सीएम पद की दौड़ में भी थे हर्षवर्धन, बने मंत्री
हर्षवर्धन चौहान उन नेताओं में शुमार है जो प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में माने जा रहे थे। अलबत्ता सीएम पद की दौड़ में तो हर्षवर्धन पिछड़ गए लेकिन मंत्री पद की दौड़ में हर्षवर्धन जीत गए। हर्षवर्धन चौहान का जन्म 14 सितम्बर 1964 को हुआ है। हर्षवर्धन चौहान को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता गुमान सिंह चौहान 1972 से 1985 तक लगातार चार बार शिलाई से चुनाव जीते। हालांकि 1990 में हर्षवर्धन का चुनावी राजनीति में आगाज़ हार के साथ हुआ, लेकिन इसके बाद उन्होंने 1993 से 2007 तक लगातार चार बार जीत दर्ज की। 2012 में हर्षवर्धन को हार का सामना करना पड़ा लेकिन 2017 में उन्होंने वापसी की और इस बार भी जीत उनके ही हिस्से में आई।
हर्षवर्धन जिला सिरमौर की शिलाई सीट से रिकॉर्ड छठी बार विधायक बने है। हर्षवर्धन चौहान कांग्रेस के पुराने वफादार है। हर्षवर्धन मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के भी नजदीकी माने जाते है और आलाकमान की भी गुड बुक्स में है। उनके लम्बा राजनैतिक जीवन बेदाग़ है और वे जिला सिरमौर के सबसे लोकप्रिय चेहरों में से एक है। सुक्खू कैबिनेट में हर्षवर्धन चौहान का शामिल होना तय माना जा रहा था और हुआ भी बिलकुल वैसा ही। इस बार हर्षवर्धन चौहान को मंत्रीपद से नवाजा गया है।