सस्पेंड विधायकों के एजेंडे पर सत्तापक्ष-विपक्ष का कैटवाॅक
आरपी नेगी। शिमला
राज्यपाल अभिभाषण के दिन हुए घटनाक्रम के बाद पूरे सत्र के लिए सस्पेंड हुए कांग्रेस के पांच विधायकों के एजेंडे पर सत्तापक्ष और विपक्ष का कैटवाॅक जारी है। एक तरफ विपक्ष निलंबन रद्द करवाने की जिद पर अड़ा हुआ है ताे दूसरी तरफ सरकार गवर्नर से माफी मांगने की बात कर रही है। बजट सत्र के चाैथे दिन भी सदन की कार्यवाही शाेर शरावे के साथ शुरु हुई। विपक्ष की और से विधायक जगत सिंह नेगी ने प्वाइंट ऑफ आर्डर कर नियम 323 के तहत 26 फरवरी के घटनाक्रम पर व्यवस्था मांगी, लेकिन स्पीकर विपिन सिंह परमार ने नहीं दी। इस बीच कांग्रेस विधायकों ने सदन में नारेबाजी की और वाकआउट किया । स्पीकर ने विपक्ष से कहा कि प्रश्नकाल हाेने दाे उसके बाद नियमों के तहत व्यवस्था देंगे। विपक्ष सदन से बाहर आया और कार्यवाही चलती रही। ऐसे में जाहिर है कि जब तक कांग्रेस के पांच विधायकों काे बहाल नहीं किया जाता तब तक विपक्ष सरकार का बहिष्कार करता रहेगा। प्रश्नकाल समाप्त हाेने के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने सदन काे संबाेधित करते हुए विपक्ष के खिलाफ माेर्चा खाेल दिया । जयराम ने वाकआउट की निंदा की और कहा कि संवैधानिक पद के साथ गलत व्यवहार करने वालाें पर एफआईआर ताे बनती है। उन्हाेंने कहा कि उस दिन ताे विपक्ष वाले काफी खुश थे कि हमने यह क्या कमाल कर दिया।