जवाली : लेखन क्षेत्र में एक मिसाल के रूप में उभरी है क्षेत्र की काव्य वर्षा

राजेश कतनौरिया। जवाली
ज्वाली की काव्य वर्षा का लेखन क्षेत्र में सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक मिसाल के रूप में उभरी है। उन्होंने अपनी कविताओं, गानों और कहानियों के माध्यम से कला प्रेमियों के बीच एक ऐसा संबंध स्थापित कर लिया है कि हर कोई उनके कविता और कहानियों का कायल है। बेसब्री से उनकी लिखी कहानी पर बनी फिल्म का इंतज़ार करते हैं और उसे खूब पसंद करते हैं। द पिल्लो, पॉकेट मनी, समाज और गुड बाये पापा की अपार सफलता के बाद उनकी 2 और बड़ी फिल्में बनकर तैयार हैं। आई एम प्रिया जो कि हिमाचली फ़िल्म है अगस्त में रिलीज़ होने जा रही है और हाल ही में चप्पल एक बहुत ही अलग और संवेदनशील मुद्दे पर बनी फिल्म की शूटिंग जसूर शहर में पूरी की गई। जिसमें ईशा और सिमरन सुखवाल ने मुख्य भूमिका निभाई और सहयोगी कलाकारों के रूप में विशाल सेन, विशाल कुमार, गुग्गु गिल और सिद ठाकुर ने अपनी भूमिका निभाई। यह फ़िल्म सितंबर अक्तूबर के आस-पास रिलीज़ की जाएगी। एक बार फिर निर्देशन एकलव्य के हाथ में जो इससे पहले उनकी लिखी 4 लघु फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं।