कुल्लू : SFI ने सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
आलाेक। कुल्लू
SFI का अखिल भारतीय उत्तरी भारत राज्य जत्था तीसरे दिन कुल्लू महाविद्यालय में पहुंचा। इस अवसर पर कुल्लू जिला इकाई द्वारा पहले जत्थे का गर्मजोशी से स्वागत किया गया तथा उसके बाद प्रदर्शन के माध्यम से सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अंत मे आम सभा के रूप में जत्थे का समापन किया। छात्र समुदाय को संबाेधित करते हुए अखिल भारतीय सह सचिव दिनित ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा लागू की जा रही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा व्यवस्था को खोखला किया जा रहा है। NEP2020 गैर लोकतांत्रिक तरीके से संसद में बिना चर्चा किए पास किया गया है और हिमाचल प्रदेश इसे लागू करने वाला पहला राज्य है। SFI राज सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि देश और प्रदेश की भाजपा सरकार शिक्षा के बजट को कम रही है। PTA के नाम पर छात्रों से भारी भरकम फीसें बटोरकर छात्रों व उनके अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। दुर्भाग्य इस बात का है कि हम दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश होने के बावजूद भी समाज के सबसे शिक्षित वर्ग को अपने प्रतिनिधि को चुनने का अधिकार नहीं है, जहां सरकार को सस्ती शिक्षा मुहैया करानी थी।
शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना था। उसकी वजाय राष्ट्रीय शिक्षा नीती-2020 को थोप कर शिक्षा व्यवस्था को कमजोर और खत्म करने की कोशिश सरकार है। इसके विरोध में अखिल भारतीय जत्था प्रदेश के महाविद्यालयों और विश्विद्यालय के छात्रों को जागरूक करते हुए आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगा। हिमाचल से होते हुए देश के अन्य राज्यों की ओर रवाना होगा। इस आम सभा को शुरू करते हुआ और अखिल भारतीय जत्थे का स्वागत करते हुआ कुल्लू जिला सचिव सुनील ठाकुर ने कहा कि एसएफआई छात्र समुदाय से अपील करता है कि शिक्षा को बचाने, सविधान को बचाने, देश को बचने की लड़ाई में एसएफआई के साथ आएंगे और इस लड़ाई में अपनी भूमिका अदा करेंगे। इस प्रदर्शन को अखिल भारतीय सह-सचिव के साथ साथ SFI हिमाचल प्रदेश राज्य सचिव साथी अमित ठाकुर, राज्य अध्यक्ष साथी रमन थारटा, अखिल भारतीय कमेटी सदस्य रिंपल चौहान ने संबाेधित किया और अगर सरकार इस छात्र विरोध SFI राज्य कमेटी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार NEP को वापिस नहीं लेती है और छात्र मांगों को पूरा नहीं करती है, तो पूरे देश के छात्रों को लामबंद करते हुए SFI उग्र आंदोलन करेगी।