हमीरपुर : मोमेंटो बाँटने से नहीं, सैनिकों को उनका हक देने पर मिलता है सम्मान-कैप्टन प्रकाश
सैनिकों की क्षमता पर सवाल उठाती रही कांग्रेस
वन रैंक वन पेंशन से सैनिक हुए लाभान्वित, सुविधाओं में हुआ सुधार
मीनाक्षी साेनी। हमीरपुर
बड़सर भाजपा मंडल पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष कैप्टेन प्रकाश चंद, महामंत्री सूबेदार बाबू राम व सूबेदार अशोक कुमार ने कहा कि मोदी सरकार ने सैनिकों को उनका हक़ व मान-सम्मान दिया है, जबकि कांग्रेस ने हमेशा सैनिकों की क्षमता पर सवाल उठाती रही है। उन्होंने बड़सर कांग्रेस के सैनिक सम्मान समारोह पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोमेंटो बांटने से सैनिकों का सम्मान नहीं होता। सैनिकों की क्षमता पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस वोट के लिए आज मोमेंटो बांटने में लगी हुई है। ये वही कांग्रेस है, जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक व एयर स्ट्राइक पर सैनिकों की क्षमता पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा हमीरपुर जिला को वीरभूमि के नाम से जाना जाता है तथा जिला के अधिकतर परिवार के लोगों को सेना में सेवा करने का मौका मिला है। सैनिक परिवार सेना का अपमान करने वाली कांग्रेस का कभी साथ नहीं देगी।
कांग्रेस जेएनयू में भारत तेरे टुकड़े होंगे कहने वालों के साथ खड़ी हो गई थी। इतना ही नहीं कांग्रेस ने सेना प्रमुख को 'सड़क का गुंडा' और ओसामा बिन लादेन जैसे कुख्यात आतंकवादी को 'जी' और हाफिज सईद को साहब तक बुला डाला था, जबकि भाजपा ने सैनिकों को उचित सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि 1990 में प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने सांसद रहते हुए पहली बार वन रैंक पेंशन का मुद्दा संसद में उठाया था। इसके बाद देशभर में पूर्व सैनिकों ने इस मांग को लेकर जन आंदोलन शुरू कर दिया था। वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनते ही वन रैंक वन पेंशन को लागू कर दिया गया।
इसके साथ ही सैनिकों को मिलने वाली सुविधाओं में भी सुधार किया। आज जो सैनिक अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं, ये सब भाजपा के कारण ही संभव हो पाया है, जबकि कांग्रेस ने हमेशा सैनिकों व पूर्व सैनिकों को छला है। उन्होंने कहा बड़सर में भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ का गठन बूथ स्तर तक हो चूका है तथा क्षेत्र का हर एक सच्चा सैनिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के साथ खड़ा है।