सुक्खू सरकार के बजट में लॉजिक कम, हवाई बातें ज्यादा: दिशांत कपिल
भाजपा नेता दिशांत कपिल ने हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के बजट को बिना लॉजिक का बताया है। रविवार को यहां जारी बयान में दिशांत कपिल ने कहा कि इस बजट में हवाई बातें ज्यादा हैं। यह दिशा और विजऩ विहीन है। बजट भाषण में मुख्यमंत्री समृद्ध और विकसित हिमाचल की बात कर रहे थे, जबकि कैपिटल एक्सपेंडिचर के नाम पर बजट बढ़ाने के बजाय बजट घटा रही है। सरकार जब इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर पैसा लगाएगी ही नहीं तो प्रदेश विकास की राह पर कैसे आगे बढ़ेगा। दिशांत कपिल ने कहा कि पूर्व की जयराम ठाकुर सरकार में वित्तीय वर्ष 2023-24 में कैपिटल एक्सपेंडिचर 6780 करोड़ था। जिसे घटाकर वित्तीय वर्ष 2024-25 में कैपिटल एक्सपेंडिचर 6280 करोड़ कर दिया गया है। इस तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के बजट में कटौती सरकार की मंशा और समझ पर सवाल खड़े करती है। दिशांत कपिल ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में आपदा आई कृषि और बागवानी जैसे निकाय भारी आर्थिक नुक़सान से गुजरे। उद्योगों का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। ऐसे में प्रदेश की आर्थिक वृद्धि जो सरकार द्वारा बताई गई है, वह समझ के परे है। दिशांत कपिल ने आगे कहा कि सुक्खू सरकार पिछले वर्ष के बजट में की गई घोषणाओं को सरकार पूरा नहीं कर पाई। इस बार के बजट में भी पिछले बजट में की गई ज़्यादातर घोषणाओं को ही दुहराया गया है।
दिशांत कपिल ने कहा कि सबसे अचरज की बात यह है कि जिन गारंटियों पर कांग्रेस सत्ता में आई इस बजट में उन गारंटियों का ज़िक्र तक नहीं है। दूसरे बजट में भी सरकार ने प्रदेश के युवाओं से लेकर महिलाओं, किसानों से लेकर बाग़वानों तक को निराश किया है। हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस के इस झूठ और गुमराह करने की राजनीति का जवाब देगी। ढाई घंटे के बजट स्पीच को सुनकर लगा कि मुख्यमंत्री अपनी पुरानी बजट स्पीच को ही पढ़ रहे हैं।
वही दिशांत कपिल ने हिमाचल सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि कांग्रेस को कोरी घोषणाएं करने की बजाय योजनाओं क्रियान्वयन पर जोर दें। मुख्यमंत्री से जनता का भरोसा टूट चुका है और अब यह भरोसा सरकार फॉर से हासिल नहीं कर पाएगी। सरकार पूरी तरह से नाकाम हो गई है। आपदा राहत के नाम पर भी झूठ बोल रही है। सरकार से हर वर्ग नाराज़ है, निराश हैं। उन्होंने कहा कि इस बजट को मैं सिरे से ख़ारिज करता हूं।