेराेना संकट में संगठन ने सरकार के साथ मिल कर प्राथमिक तौर पर क्या काम किया और केंद्र से कितना सहयोग मिला ?
जवाब: जयराम सरकार प्रदेश में इस संकट की घड़ी में उत्तम कार्य कर रही है। सरकार एवं संगठन पूरे प्रदेश में मिलकर काम कर रहे है, दोनों में बेहतर तालमेल है जिससे जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाया जा रहा है। भाजपा का हिमाचल प्रदेश में एक मजबूत संगठन है जिसका लाभ आमजन को राहत पहुंचाने में मिल रहा है। हाल ही में सेवा ही संगठन भाग-2 के अंतर्गत हमारे चारों संसदीय क्षेत्रों की बैठक संपन्न हुई है और यह बैठक मंडल अनुसार ली गई है। इसमें जिस प्रकार का भी फीडबैक आ रहा था वह सरकार को भेजा गया है और सरकार लगातार इसके अनुसार निर्णय ले रही है। सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में कोरोना के समय किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी है चाहे वो बेड कैपेसिटी हो, ऑक्सीजन, ऑक्सीमीटर, वेंटिलेटर, कॉन्सेन्ट्रेटर हो। सभी मंत्री व विधायक में संगठन के साथ अच्छा तालमेल बना कर कार्य कर रहे है। केंद्र में भी हमारे पास कुशल नेतृत्व है जहाँ हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा है वहीं केंद्र वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर है। सभी नेता हिमाचल के संगठन के साथ लगातार संपर्क में है किसी भी प्रकार के सहयोग एवं सहायता के लिए तत्पर रहते है। हाल ही में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अपने एमपी लैड फंड से हिमाचल प्रदेश कोविड 19 सोलिडेरिटी फण्ड में 2 करोड़ की राशि दी है, साथ में वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भी संगठन के माध्यम से प्रदेश के बारे में वे निरंतर फ़ीडबैक लेते है। इसी तरह केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक जिले को राहत सामग्री प्रदान की है।
सवाल: विपक्ष का आरोप है कि सरकार और संगठन में तालमेल की कमी है? क्या वास्तव में ऐसा है?
जवाब: वास्तव में विपक्ष एक सकारात्मक भूमिका निभाने में विफल रहा है। विपक्ष में आज तक नेतृत्व की खींचतान चली आ रही है और एक दूसरे को नीचा दिखाने की होड़ मची है। आज विपक्ष नेतृत्वहीन हो चुका है। उनके पास ना तो नीति है और ना नेता। माने तो कांग्रेस आज के समय में एक क्षेत्रीय दल से भी नीचे का राजनीतिक दल बन के रह चुका है। अन्य प्रदेशों में देखे तो कांग्रेस की जमीन खिसक चुकी है। उनके पास अपना वोट बैंक तक नहीं रहा है। देश के कई राज्यों में तो कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पा रही है। सरकार और संगठन में तालमेल का जो आरोप और विपक्ष लगाता है वह निराधार है और तथ्यों के बिना है। हाल ही में आपने देखा होगा किस प्रकार से पोस्टर फाड़ने की राजनीति कांग्रेस पार्टी में हुई है और उसको संभालने में ही कांग्रेस का अधिकतम समय चला गया है। आपदा के समय भी कांग्रेस केवल एक ड्राइंग रूम की पार्टी बन कर रह गई, बंद कमरों में बैठकर महामारी के बारे में टिप्पणी करना उनका कार्य बन गया है। जब इन लोगों ने प्रदेश द्वारा लिए गए हेलीकॉप्टर मामले को भी उठाया था तो उस पर भी उनकी पार्टी दो फाड़ हुई दिखाई दी थी।
विपक्ष स्वयं यू टर्न वाला विपक्ष बन गया है। पहले वह एक निर्णय लेते हैं और उसके बाद उसी निर्णय के बारे में नकारात्मक टिप्पणियां करते हैं, क्या यह एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका है? कुलदीप राठौर, मुकेश अग्निहोत्री, जीएस बाली, काैल सिंह, सुखविंदर सिंह सुक्खू, सुधीर शर्मा सब अपनी अपनी राजनीति में व्यस्त है। देखा जाए तो वास्तव में जमीनी स्तर पर विपक्ष बेहद कमजोर है। शायद विपक्ष अपना प्रतिबिंब देख भाजपा पर टिप्पणियां कर रहा है। सरकार और संगठन मिलकर बढ़िया कार्य कर रहा है जिसके परिणामस्वरूप आज कोविड-19 के सक्रिय मामले पूरे प्रदेश भर में नीचे की ओर आ रहे हैं।
सवाल: अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इसमें सुरेश कश्यप की क्या भूमिका रहेगी ? क्या विधानसभा में लौटने का इरादा है या संगठन में ही आगे काम करना है ?
