भारतीय युवा गेंदबाज़ो का शानदार प्रदर्शन, 58 रनों पर गिराए ऑस्ट्रेलिया के आखिरी 5 विकेट
भारत के युवा और अनुभवहीन गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथे और आखिरी टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के आखिरी पांच विकेट 58 रनों के अंदर चटका दिया। कंगारू टीम की पहली पारी 369 रनों पर सिमट गई। ब्रिसबेन टेस्ट में जब टीम इंडिया ने अपनी प्लेइंग इलेवन का ऐलान किया था तो उसका बॉलिंग अटैक बेहद ही कमजोर नजर आ रहा थ। आर अश्विन, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम ने शार्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर और टी नटराजन को मौका दिया। सुंदर और नटराजन का ये डेब्यू मैच था और ठाकुर भी अपना दूसरा ही टेस्ट मैच खेल रहे थे लेकिन इतने गैरअनुभवी गेंदबाज होने के बावजूद टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में बड़ा स्कोर नहीं खड़ा करने दिया।
खेल के दूसरे दिन जब ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी शुरू की तो उसने स्कोरबोर्ड पर 5 विकेट पर 311 रन बनाए थे। लेकिन खेल के दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के आखिरी पांच विकेट 58 रन पर गंवा दिए। भारतीय टीम की ओर से शार्दुल ठाकुर ने 3 विकेट डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में टी नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर ने भी 3-3 विकेट लिए। मोहम्मद सिराज को एक विकेट मिला।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज्यादा 108 रन मार्नस लाबुशेन ने बनाए, वहीं कप्तान टिम पेन ने भी हाफसेंचुरी जड़ते हुए 50 रनों की पारी खेली। कैमरन ग्रीन अपना अर्धशतक लगाने से चूक गए और 47 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड हो गए। ऑस्ट्रेलिया के लोअर ऑर्डर ने भी अच्छा योगदान दिया, मिचेल स्टार्क ने नाबाद 20, नाथन लायन ने 22 गेंदों में 24 रनों की पारी खेली।