उप निदेशक उद्यान व बागवानी कार्यालय की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में : संदीप सांख्यान
जिला कांग्रेस महासचिव संदीप सांख्यान ने उप निदेशक कार्यालय उद्यान विभाग से प्रश्न किया है कि उन के कार्यलय में पिछले कुछ सालों से लोंगो की फाइलें जो विभिन्न मदों में अनुदान राशि दी जानी है वह लटका कर रखी है उन पर अनुदान राशि क्यों नहीं दी जा रही है। जिला बिलासपुर के बागवान व किसान उद्यान विभाग में पनपी लाल फीताशाही के शिकार हो रहें है। अभी भी बहुत से किसानों व बागवानों को मिलने वाली अनुदान राशि वाली फाइलें उद्यान विभाग कार्यलय में पेंडिंग पड़ी है या फिर अनुदान राशि चहेते व अपात्र लोगों को दे दी गई है। उप निदेशक कार्यालय उद्यान विभाग ने न तो उन किसानों और बागवानों की अनुदान फाइलों को वापस लौटाया है और न हो कोई कार्यवाही की गई है जबकि उन फाइलों पर अनावश्यक ऑब्जेक्शन लगा कर काम न करने वाली लाल फीताशाही को जन्म दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बागवानी मिशन को लेकर बड़े बड़े दावे करती है और जिनमें पावर टिल्लर, कारनेशन क्रॉप, प्लांटेशन पर अनुदान राशियां दी जाती है, पर जिला का उप निदेशक कार्यलय उन योजनाओं को लेकर उदासीन रवैया अपनाए हुए है या फिर प्रदेश सरकार ही किसानों व बागवानों की योजनाओं पर लोगों को भृमित कर रही है। उन्होंने बताया कि पॉली हाउस इंटेग्रेटेड योजना के अंतर्गत पूर्व की सरकार के समय से 85 प्रतिशत अनुदान राशि दी जाती है लेकिन जिला में उप निदेशक कार्यालय उद्यान व बागवान विभाग प्रगतिशील योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रमोट करने में असफल रहा है। यदि उप निदेशक कार्यालय उद्यान व बागवान विभाग की कार्यशैली ऐसी ही सुस्त रही तो किसानों और बागवानों को बहुत दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इस तरह उदासीन रवैय्या इस कार्यलय का रहा तो जिला भर के किसानों और बागवानों को इकठ्ठा करके इनके खिलाफ आंदोलन करने से भी परहेज नहीं किया जाएगा।