राकेश टिकैत के इन 2 बड़े बयानों ने बढ़ाई लोगों की टेंशन, गाजियाबाद जिला प्रशासन सतर्क
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रचार कर लौटे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के 2 बड़े बयानों ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इसके साथ ही गाजियाबाद जिला प्रशासन को भी एक बार फिर परेशानी में डाल दिया है। उत्तर प्रदेश के मथुरा में किसान नेता राकेश टिकैत ने पहले बयान में धरना स्थल पर पक्के निर्माण की बात कही है, तो वहीं दूसरे बयान में उन्होंने कहा है कि जरूरत पड़ने पर दिल्ली-नोएडा स्थित चिल्ला बॉर्डर को दोबारा सील किया जाएगा। इन दोनों बयानों लोग परेशान हैं, क्योंकि चिल्ला बॉर्डर बंद होने से दिल्ली के साथ नोएडा के भी हजारों लोगों का आवागमन पूर्व की तरह बाधित हो जाएगा। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के एक बार फिर से उग्र होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि किसानों की समिति ने अभी तक इसके लिए तिथि पर फैसला नहीं लिया है लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि किसान तीनों कानूनों के खिलाफ है। सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए 26 मार्च को भारत बंद का एलान कर चुके हैं। यदि ऐसा होता है तो एक बार फिर नोएडा से दिल्ली और दिल्ली से नोएडा आने वालों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।
