करसोग : अपनी जान जोखिम में डालकर पोलिंग पार्टियां करवा रही मतदान
राज सोनी। करसोग
रिटर्निग अधिकारी एवं एसडीएम करसोग सुरंेद्र ठाकुर ने बताया कि उपमंडल मुख्यालय से लगभग 80 किमी दूर मोबाइल मतदान टीम नंबर-6 ने अपनी जान की परवाह किए बिना, अपने चुनाव संबंधी कार्य को प्राथमिकता देते हुए देशी झूले की मदद से सतलुज नदी को पार कर मंडी जिला के दूरदराज क्षेत्र के मगान गांव में पहुंच कर 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के दो वृद्ध मतदाताओं से घर पर सफलता पूर्वक मतदान करवाया है। रिटर्निंग अधिकारी ने बताया कि भारतीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के चिन्हित मतदाताओं से घर पर मतदान करवाने के अंतर्गत क्षेत्र के लिए गठित मोबाइल पोलिंग टीम नम्बर 6 ने किसी भी स्थिति में गांव तक पहुंचकर मतदान करवाने का निर्णय लिया।
टीम करसोग से तत्तापानी, शिमला जिला के सुन्नी से होते हुए जस्सी बराड़ नामक स्थान पर पहुंची, जहां से गाड़ी को छोड़ कर सतलुज नदी को पार करने का निर्णय लिया और नदी पर बने एक पुराने देशी झूले की मदद से नदी को पार किया। उसके पश्चात टीम ने गांव तक पहंुचने के लिए लगभग 2 घंटे तक पहाड़ी रास्ते पर पैदल चलकर लगभग 12 किमी सफर आने-जाने का तय कर, गांव में स्थित 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के दो मतदाताओं भजन लाल और प्रीतम सिंह का घर पर ही सफलता पूर्वक मतदान करवाया। मोबाइल टीम में पीठासीन अधिकारी कृष्ण कुमार, गोपाल सिंह, माईक्रो ऑब्जर्बर पंकज कुमार, सुरक्षा कर्मी मोहन लाल और विडियोग्राफर बालकृष्ण शामिल थे।
मोबाइल पोलिंग टीम के सदस्यों ने बताया कि मंडी जिला के दूर-दराज के मगान गांव तक तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग नहीं होने के कारण पोलिंग टीम के सभी सदस्यों ने सतलुज नदी को देशी झूले की मदद से पार कर गांव तक पहुंचने का निर्णय लिया, जो गांव तक पहुंचने के लिए सबसे छोटा रास्ता था, जिसमें सभी सफल भी रहे। रिटर्निग अधिकारी एवं एसडीएम करसोग सुरंेद्र ठाकुर ने बताया कि दूर-दराज के मगान गांव तक पहुंच कर मोबाइल टीम ने सफलता पूर्वक गांव में स्थित 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के दो मतदाताओं की लोकतंत्र के इस उत्सव में भागादारी सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि टीम का यह प्रयास बेहद सराहनीय है।