हमीरपुर संसदीय क्षेत्र : मिल सकता है एक मंत्री पद और चार दावेदार !
सुक्खू कैबिनेट में रिक्त तीन मंत्री पदों में से हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को एक मंत्री पद की उम्मीद है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, दोनों ही हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से है। ऐसे में माना जा रहा है कि शेष तीन में से अधिक से अधिक एक पद ही इस संसदीय क्षेत्र को और मिल सकता है। पर दिलचस्प बात ये है कि इस संसदीय क्षेत्र से अभी मंत्री पद के चार प्रमुख दावेदार है। यानी एक पद और चार दावेदार। ये है घुमारवीं विधायक राजेश धर्माणी, सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा, बड़सर विधायक इंद्रदत्त लखनपाल और धर्मपुर विधायक चंद्रशेखर। दिलचस्प बात ये है कि धर्माणी, राणा और लखनपाल तीसरी बात जीतकर विधानसभा पहुंचे है, जबकि चंद्रशेखर पहली बार विधायक बने है। धर्माणी जिला बिलासपुर से विधानसभा पहुंचे कांग्रेस के इकलौते विधायक है, तो राणा और लखनपाल मुख्यमंत्री के जिले हमीरपुर से है। वहीं धर्मपुर विधायक चंद्रशेखर दस सीटों वाले जिला मंडी से इकलौते कांग्रेसी विधायक है। धर्मपुर जिला मंडी की इकलौती सीट है जो हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के अधीन आती है। मंत्री पद के इन दावेदारों की सियासी बैलेंस शीट देखे तो किसी का भी दावा कमतर नहीं लगता। ऐसे में इनमें से किसी एक का चुनाव आसान नहीं होने वाला। वहीँ जानकार मान रहे है कि पार्टी इन्ही चार में से किसी एक को विधानसभा उपाध्यक्ष भी बना सकती है, जबकि अन्य दो नेताओं को कैबिनेट रैंक दी जा सकती है।
जानकार मान रहे है कि मंत्री पद के लिए राजेंद्र राणा की अनदेखी करना आसान नहीं होने वाला। राणा सुजानपुर से तीसरी बार विधायक बने है और 2017 में सीएम फेस प्रो प्रेम कुमार धूमल को हरा चुके है। इस बार भी उन्होंने भाजपा की पूरी जोर आजमाइश के बावजूद कैप्टन रंजीत सिंह को हराया है। राणा कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी है और होली लॉज के करीबी है। पर उनका हमीरपुर जिला से होना उनकी राह की मुश्किल हो सकता है। राणा राजपूत समुदाय से है और सुक्खू कैबिनेट में अब तक 6 राजपूतों का होना भी इन दोनों के लिए अड़चन बन सकता है। वहीँ इंद्रदत्त लखनपाल बड़सर से लगातार तीसरी बार विधायक है। लखनपाल भी होली लॉज खेमे से है। पर मुख्यमंत्री के जिला से होना उनकी राह में भी अड़चन माना जा रहा है। लखनपाल ब्राह्मण है और अब तक कैबिनेट में सिर्फ एक ब्राह्मण का होना उनके पक्ष में जा सकता है। तीसरे दावेदार राजेश धर्माणी घुमारवीं से तीसरी बार विधायक बने है। उन्होंने जयराम सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गर्ग को बड़े अंतर से हराया है। धर्माणी सीएम सुक्खू के करीबी है और जिला बिलासपुर से इकलौते कांग्रेसी विधायक है, ऐसे में उनका दावा मजबूत है। धर्माणी भी ब्राह्मण समुदाय से आते है और ये भी उनके पक्ष में जा सकता है। वहीँ चंद्रशेखर जिला मंडी से इकलौते कांग्रेसी विधायक है। इन्होंने करीब तीस साल बाद धर्मपुर सीट कांग्रेस की झोली में डाली है। इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि जिला मंडी में लगातार कमजोर होती जा रही पार्टी यहाँ मंत्री पद दे सकती है। कांग्रेस के लिए मंडी को नज़र अंदाज़ करना बिलकुल भी नहीं है। ऐसे में अगर ये एक मंत्रिपद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को मिला तो किसकी ताजपोशी होगी इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।