हमीरपुर : विधायक प्राथमिकता के कार्यों को कब से स्वीकृत करवाने लगे केंद्रीय मंत्री-केवल धीमान
हमीरपुर। मीनाक्षी सोनी
बीजेपी झूठ व फरेब की राजनीति करने मे माहिर, बीजेपी पूर्व विधायक बताये कि विधानसभा मे विधायक बैठते है या फिर केंद्रिय मंत्री। झूठ और फरेब की राजनीति के साथ साथ दूसरों के कार्यों का श्रय लेना बीजेपी नेताओं की पुरानी आदत ही नहीं परम्परा भी है। यह बात बड़सर ब्लॉक कमेटी अध्यक्ष केवल धीमान ने जारी प्रेस बयान के माध्यम से कही। केवल धीमान ने कहा कि बीजेपी नेता झूठ और फरेब की राजनीति कर जनता को बरगलाने का जो असफल प्रयास कर रहे हैं। उसमें वह कभी कामयाब नहीं होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी की डबल इंजन की सरकार होने के बाबजूद जो लोग क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं कर पाए, अब वो विधायक प्राथमिकता के तहत स्वीकृत कार्यों पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के नाम का फटा लगाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बीजेपी पूर्व विधायक को घेरते हुए कहा कि वह बताये कि जिन 14 सड़कों का वे आएदिन जिक्र कर रहे हैं।
उनमें केंद्रीय मंत्री का क्या हाथ रहा और किस हेड से उन्होंने इन्हे स्वीकृत करवाया है और पूर्व विधायक बलदेव शर्मा ये भी बताये कि विधानसभा मे विधायक बैठते है या फिर केंद्रीय मंत्री। उन्होंने कहा कि बीजेपी के पूर्व विधायक विधानसभा चुनावों मे अपनी टिकट कटता देख बौखला गए। इसी लिए उन्हें विधायक प्राथमिकता के कार्य भी केंद्रीय मंत्री के दिखाई दे रहे हैं। केवल ने कहा कि विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने ग्रामीण क्षेत्रों को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए विधायक प्राथमिकता के तहत एससी काँपोंनेंट के तहत विभिन्न सड़कों को डाला था जिन्हे नाबार्ड से स्वीकृति मिली है, लेकिन विधायक प्राथमिकता के इन कार्यों पर बीजेपी का फटा लगाने की बीजेपी के हारे नकारे नेता जो झूठ की राजनीति कर रहे हैं, यही उनके पतन का कारण भी बन रहा है।
उन्होंने कहा बड़सर का विकास किसने और किसकी सरकार मे हुआ ये बड़सर की जनता भली-भांति जानती है। उन्होंने कहा कि जिन्हे बड़सर की जनता दो दो बार नकार चुकी है और अब तो बीजेपी की आला कमान भी जिस नकारे नेता से मुँह मोड़ रही हो उस नेता की फरेब की राजनीति जनता पर कितना असर कर सकती है, ये बात सब जानते हैं। उन्होंने कहा कि विधायक इंद्रदत्त लखनपाल विधायक बाद में पहले समाजसेवक हैं और उन्हें जनता विकास का मसीहा मानती है। अपनी खोई प्रतिष्ठा को पाने के लिए पूर्व बीजेपी विधायक जो खेल खेलना चाह रहे हैं, उसमे वे कभी कामयाब नहीं होंगे।