सदन में शांति, बाहर विपक्ष माैन, सस्पेंड विधयकों की सुनेगा काैन
आरपी नेगी। शिमला
विधानसभा बजट सत्र के पांचवे दिन भले ही सदन की कार्यवाही शांतिपूर्क तरीके से चली, लेकिन बिना विपक्ष के वह माहाैल देखने काे नहीं मिला। विपक्ष आज पूरे दिनभर सदन के बाहर रह कर माैन रूप धारण कर बैठा रहा। राज्यपाल का रास्ता राेकने वाले पांच विधायकों की सस्पेंशन बहाली के लिए विपक्ष पिछले चार दिनों से अड़ा हुआ है, लेकिन सरकार इस जिद में हैं कि कांग्रेस के विधायक राज्यपाल से माफी मांगे। यहां तक कि आज के इस माैन धरने में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी शामिल हुए। वीरवार काे जब ठीक 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरु हुई ताे सबकी नजरें विपक्ष की सीटाें पर पड़ी, मगर यहां काेई भी सदस्य माैजूद नहीं थे। प्रश्नकाल चलता गया और जनहित के सवालाें पर जवाब मिलते रहे। हालांकि विपक्ष के सदस्याें के भी कई सवाल लगे थे, लेकिन उनकी गैर माैजूदगी में सारे के सारे सवाल यूं ही रह गए। आज राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा का अंतिम दिन भी था और सीएम जयराम ठाकुर ने जवाब भी दिया। ऐसे में जाहिर है कि सदन में बिना विपक्ष के जनहित के मुद्दाें पर काेई चर्चा नहीं हाे पाई। सदन में एक मात्र माकपा विधायक राकेश सिंह ने कुछ सवालाें के माध्यम से सरकार काे घेरने की काेशिश की। अब देखना है कि 6 मार्च काे हिमाचल का आम बजट क्या विपक्ष की गैर माैजूदगी में पेश हाेगा या सरकार पांच विधायकों की सस्पेंशन रद्द करवाएगी?