मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में हुआ हंगामा
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मानसून सक्रिय है और मानसून सत्र का आगाज़ हो चूका है। विधान सभा के अंदर मानसून सत्र के दूसरे दिन गहमा गेहमी देखने को मिली। जहां एक ओर विपक्ष ने अविश्वास पत्र लाकर सरकार को घेरा तो वहीं सत्ता पक्ष ने जमकर पलटवार किया। वहीं मानसून सत्र के दूसरे दिन अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जाने वाली है यह जनता का विश्वास खो चुकी है। महंगाई बेरोजगारी से जनता परेशान हो गई है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा की बात करने वाली इस सरकार में 1574 रेप, 354 मर्डर और 119 महिलाओं के मर्डर हुए हैं। साथ ही उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस भर्ती का मामला सीबीआई को देने के बावजूद इसकी जाँच एसआईटी से कराई गई, यह पर्चा लीक नहीं नीलाम हुआ है। अग्निहोत्री ने कहा कि 6 से 8 लाख में यह पेपर बिका यह पैसा कहां गया , यह पैसा किसने इकट्ठा किया। पेपर बेचने वाले दो सौ के करीब लोग गिरफ्तार हुए लेकिन जो पैसा पेपर बेच कर इकट्ठा हुआ वह कहां है इसकी जाँच कौन करेगा। उन्होंने कहा कि इस सरकार में हर जगह पेपर लीक हुए है। उन्होंने कहा कि 65 हजार करोड़ के 69 नेशनल हाईवे के लिए यह सरकार जमीन अधिग्रहण तक नहीं कर पाई। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं CM जयराम ने कहा कि जैसे ही मामला उनके संज्ञान में आया तुरंत जाँच के आदेश दिए गए। 204 आरोपी आज सलाखों के पीछे है। CM ने कहा कि 2016 में कांग्रेस (Congress) सरकार में पेपर लीक हुआ। कांग्रेस ने तब पेपर रद्द क्यों नहीं किया।