आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ का हुआ गठन, सर्वसम्मति से चुने गए पदाधिकारी
हिमाचल प्रदेश में आउटसोर्स कर्मचारी लगातार अपने साथ हो रहे शोषण के खिलाफ आवाज़ उठा रहे है मगर इनका कहना है की सरकार सुध नहीं ले रही। वादें तो कई किये गए मगर आउटसोर्स कर्मचारियों कि स्थायी नीति की मांग आज तक पूरी नहीं की गयी। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए इन कर्मचारियों ने दिनांक 30/11/2020 को कोविड-19 की जारी दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों के भिन्न भिन्न विभागों के सर्वसम्मति से चुने हुए प्रतिनिधियों की ऑनलाइन बैठक का गूगल-मीट प्लेटफार्म द्वारा आयोजन किया, जिसमें कि सर्वसम्मति से आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश का काँगड़ा मुख्यालय में गठन किया गया।
जनरल हाउस ने ऑफिस बेअरर्स श्री शैलेंदर कुमार शर्मा (प्रदेश अध्यक्ष ), अवदेश सरोच (प्रदेश महासचिव) कांगड़ा से, शिमला से राकेश कुमार (प्रदेश उपाध्यक्ष ), पवन कुमार(प्रदेश उपाध्यक्ष), अलोक राज(मुख्य सलाहकार), निहाल शर्मा (मीडिया इंचार्ज), होमकृषण (मीडिया इंचार्ज), सुरक्षा देवी (प्रदेश संयुक्त सचिव), इशू (उपाध्यक्ष), सीमा सांख्यान (कानूनी सलाहकार) आदि का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया।
आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश का कहना है की कोरोना वायरस के इस दौर में भी आउटसोर्स कर्मचारी विभिन्न विभागों में निरंतर अपनी सेवाएं देते रहे है, ऐसे में कई आउटसोर्स कर्मचारी पोसिटिव भी पाए गए है लेकिन फिर भी इन्हे जीवन व्यापन के लिए न्यूनतम वेतन प्राप्त न ही इनके लिए कोई स्थायी नीति बनाई गयी है। ऐसे में आउटसोर्स कर्मचारियों की मांग है की जल्द से जल्द इनके लिए कोई स्थायी नीति बनाई जाये।