सोलन: दयानंद आदर्श विद्यालय में अमर शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन

दयानंद आदर्श विद्यालय सोलन में आज शहीदी दिवस के अवसर पर भारत माता के वीर सपूतों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एक प्रेरक और भावपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्यालय की प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने इन अमर क्रांतिकारियों के बलिदान की गौरव गाथा को साझा करते हुए कहा कि आज से लगभग 93 वर्ष पहले, 23 मार्च 1931 को इन तीनों देशभक्तों ने ब्रिटिश हुकूमत की क्रूर यातनाओं को सहते हुए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को गले लगाया और देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनके इस सर्वोच्च बलिदान ने स्वतंत्रता संग्राम में एक नई ज्योति प्रज्वलित की थी। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति से सराबोर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का दिल जीत लिया। अनुराधा के मार्गदर्शन में प्रथम कक्षा के नन्हे-मुन्नों ने 'आजादी के परवाने' नाटक की शानदार प्रस्तुति दी, जो दर्शकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी। वहीं, रीटा के निर्देशन में के.जी. कक्षा के बच्चों ने देशभक्ति गीतों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने उपस्थित सभी लोगों को भाव-विभोर कर दिया। डायरेक्टर बीना कौशिक के मार्गदर्शन में शहीदों की जीवनी पर आधारित एक लघु नाटिका का मंचन किया गया, जिसने दर्शकों की आंखें नम कर दीं और उनके बलिदान की गहराई को जीवंत कर दिया। संगीत शिक्षक संतोष ने अपनी मधुर आवाज में देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर माहौल को और अधिक जोशपूर्ण बना दिया। इसके साथ ही, डांस कोरियोग्राफर संजू के निर्देशन में प्रस्तुत देशभक्ति नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और राष्ट्रप्रेम की भावना को हृदय तक पहुंचा दिया। कार्यक्रम के समापन पर सभी छात्रों और शिक्षकों ने एक स्वर में देशभक्ति के नारे लगाए, जिससे पूरा प्रांगण 'भारत माता की जय" के उद्घोष से गूंज उठा।