जवाब: वर्तमान में मैं सांसद के रूप में शिमला निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर गया हूं और हाल ही में मुझे प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। तो मेरा मन है कि मैं संगठन की सेवा कर भारतीय जनता पार्टी को और मजबूत किया जाएं। हमारा लक्ष्य है और हमें यकीन है कि पूर्ण मजबूती के साथ हम 2022 में एक बार फिर हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की शुद्ध सरकार बनाएंगे और एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस की प्रथा को समाप्त करेंगे।
सवाल: मंडी संसदीय सीट और फतेहपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव भी होना है, तो संगठन की ओर से क्या तैयारियां हैं?
जवाब: मंडी संसदीय सीट और फतेहपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव जब भी घोषित होंगे उसके लिए भाजपा तैयार है। हमने फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए भी समन्वयक एवं प्रभारी, सह प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं और हमारी कई बैठकें इन चुनावों को लेकर हो चुकी है। इसी प्रकार हमने मंडी संसदीय सीट के लिए भी समन्वयक, प्रभारी एवं सह प्रभारी नियुक्त कर दिए है। भाजपा का संगठनात्मक स्वरूप विराट है और जिस प्रकार से हम बूथ स्तर पर कार्य करते हैं, किसी भी प्रकार का चुनाव हो पार्टी तैयार है और निश्चित तौर पर हमें जीत मिलेगी। हमारे बूथ अध्यक्ष एवं बूथ त्रिदेव लगातार अपने कार्य में लगे हैं जिनकी मेहनत से हम आने वाले चुनाव निश्चित रूप से जीतेंगे। मंडी संसदीय क्षेत्र में जिस प्रकार से स्वर्गीय पंडित रामस्वरूप ने कार्य किया है वह अपने आप में एक कीर्तिमान स्थापित करता है और लोगों को उनकी कमी हमेशा महसूस होगी।
सवाल: काेराेना काल और विधानसभा सदन में कांग्रेस को विपक्ष की भूमिका में आप किस तरह देखते है?
जवाब: आज के समय में अगर देखा जाए तो कांग्रेस नाम का विपक्ष है, कांग्रेस को किस प्रकार से विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए उसका प्रशिक्षण लेना चाहिए। इस बार विधानसभा में तो कांग्रेस ने पूरी हिमाचल प्रदेश को शर्मसार कर दिया, जब उन्होंने राज्यपाल महोदय के काफिले को रोका और उनके अफसरों के साथ धक्का-मुक्की भी की, उससे आप सब अवगत हैं। कांग्रेस केवल राजनीति में विश्वास रखती है, हिमाचल प्रदेश की छवि को क्या होता है उससे उनका कोई लेना देना नहीं है। विधानसभा में भी अगर गौर किया जाए तो भले ही विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री हैं पर कई विपक्ष के नेता और भी है जो उनसे सहमति नहीं रखते। जब भी प्रदेश हित का मामला आता है तो वह वाक आउट करते हैं, जो कि प्रदेश हित में नहीं है।
सवाल: इन दिनों कांग्रेस में पोस्टर फाड़ाे अभियान शुरु हो चुका है, इस पर आप क्या कहेंगे?
जवाब: यह कांग्रेस पार्टी का निजी मामला है पर इस प्रकार की राजनीति एक बार फिर उनकी मानसिकता को दर्शाती है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है पूर्व में भी कांग्रेस में आपसी लड़ाई देखने को मिली है। एक बार आपको याद होगा कि कांग्रेस दफ्तर में तो कई मुद्दों पर एक दूसरे के सिर भी फोड़ दिए गए थे, वहां के टेबल कुर्सियों को लेकर भी उनके कार्यकर्ता आपस में हमलावर हुए थे। इस प्रकार की राजनीति पूर्ण रूप से स्पष्ट करती है कि कांग्रेस में आपसी प्रतिस्पर्धा चल रही है। जो पार्टी अपने कुनबे को नहीं संभाल कर रख सकती वह पूरे प्रदेश को क्या संभालेगी।
जयराम ने ऊपरी और निचली हिमाचल की राजनीति पर विराम लगाया :
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि जब से प्रदेश में जयराम सरकार बनी है उसी दिन से निचली और ऊपरी हिमाचल के नाम पर होने वाली राजनीति समाप्त हाे गई है। पूरे प्रदेश यानी 68 विधानसभा क्षेत्र और सभी 12 ज़िलों का एक समान विकास करवाना जयराम सरकार की पहली प्राथमिकता है। दिसंबर 2017 से लेकर अब तक लगातार प्रदेश में हर क्षेत्र का विकास हाे रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, राेजगार, उद्याेग, टूरिज्म, जलशक्ति, सड़क, तकनीकी शिक्षा समेत हर क्षेत्र में चहुंमुखी विकास कार्य हुए हैं। जबकि कांग्रेस सरकार में भाजपा विधायकों वाले क्षेत्राें से भेदभाव होता था, मगर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राजनीतिक द्वेष काे दरकिनार कर हर एक विधानसभा क्षेत्र को उसका हक़ दिया है।