कुनिहार सरकार द्वारा अस्पताल में पर्ची बनाने के लिए 10 रुपए वसूली करने पर लोगों में रोष

कुनिहार: कुनिहार विकास सभा ने हाल ही में एक वर्चुअल बैठक कर हिमाचल प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ तीव्र रोष व्यक्त किया है। सभा के मुख्य सलाहकार धनीराम तंवर, प्रधान गोपाल पंवर और अन्य सदस्यों ने आरोप लगाया कि सरकार प्रतिदिन लोगों पर विभिन्न प्रकार के नए टैक्स थोप रही है। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि किसी भी प्रकार के लाइसेंस बनाने के शुल्क को अब तीन गुना बढ़ा दिया गया है। सभा के सदस्यों ने यह भी उल्लेख किया कि सरकार लगातार 'टॉयलेट पर टैक्स' लगाने जैसे विचारों पर बयान दे रही है, जिससे ऐसा लग रहा है कि कोई भी क्षेत्र टैक्स से अछूता नहीं है। विकास सभा ने विशेष रूप से स्वास्थ्य सुविधाओं पर बढ़ते वित्तीय बोझ पर आपत्ति जताई। सदस्यों ने कहा कि एक तरफ सरकार जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएँ देने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर अब अस्पतालों में रोगी पर्ची बनाने के लिए भी 10 रुपये वसूले जा रहे हैं। उनका तर्क है कि इससे गरीब आदमी के लिए इलाज करवाना और भी मुश्किल हो गया है। सभा ने सरकार की उन घोषणाओं को 'झूठा' करार दिया, जिनमें अखबारों के माध्यम से यह बताया गया था कि अस्पताल पर्ची शुल्क का फैसला वापस ले लिया गया है। सदस्यों का आरोप है कि यह शुल्क अभी भी लगातार वसूला जा रहा है। उन्होंने सरकार के इस बयान पर भी सवाल उठाया कि यह टैक्स हॉस्पिटल प्रबंधक कमेटी ने लगाया है, यह तर्क देते हुए कि बिना सरकार की अनुमति के कोई कमेटी ऐसा टैक्स नहीं लगा सकती। कुनिहार विकास सभा ने इस प्रकार की कार्रवाई को जनता को 'बेवकूफ बनाना' करार दिया है और सरकार से इन मुद्दों पर तुरंत ध्यान देने की मांग की है।