कांगड़ा : सैनिक को बेटी की शादी में पैसे खर्च कर मंगवाना पड़ा पानी का टैंक
यूं तो सैनिक देश बॉर्डर पर जाकर देश की हिफाजत करते हैं। जब वे देश की सीमा पर होते हैं तो वे अपने परिवार की परवाह न कर पूरे देश की खातिर तन मन धन से देश सेवा करते हैं। यह कहना न होगा कि न जाने कितने ही सैनिक देश की खातिर देश के लिए शहीद हो गए। सरकारें भी सैनिकों को खास रियायतें देने की हामी भरती हैं, मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही होती है। ऐसा ही किस्सा जवाली तहसील के तहत आने वाले गांव कुठेड़ का है। यहां कुलदीप सिंह जो कि बीएसएफ में अपनी सेवाएं दे रहा है के साथ हुआ। दरअसल कुलदीप सिंह की बेटी की शादी 21 मई को तय हुई थी। इन्होंने शादी से पहले वाटर सप्लाई विभाग से शादी वाले दिन पानी देने की ताकीद की थी। इसके लिए उन्होंने बार-बार अनुनय-विनय भी किया। मगर ठीक शादी वाले पानी नाममात्र ही दिया गया। जिससे सारी व्यवस्था प्रभावित हो गई। आनन-फानन में उन्हें जेब से पैसे खर्च करके पानी के टैंकर मंगवाने पड़े। अब कुलदीप सिंह ने रोष व्यक्त किया है कि शादी वाले दिन उन्हें पानी के बिना बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा। कुलदीप सिंह को रंझ है कि पहले सूचित करने भी उनके साथ ऐसा किया गया। तीन दिन तक शादी चलती रही मगर पानी की सप्लाई का आलम वही रहा। उन्हें तो बड़ा फख्र था कि सरकार सैनिकों की सुविधाओं का ध्यान रखती है। मगर बेटी की शादी वाले दिन उनके साथ जो हुआ उससे वे हतप्रभ हैं। कुलदीप सिंह ने बताया कि वैसे भी यहां पानी की सप्लाई नियमित नहीं है। उन्हें पैदल चलकर दूर से पानी लाना पड़ता है। उन्होंने विभाग और सरकार से मांग की है कि उनकी समस्या का हल किया जाए। और कम से कम शादी-विवाह आदि समारोहों में उनके साथ ऐसा न किया जाए। वहीं उस सर्किल के जेई अखिल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उस दिन आंधी तूफान-आने से बिजली नहीं थी। एक दिन पहले पानी दिया गया है। मगर बिजली न होने की वजह से ही यह समस्या आई है। वहीं इलाके में भी पानी की निरंतर सप्लाई हो रही है। भविष्य में भी सप्लाई में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी।