भाजपा -कांग्रेस के लिए आई ओपनर थी आप की रैली
6 अप्रैल को मंडी में हुए हिट रोड शो के बाद 23 अप्रैल का दिन कांगड़ा में रैली के लिए मुकर्रर था। स्थान चुना गया शाहपुर। आप का दावा था कि इस बार रैली सुपरहिट होगी। माहौल ऐसा जमेगा कि भाजपा -कांग्रेस के पैर के नीचे से जमीन खिसक जाएगी। हालांकि आप के तरकश में न तो हिमाचल प्रदेश का कोई बड़ा सियासी चेहरा था और सच कहे तो जमीनी स्तर पर भी प्रबंधन बेहतर नहीं दिख रहा था। फिर भी तीर निशाने पर लगा। हालाँकि शुरूआती दौर में खाली कुर्सियां दिखी तो लगा कि आप को अति आत्मविश्वास ले बैठा। पर सूरज चढ़ते चढ़ते माहौल भी बनने लगा और पंडाल खचाखच भर गया।
इससे एक दिन पहले यानी 22 अप्रैल को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी कांगड़ा के नगरोटा बंगवा में रोड शो व रैली कर चुनावी हुंकार भरी थी। सियासी नजर से परखे तो नड्डा के कार्यक्रम की टीआरपी एवरेज थी, न कमाल और न बुरा। ऐसे में जाहिर है आप पर भी दबाव था। पर बगैर मजबूत जमीनी संगठन के भी आप का आयोजन बेहतर रहा। ये न सिर्फ भाजपा के लिए, बल्कि कांग्रेस के लिए भी आई ओपनर है। अलबत्ता अभी तो आप के पास प्रदेश में मजबूत चेहरा नहीं हैं, यदि चेहरा मिल गया तो दोनों दलों के लिए मुश्किल तय होगी।
नेताओं को केजरीवाल का निमंत्रण :
हिमाचल में आप के पास चेहरा नहीं है और कांगड़ा की रैली में भी कोई बड़ा सियासी चेहरा पार्टी में शामिल नहीं हुआ। ये आप के सामने बड़ी चुनौती है। केजरीवाल भी इस बात को जानते है और इसीलिए मंच से भाजपा-कांग्रेस के नेताओं को आप ज्वाइन करने का निमंत्रण दे गए।
टू दी पॉइंट बोले केजरीवाल :
मंडी के कार्यक्रम की तरह ही कांगड़ा में भी अरविन्द केजरीवाल टू दी पॉइंट बोले। शिक्षा,स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार, भ्रष्टाचार और बिजली के मुद्दों पर दिल्ली मॉडल की खूबियां बताई और फ्री बिजली के मुद्दे पर जयराम ठाकुर को नकलची बताकर सीधा निशाना भी साध गए।