हमें सांसद मजबूर नहीं, मजबूत सांसद चाहिए : सीएम जयराम
सीएम जयराम ठाकुर विपक्ष पर जमकर हमला बोल रहे है। मंडी में मुख्यमंत्री ने खुद मोर्चा संभाला हुआ यही और कांग्रेस को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। जयराम ठाकुर का कहना है कि कांग्रेस के लोग बार-बार मंडी का जिक्र कर रहे हैं मगर उन्हें पता होना चाहिए कि मंडी का मतलब मंडी संसदीय क्षेत्र है। इसमें किन्नौर से भरमौर और रामपुर भी आता है। प्रचार के दौरान एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह हिमाचल में लंबे समय तक सत्ता में रहे। वैचारिक रूप से हम आमने-सामने होते थे, लेकिन हमारा झगड़ा कभी इस तरह नहीं था। उन्होंने हमेशा हमारी तारीफ भी की है। हमारी शराफत के बारे में भी बोला। वे आज हमारे बीच नहीं हैं। इस बात का भी दुख है। प्रतिभा सिंह को घेरते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह बार-बार यह कहती आ रही हैं कि उन्होंने उपचुनाव नहीं लड़ना था। हम इस मंच से कहना चाहते हैं कि हमें सांसद मजबूर नहीं, मजबूत सांसद चाहिए।
मैं पहले यहां का विधायक हूं, सीएम बाद में : जयराम
प्रचार के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र में पहुंचे मुख्यमंत्री ने सराज विधानसभा क्षेत्र में किए गए विकास कार्य भी गिनवाए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष को बताया कि मैं यहां का विधायक हूं, सीएम बाद में हूं। चुने हुए प्रतिनिधि होने के नाते यह मेरी जिम्मेदारी है कि यहां की जनता की सेवा पहले करूं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हमने विकास कार्यों रुकने नहीं दिया। कांग्रेस वालों ने तो एक-एक लिस्ट बनाई, 12 करोड़ का बिल बनाया और पार्टी हाईकमान को भेजा और खाते में डालने को कहा। जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो अपनी ही पार्टी को ठगने से बाज नहीं आ रही है।
सारी महंगाई और बेरोजगारी पिछले चार साल में नहीं आई
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि देश और प्रदेश में लंबे समय तक कांग्रेस की सरकार रही। आज हमारे मित्र बेरोजगारी और महंगाई का आरोप लगा रहे हैं। सारी महंगाई और बेरोजगारी पिछले चार साल में नहीं आई। नौकरी देने के लिए हम जितना कर सकते हैं उसे हम कर रहे हैं। कांग्रेस की सरकार से पूछना चाहिए कि तुम लोगों ने गरीबों के लिए क्या किया। हमार सरकार ने 65 वर्ष की आयु वाली माताओं के लिए पेंशन दी। हमने गरीबों के लिए हिमकेयर योजना चलाई, जिसके तहत 1 लाख 75 हजार गरीबों का इलाज करवाया। सहारा योजना चलाई जिसमें पात्र को हर महीने 3 हजार रुपये उनके खाते में डालते हैं। बीपीएल परिवार की बेटी को शगुन योजना में पात्रों को 31 हजार दे रहे हैं।