सिरमौर : मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था का 'खुशियों का बैंक' हुआ एक साल का
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'मेरा गांव मेरा देश एक सहारा' संस्था के द्वारा संचालित 'खुशियों का बैंक' एक वर्ष का हो गया है। पिछले वर्ष 24 अप्रैल को महंत स्वरूप नाथ के हाथों से 'खुशियों का बैंक' का शुभारंभ करवाया गया था। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के द्वारा खुशियों का बैंक के 1 वर्ष पूर्ण होने पर माजरा शिव मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया, इसमें सभी ने खुशियां मनाईं। सभी सदस्यों ने संकल्प लिया कि पिछले 1 वर्ष में जिस तरह से खुशियों का बैंक के द्वारा खुशियां बांटी गई हैं, इस वर्ष भी जरूरतमंद लोगों तक खुशियां बांटी जाएंगी।
मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के संचालक अनुराग गुप्ता ने बताया कि खुशियों का बैंक पिछले 1 वर्ष में लगभग 3 लाख कपड़े वितरित कर चुका है। बैंक में लगभग 170 बच्चे रजिस्टर्ड हैं, जिनको खुशियों का बैंक द्वारा नि:शुल्क ट्यूशन उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि लोग अपने घर में पड़ा गैरजरूरी सामान जैसे कपड़े, बिस्तर, खिलौने, बर्तन, कॉपी व पेंसिल इत्यादि खुशियों का बैंक में जमा करवा सकते हैं। वहीं, जिन लोगों को इस सामान की जरूरत है, वे यहां से ले जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि संस्था के द्वारा एक नई मुहिम चलाई जाएगी, जिसमें आसपास के क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे, जिन्हें किसी भी तरह की जरूरत है, वे मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के सदस्यों से संपर्क कर अपनी जरूरत का सामान ले सकते हैं।