सिरमौर : केंद्रीय बजट में आंगनबाड़ी वर्कर्स की उपेक्षा करने पर जताया विरोध
** आंगनबाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स यूनियन सीटू की प्रोजेक्ट कमेटी संगड़ाह ने की बैठक
** 16 फरवरी को होने वाली अखिल भारतीय हड़ताल में भाग लेना का लिया फैसला
आंगनबाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स यूनियन सीटू की प्रोजेक्ट कमेटी संगड़ाह की बैठक आज अध्यक्ष किरण बाला की अध्यक्षता में हुई। बैठक में केंद्रीय बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की उपेक्षा करने पर कड़ा विरोध जताया गया।
किरण बाला ने कहा कि संगड़ाह कमेटी की सभी सदस्य 16 फरवरी को होने वाली अखिल भारतीय हड़ताल में बढ-चढ़ कर भाग लेंगी। प्रोजेक्ट कमेटी ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से 16 फरवरी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने और हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया है।
प्रोजेक्ट अध्यक्ष किरण, महासचिव सीमा, धन्वंती, सीमा, कांता देवी ने कहा कि केंद्र सरकार ने अब बजट में 300 करोड़ रुपये से अधिक की कटौती की गई है। 2023-24 में 21521.13 करोड़ रुपये से अब 21200 करोड़ रुपये हो गया है। इसका मतलब है कि केंद्रीय निधि जारी न होने के कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के वेतन के भुगतान में लगातार देरी, किराया, टीए/डीए, पोषण के लिए धन आदि का कई महीनों तक भुगतान न होना।
वहीं, सीटू जिला महसचिव आशीष कुमार ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में मोदी-2 सरकार ऐसी एकमात्र सरकार है, जिसने आईसीडीएस की स्थापना के बाद आंगनबाड़ी वर्कर्स के मानदेय में एक बार भी वृद्धि नहीं की है। उन्होंने आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की अनदेखी पर लोकसभा चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देने की बात कही।