फतेहपुर : खंड फतेहपुर में जिला स्तरीय विश्व जनसंख्या दिवस का आयोजन

फर्स्ट वर्डिक्ट। फतेहपुर
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला कांगड़ा के सौजन्य से विश्व जनसंख्या दिवस खंड चिकित्सा अधिकारी फतेहपुर के मीटिंग हाल में 11 जुलाई को डॉ. शैली शर्मा की अध्यक्षता में मनाया गया। इस मौके पर डॉ. शैली ने भारत की बढ़ती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि संसार भर में जनसंख्या की दृष्टि से चीन के बाद भारत दूसरे नंबर पर है। इसके बाद अमेरिका इंडोनेशिया तथा पाकिस्तान का नंबर आता है। उन्होंने बताया कि भारत की जनसंख्या इसी प्रकार बढ़ती गई, तो 2050 तक भारत विश्व की जनसंख्या की दृष्टि से नंबर एक बन जाएगा। इस बढ़ती हुई जनसंख्या पर अंकुश लगाने के लिए परिवार नियोजन के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि 27 जून से 10 जुलाई तक दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा और 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य कर्मी/आशा घर-घर जाकर जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं तथा 11 जुलाई से 24 जुलाई तक विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन के कैंप लगाए जाएंगे, जिनमें महिलाओं को कॉपर-टी के साथ-साथ परिवार नियोजन के ऑपरेशन की सुविधा तथा पुरुषों की नसबंदी भी की जाएगी।
इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित डॉ. अनुराधा ने बताया कि बढ़ती जनसंख्या के कारण श्वसन संबंधी बीमारियां, टीबी, मलेरिया, कॉलेरा, डेंगू तथा संक्रामक रोगों के साथ-साथ शहरी भीड़ में पर्यावरणीय परिवर्तन तथा दूषित पानी से कई लोगों की मौत हो जाती है। आबादी बढ़ने से वाहनों की संख्या में भी वृद्धि हुई है और वायु प्रदूषण से दमा, फेफड़ों का कैंसर, सास और गले की बीमारियां तथा कार्डियोवैस्कुलर डिजीज में बढ़ोतरी हुई है। बढ़ते वायु प्रदूषण से ओजोन परत का ह्रास हुआ है और सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणें हमारी रक्षा नहीं कर पा रही है, जिससे मोदी अभी तक तथा स्क्रीन की बीमारियों में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम भी कमजोर हुआ है।बढ़ती हुई जनसंख्या के कारणों में अनपढ़ता, गरीबी, लैंगिक असमानता, लड़के की चाह, जन्म दर में बढ़ोतरी तथा मृत्यु दर में कमी आना, जीवन प्रत्याशा में वृद्धि, रूढ़िवादी सोच तथा परिवार नियोजन के साधनों का कम उपयोग है।
परिणाम स्वरूप रोजगारी, भुखमरी, अशिक्षा, खाद्यान्न संकट व कुपोषण में वृद्धि हुई है। अतः उन्होंने बताया कि आज के युवाओं को लड़के-लड़की में भेदभाव न मानकर उन्हें छोटी उम्र में शादी न करके अर्थात जब तक वे अपनी जिम्मेदारी न समझते हो, अनचाहे गर्भ को टालना, उन्हें गर्भ से संबंधित बीमारियों की जानकारी देना, यौन संचारित रोगों से बचने के उपाय तथा लड़के-लड़कियों में समान शिक्षा देने के बारे में जानकारी दी। इस अवसर आशा कार्यकर्तायों ने स्वागत गीत तथा जनसंख्या विस्फोट पर गाने के साथ-साथ आशाओं के लिए प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया।प्रतियोगिता में भाग लेने वाली आशाओं को पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंगल दास, डॉ. गौरव शर्मा, जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सीआर ठाकुर, स्वास्थ्य शिक्षिका अंजलि, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक रविंदर कुमार, बलविंद्र कौर तथा फतेहपुर अस्पताल के अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे।