करसोग :उपचुनाव को लेकर राजनितिक दलों में उठा पठक शुरू
एक तरफ भाजपा महिला मोर्चा की बैठक ,वहीँ दूसरी तरफ ब्लाक कांग्रेस कमेटी की हुई बैठक
मंडी लोकसभा सासंद के अचानक निधन के बाद मंडी लोकसभा के उपचुनाव होने को है। इसको लेकर करसोग में भी राजनितिक हलचल शुरू हो गई है। दोनों ही पार्टियाँ भाजपा और कांग्रेस संगठन को मजबूत करने में लग गई है। बताते चले कि जून माह में सरकार के वरिष्ट मंत्री व् मंडी लोकसभा उपचुनाव प्रभारी महेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा करसोग के 2 दौरे किये जा चुके है। इस दौरान मंत्री ने आम जनता को खुश करने के लिए अधिकारियो को लताड़ लगाते हुए एक अधिकारी के तबाद्लें के साथ चार्जशीट करने के आदेश जरी किये थे। जिससे क्षेत्र में एक नई हलचल पैदा हो गई। साथ ही करसोग की सबसे बड़ी समस्या बाईपास सड़क का कार्य शुरू करवाकर महज 1 माह में पूरा करने के आदेश जरी किया। जिसका कार्य महज 13 दिनों में पूरा कर लिया गया | वही पार्टी के अन्य दिग्जो का जमावड़ा भी लगातार करसोग में हो रहा है। सोमवार को करसोग महिला मोर्चा भाजपा की बैठक में वंदना गुलेरिया ने शिरकत की वंदना गुलेरिया ने महिला भाजपा कार्यकर्ताओं में चुनावों को लेकर नई उर्जा जोश भरने की कोशिश की उन्होंने कहा की प्रदेश की जय राम सरकार निरंतर आगे बढ़ा रही है कोरोना काल में भी सरकार ने बहुत सराहनीय कार्य किये व् कोरोना पर विजय पाने में कामयाब रही है।
वहीं दूसरी ओर काग्रेस द्वारा संगठन को एक करने के लिए सोमवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी करसोग की बैठक अध्यक्ष पृथ्वी सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पार्टी संगठन के ऊपर गहनता से विचार-विमर्श हुआ। पृथ्वी सिंह नेगी का कहा कि लॉक डाउन की वजह से कांग्रेस पार्टी की बैठक नहीं हो पा रही थी। आज हालत में सुधार होने की वजह से पार्टी अपनी सक्रियता को बढ़ाएगी। सरकार के जन विरोधी रवैये के खिलाफ सड़क में उतर कर जनता के हित के लिए संघर्ष करेगी। और आगामी उपचुनाव में इस जनविरोधी सरकार के झूठे वायदों का पर्दाफाश करके इसे चुनाव में चारों खाने चित करेगी। इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष पृथ्वी सिंह नेगी ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के दौरे के बारे में बोलते हुए कहा कि मंत्री ने अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ जो अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। वह जनता में झूठी वाहवाही लूटने के लिए एक षड्यंत्र था। और विकास तीन साल के बाद याद आया है। उपचुनाव ना होते तो यह खेल 2022 को देखने में मिलता मगर जनता सरकार के जन विरोधी रवैये से बहुत आहत है। लोग सही जवाब इनको देने के लिए तैयार बैठे है।