पेपर लीक मामला: भंग कर्मचारी चयन आयोग का पूर्व सचिव फिर गिरफ्तार
- कार्ट ने 15 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा
पेपर लीक मामले में संलिप्त भंग कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर को विजिलेंस ने फिर गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया है। अदालत ने आरोपी को 15 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा है। आरोपी को दो पोस्टकोड के प्रश्नपत्र लीक मामले में एफआईआर में नामजद किया है। मिली जानकारी के मुताबिक जितेंद्र कंवर को विजिलेंस टीम ने आयोग से निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के घर पर मिले दो परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों के आधार पर गिरफ्तार किया है। 23 दिसंबर, 2022 को जेओए आईटी परीक्षा के पेपर लीक मामले में पहली एफआईआर दर्ज हुई थी। 4 अप्रैल, 2023 को पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी परीक्षा पेपर लीक मामले में पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर को गिरफ्तार किया था।
प्रथम एफआईआर में गिरफ्तारी के बाद पुलिस रिमांड और न्यायिक हिरासत के उपरांत जितेंद्र कंवर को जमानत पर रिहा किया था। पेपर लीक प्रकरण में 28 दिसंबर, 2022 जूनियर ऑडिटर और कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती पेपर लीक मामले में दूसरी एफआईआर दर्ज हुई थी। अब इस एफआईआर पर जितेंद्र कंवर की गिरफ्तारी को अहम माना जा रहा है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि कर्मचारी चयन आयोग से जुड़े कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। भंग आयोग के सचिव के साथ आरोपी जितेंद्र कंवर के पास परीक्षा नियंत्रक और भर्ती रिकॉर्ड के कस्टोडियन का जिम्मा भी था। पेपर लीक प्रकरण में अब तक 13 मामले दर्ज हो चुके हैं।