मिट गई दूरिया, रैली में पहुंचे अब साथ डिनर भी करेंगे अनिल !
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* भाजपा और अनिल शर्मा के बीच मतभेद मिटने के कयास
मंडी सदर हलके के विधायक अनिल शर्मा और भाजपा के बीच की दूरियां कम होती नजर आ रही है। करीब तीन साल से भाजपा के कार्यक्रमों से दूर रहने वाले मंडी सदर हलके के विधायक अनिल शर्मा ने पड्डल मैदान में होने वाली पीएम मोदी की रैली में भाग लिया। बताया जा रहा है शुक्रवार रात को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ होटल विस्को में हुई बैठक के बाद अनिल शर्मा का पार्टी के साथ चल रहा विवाद समाप्त हुआ। इसके बाद माना जा रहा है कि अनिल शर्मा अब भाजपा में ही अपनी पारी को आगे बढ़ाएंगे। इस बीच पार्टी नेतृत्व की तरफ से रैली में भाग लेने के लिए उनका पहचान पत्र बनवाया गया और बैठने के लिए कुर्सी आरक्षित की गई। अनिल भी रैली में भाग लेने पहुंचे और भाजपा नेताओं के साथ दिल खोल कर मिलते नजर आएं। वहीं आज रात होने वाले भाजपा नेताओं के डिनर में भी अनिल शर्मा शामिल होंगे।
विदित रहे कि अनिल शर्मा का 2019 लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ विवाद चल रहा था। दरअसल, तब उनके बेटे आश्रय शर्मा के कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ने के चलते उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। तकनीकी तौर पर बेशक अनिल शर्मा भाजपा के विधायक है लेकिन दोनों के बीच तकरार आम थी। इस बीच बीते कुछ समय पहले अनिल शर्मा ने कांग्रेस आलाकमान के साथ दिल्ली में मुलाकात भी की थी , जिसके बाद उनके कांग्रेस में जाने की अटकलें थी। किन्तु ऐसा हुआ नहीं। तदोपरांत, हाल ही में मंडी सदर हलके के कोटली में आयोजित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जनसभा में अनिल शर्मा ने विवाद की बात को मानते हुए उसे बीते कल की बात बताते हुए नई पारी शुरू करने की बात कही थी। इसके बाद से ही उनके भाजपा में बने रहने की अटकलें तेज हुई है। अब आज इन अटकलों को और मजबूती मिल गई है और माना जा रहा है की जल्द अनिल शर्मा इस बाबत औपचारिक तौर पर बयान देंगे।
आश्रय पर भी रहेगी निगाहें :
अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा मौजूदा समय में कांग्रेस में है। कांग्रेस में आश्रय शर्मा एक किस्म से दरकिनार है और बीत दिनों उन्होंने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की थी। वहीं अनिल शर्मा भी कह चुके है कि बाप और बेटा एक ही पार्टी में रहेंगे। ऐसे में यदि अनिल शर्मा भाजपा में बने रहते है तो आश्रय शर्मा पर भी निगाहें रहने वाली है।