पधर : सहारा योजना बन रही है जरूरतमन्दों का 'सहारा'
प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई सहारा योजना का मुख्य उद्देश्य है , राज्य में जो लोग बीमारियों से संक्रमित है और जिनके पास इलाज करवाने के लिए पैसे नहीं है, उन सभी लोगों का इलाज फ्री में करवाया जाएगा। साथ ही उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में नियमावली के अनुसार प्रतिमाह 3000 रुपए की राशि भी प्रदान कराई जाएगी, ताकि वे सभी गरीब लोग अपनी गुजरबसर कर सके। इसी कड़ी में जब लोत राम गांव दारल के घर का दौरा किया गया । वहां पाया कि लोत राम किसी दुर्घटना में वर्ष 2015 में कमर में भारी चोटें लगने के कारण उनका कमर से नीचे का हिस्सा बिल्कुल अपंग हो चुका है। चिकित्सा विशेषज्ञों के निर्देशानुसार उन्हें नियमित दवाइयों का सेवन करने का सुझाव दिया गया । यह भी पाया गया कि अभी तक लोत राम का दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी नहीं बन पाया है। जिस कारण वह दिव्यंगता पेंशन व प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही ,अन्य सुविधाएं सहारा जैसी योजनाओं का लाभ भी नहीं उठा पा रहे है। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार इनका दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवा कर , इन्हें पेंशन वह सहारा योजना के अंतर्गत पंजीकृत करवाया जाएगा, ताकि प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को उपलब्ध करवाई जा रही योजनाओं का लाभ मिल सके। लोत राम ने सरकार से गुहार लगाई कि मैं बेबस हूँ ,ना कमा सकता हूँ और न ही परिवार पाल सकता हूँ। मेरी तीन बेटियां हैं प्रशासन उन्हें पढ़ाए लिखाए तो बहुत आभारी रहूँगा।लोत राम की घर की हालत भी बहुत खराब है घर कच्चा है और बारिश के दिन पानी घर के अन्दर टपकता है। लोत राम की घर की हालत देख कर मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर बनवाया जाएगा।