सोलन: सिर्फ इलाज नहीं, सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में मरीजों को पर्ची बनाने के लिए भी करनी पड़ती है जद्दोज़हद

**पर्ची काउंटर एक, मरीज अनेक
**बीते कल स्वाथ्य मंत्री धनीराम शांडिल के बाद भी व्यवस्था में नहीं कोई सुधार
**आखिर ये कैसी व्यवस्था!
जिला सोलन के सबसे बड़े क्षेत्रीय अस्पताल में अस्पताल में एक ही पर्ची काउंटर होने की वजह से आए दिन मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालात ये है कि यहाँ इलाज की तलाश में आने वाले मरीजों के लिए सबसे बड़ी समस्या अब सही इलाज नहीं, बल्कि पर्ची बनवाना बन चुकी है। हर दिन लगभग 1200 से 1500 मरीज बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उम्मीद में अस्पताल पहुंचते हैं। ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या तो आए दिनों बढ़ रही है, लेकिन अस्पताल की व्यवस्थाएं जस की तस बनी हुई हैं। वर्षों से एक ही पर्ची काउंटर पर निर्भरता और मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच यह असंतुलन स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। बीते कल ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं सोलन से विधायक कर्नल धनीराम शांडिल अस्पताल का दौरान करने आए थे और उस समय भी हालत ये थी कि एक ही बिस्तर पर दो-दो मरीज लेते हुए थे। बता दे कि इससे पहले भी स्वस्थ्य मंत्री कई बार अस्पताल का दौरा कर चुके है लेकिन अस्पताल की इन अव्यवस्थाओं की स्थिति वैसी ही है। अस्पताल में अतिरिक्त पर्ची काउंटर लगाने की बात तो की जाती है लेकिन ये बात महज बातों तक ही सिमित होती हुई दिखाई दे रही है क्योंकि ज़मीनी स्तर पर तो इसका कोई असर होता हुआ या अस्पताल में आने वाले मरीजों को मिलता हुआ नहीं दिखाई दे रहा।