प्रियंका करेगी कांग्रेस के कैंपेन का आगाज
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पहली बार हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सँभालने वाली है। इसकी शुरुआत 14 अक्टूबर को सोलन में रैली से की जाएगी। एक तरफ जहां भाजपा के दिग्गज लगातार प्रदेश में बने हुए है, वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व की मौजूदगी में ये पहली विशाल रैली होने वाली है। अब प्रियंका के प्रचार से प्रदेश में कांग्रेस की परिस्थिति कैसे बदलेगी, ये देखना रोचक होगा। फिलवक्त प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि गांधी परिवार का हिमाचल से विशेष लगाव है। इस कारण विधानसभा चुनाव को लेकर हाईकमान इस बार सख्त भी है। दूसरा कारण यह भी बताया जा रहा है कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं। उनका हिमाचल में प्रचार करने का अभी कोई कार्यक्रम तय नहीं है। वहीं सोनिया गांधी स्वास्थ्य कारणों से प्रचार व रैलियों में भाग नहीं ले रही हैं। यही कारण है कि प्रियंका को प्रचार का जिम्मा सौंपा गया है।
बीते पांच राज्यों के चुनाव में प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार का ज़िम्मा संभाला था। तब केंद्र की राजनीति में दूसरी बड़ी पार्टी की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस राज्य में दो सीटों पर सिमट गई थी। पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने इस चुनाव के दौरान राज्य में पार्टी के पंजे को मज़बूती से संभाला और रोड शो और रैलियों के ज़रिए भीड़ भी बहुत जुटाई, लेकिन वो इसे वोटों में तब्दील करने में नाकामयाब रहीं थी। प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश चुनाव में 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' का नारा दिया था और 'महिला घोषणापत्र' या 'वीमेन्स मेनिफ़ेस्टो' जारी कर बताया था कि उनकी पार्टी की प्राथमिकता महिलाएं होंगी। साथ ही उन्होंने महिला सशक्तीकरण के लिए कई वायदे किए जिसमें प्रमुख था 40 फ़ीसद सीटों पर महिलाओं की उम्मीदवारी। अब हिमाचल में क्या कोई नया प्रचार का तरीका प्रियंका लेकर आती है या नहीं, इस पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई है।