13 में से 8 पद शिमला संसदीय क्षेत्र को
** 7 में से 5 मंत्री शिमला संसदीय क्षेत्र से
** 6 में से 3 सीपीएस शिमला संसदीय क्षेत्र से
सुक्खू सरकार ने सात मंत्रियों और छ सीपीएस सहित कुल 13 नियुक्तियां की है। दिलचस्प बात ये है कि इन 13 में से आठ नियुक्तियां शिमला संसदीय क्षेत्र के विधायकों की हुई है। कुल सात में से पांच मंत्री शिमला संसदीय क्षेत्र से है और एक -एक मंत्री कांगड़ा और मंडी संसदीय क्षेत्र से है। कर्नल धनीराम शांडिल, हर्षवर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले निर्वाचन क्षेत्रों से विधायक है। वहीं कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से ज्वाली के विधायक चंद्र कुमार को मंत्री बनाया गया है और मंडी सांसदी क्षेत्र के तहत किन्नौर से विधायक जगत सिंह नेगी मंत्री बने है।
इसी तरह सीपीएस की बात करें तो शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले तीन निर्वाचन क्षेत्रों के विधायकों को सीपीएस पद पर तैनाती मिली है। इनमें अर्की से विधायक संजय अवस्थी, दून से विधायक राम कुमार चौधरी और रोहड़ू से विधायक मोहन लाल ब्राक्टा शामिल है। वहीं कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से दो सीपीएस बनाएं गए है, पालमपुर विधायक आशीष बुटेल और बैजनाथ विधायक किशोरी लाल। मंडी संसदीय क्षेत्र की बात करें तो कुल्लू सदर से विधायक सुंदर सिंह को भी सीपीएस बनाया गया है।
संसदीय क्षेत्र के लिहाज से देखे तो अब तक सुक्खू सरकार में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के पद मिले है, शिमला संसदीय क्षेत्र को पांच मंत्री पद और तीन सीपीएस मिले है, कांगड़ा संसदीय क्षेत्र को एक मंत्री पद, विधानसभा स्पीकर का पद और दो सीपीएस मिले है, जबकि मंडी संसदीय क्षेत्र के हिस्से में अब तक एक मंत्री पद और एक सीपीएस का पद आया है। माहिर मान रहे है कि कैबिनेट विस्तार में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र को दो मंत्री पद मिल सकते है, जबकि एक मंत्रिपद और विधानसभा उपाध्यक्ष का पद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के हिस्से जा सकता है।
घटा मंडी संसदीय क्षेत्र का सियासी वजन :
जयराम सरकार में मंडी संसदीय क्षेत्र से खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अलावा दो मंत्री थे। मनाली से विधायक रहे गोविन्द सिंह ठाकुर और लाहुल स्पीति से विधायक डॉ राम लाल मारकंडा को मंत्री पद मिला था। वहीं करीब डेढ़ वर्ष तक मंडी सदर विधायक अनिल शर्मा भी मंत्री रहे थे। वहीं सुक्खू सरकार में अब तक मंडी संसदीय क्षेत्र से सिर्फ जगत सिंह नेगी को ही मंत्री पद मिला है और मुमकिन है अब इस क्षेत्र को कोई अन्य मंत्री पद न मिले। कुल्लू सदर से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर मंत्रिपद की दौड़ में थे, लेकिन उन्हें सीपीएस बनाया गया है। गौरतलब है कि मंडी संसदीय क्षेत्र से सत्तारूढ़ कांग्रेस को 17 में से 5 सीटें मिली है।