टैक्सी आपरेटरों ने लगाई प्रधानमंत्री से गुहार
टैक्सी कारोबार में अगले एक वर्ष तक कम से कम 50 फीसदी तक गिरावट रहेगी जिस कारण टैक्सी कारोबार प्रभावित होगा। यह बात ऑल हिमाचल देवभूमि टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के मुख्य सलाहकार राम रतन शर्मा ने पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल में टैक्सी व्यवसाय से जुड़े लोगों की आर्थिक हालत बदतर हो चुकी है। सबसे अधिक असर तो मनाली के आपरेटरों पर पड़ा है जिनके पास इसके अलावा और कोई भी काम नहीं है। इस बात को लेकर सभी आपरेटर प्रधानमंत्री के आगे नतमस्तक होकर अपनी पुकार रख रहे हैं और उन्हें पूरी आशा है कि प्रधानमंत्री उनकी पुकार अवश्य सुनेंगे।
कोरेाना महामारी से उभरने में अभी लगेंगे दो साल
शर्मा ने कहा कि महामारी ने टैक्सी के कारोबार को बिल्कुल शून्य पर लाकर छोड़ दिया है। इससे उभरने में करीब एक से दो साल और उससे ज्यादा का समय भी लग जाएगा। इससे उभर पाना इस कारोबार के लिए बहुत मुश्किल है। सरकार को ऐसी योजना बनानी चाहिए ताकि यह कारोबार भी जिंदा रह सके। उन्होंने सरकार से आर्थिक कठिनाई से जूझ रहे टैक्सी संचालकों को सहायता की गुहार भी लगाई है।
प्रधानमंत्री पैकेज में टैक्सी आपरेटरों को भी करें शामिल
रामरतन शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की जनता को 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज घोषित किया था आज सभी टैक्सी आपरेटर उनसे जानना चाहते हैं कि क्या इस पैकेज में उन्हें शामिल नहीें किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसी योजना बनानी चाहिए कि टैक्सी वालों को सभी प्रकार के टैक्स और बैंकों की ईएमआई को को लंबित करने की योजना हो। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को भी उत्तराखंड सरकार की तर्ज पर सोचना चाहिए क्योंकि उत्तराखंड सरकार ने दो साल के लिए टोकन टैक्स माफ किया है।
टैक्सी चालकों की सुरक्षा के लिए विधानसभा में बिल पारित करे सरकार
राम रतन शर्मा ने कहा कि सरकार को टैक्सी चालकों की सुरक्षा के लिए विधानसभा में बिल पारित करना चाहिए ताकि यह कानून बन जाए। उन्होंने किसी ऐसे फंड की व्यवस्था करने की बात कही जिसे सरकार आरंभ करे और सभी आपरेटर उसमें योगदान करें ताकि किसी की जरूरत के समय मदद की जा सके।