7 मंत्रियों ने ली शपथ, तीन मंत्री पद अब भी रिक्त
* सुक्खू सरकार ने 6 सीपीएस भी बनाएं
* जिला शिमला को मिले तीन मंत्री पद
आखिरकार इंतजार खत्म हुआ और हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार का कैबिनेट विस्तार रविवार को हो गया। सुक्खू कैबिनेट में दस मंत्री पद रिक्त थे जिनमें से सात मंत्री बनाए गए हैं, जबकि तीन मंत्री पद अब भी खाली है। राजभवन शिमला में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कार्यवाही का संचालन किया और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सात विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इनमें सबसे पहले कर्नल धनीराम शांडिल को शपथ दिलाई गई। इसके बाद विधायक चंद्र कुमार, हर्षवर्धन चौहान, जगत सिंह नेगी, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली।
सुक्खू कैबिनेट के पहले विस्तार में शिमला को तीन मंत्री मिले हैं। विधायक विक्रमादित्य, रोहित ठाकुर और अनिरुद्ध मंत्री बने हैं। जबकि पहले कैबिनेट विस्तार में जिला कांगड़ा से सिर्फ चौधरी चंद्र कुमार को ही मंत्री बनाया गया है। किन्नौर से जगत सिंह नेगी, जिला सोलन से धनीराम शांडिल और जिला सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान को मंत्री बनाया गया है।
मंत्रियों के तीन पद अभी खाली रहेंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने छह मुख्य संसदीय सचिवों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। आशीष बुटेल, सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, राम कुमार चौधरी, किशोरी लाल और संजय अवस्थी ने मुख्य संसदीय सचिव पद की शपथ ली।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के नतीजे 9 दिसंबर को आये थे। 10 दिसंबर को सुखविंदर सुक्खू को मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री को उपमुख्यमंत्री चुना गया। इसके बाद 11 दिसंबर को सीएम और डिप्टी सीएम को शपथ दिलवाई गई थी। किन्तु, लगभग एक माह बीत जाने के बाद भी कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ था। इसको लेकर विपक्ष भी हमलावर था। आखिरकार रविवार को इंतजार खत्म हुआ और सात मंत्रियों ने शपथ ली। वहीं तीन मंत्री पद अभी भी रिक्त है।
जल्द होगा मंत्रिमंडल विस्तार : सीएम सुक्खू
सात मंत्रियों की शपथ के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा। तीन खाली पदों पर भी जल्द मंत्री बनाए जाएंगे। ईमानदार लोगों को मंत्री बनाया गया है। हाईकमान को सूची दी थी। अभी सात लोगों को ही मंत्री बनाने का फैसला हुआ है।