सोलन: लोगों की समस्याओं का संतोषजनक समाधान सरकार की प्राथमिकता : डॉ. शांडिल
** स्वास्थ्य मंत्री ने नौणी में 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम में सुनी लोगों की समस्याएं
** कार्यक्रम में 40 शिकायतों का किया गया निपटारा
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार जन-जन को उनके घर-द्वार के समीप बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए आज से राज्य में 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम आरम्भ किया गया है ताकि लोागों की समस्याओं का संतोषजनक समाधान हो सके और उन्हें प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी मिल सके। डॉ. शांडिल आज सोलन ज़िला की ग्राम पंचायत नौणी में 'सरकार गांव के द्वार' कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न जन समस्याओं का निवारण करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे।
डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से समाज के विशेषकर कमज़ोर वर्गों को लाभान्वित करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कार्यभार सम्भालने के उपरांत अपने पहले निर्णय से जहां बेसहारा बच्चों के जीवन में आशा की किरण का संचार किया वहीं तदोपरांत त्रासदी के मध्य समाज के हर वर्ग को लाभान्वित करने के लिए नवीन योजनाएं कार्यान्वित की। कार्यक्रम में कुल 40 शिकायतों का निपटारा सुनिश्चित बनाया गया। इनमें से 22 शिकायतें व एक मांग लिखित तथा 17 शिकायतें मौखिक रूप से प्राप्त हुई।
आश्रय योजना के तहत 3 लाभार्थियों को दी प्रथम किस्त
डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत 3 लाभार्थियों को आवास निर्माण के लिए प्रथम किस्त के रूप में 75-75 हजार रुपए के चेक प्रदान किए। उन्होंने बेटी जन्मोत्सव के तहत 4 बच्चियों को सम्मानित किया और एक कन्या का अन्न प्राशन संस्कार सम्पन्न करवाया। उन्होंने 10वीं तथा 12वीं कक्षा के सोलन विधानसभा क्षेत्र के 66 छात्रों को टैब देकर सम्मानित भी किया।
मेगा स्वास्थ्य शिविर का किया शुभारंभ
डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित मेगा स्वास्थ्य शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित प्रदर्शनियों का शुभारंभ किया और कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मेगा स्वास्थ्य शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा रोगियों का उपचार सुनिश्चित बनाया गया और नि:शुल्क सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। मेगा स्वास्थ्य शिविर में 142 रोगियों की जांच की गई। 85 आभा आई-डी बनाई गई।