करसोग में 215 परिवारों का अपने घर का सपना होगा साकार
( words)
प्रदेश सरकार की स्वर्ण जयंती आश्रय योजना करसोग क्षेत्र के गरीब, पिछड़े व अल्प संख्यक वर्ग के लोगों के लिए सच में ही गोल्ड साबित हुई है। इस योजना के माध्यम से क्षेत्र के गरीब, पिछड़े व अल्प संख्यक वर्ग के लोगों का अपना पक्का घर होने का सपना साकार होगा। योजना के तहत करसोग क्षेत्र में बनने वाले सैकड़ों घरों का निर्माण करने को राज्य सरकार नेे स्वीकृति प्रदान कर दी है।
इन घरों को बनाने पर राज्य सरकार लगभग 3 करोड़ रुपये से अधिक की धन राशि व्यय करेगी। योजना का लाभ पाने के लिए चयनित प्रत्येक लाभार्थी को योजना के तहत अपने सपनों का आशियाना बनाने के लिए प्रति घर एक लाख 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
करसोग क्षेत्र के लिए यह पहला मौका है कि एक साथ इतने अधिक, सैकड़ों मकान क्षेत्र के गरीब, पिछड़े व अल्प संख्यक वर्ग के लोगों के लिए स्वीकृत किए गए हैं। गत वर्षो में क्षेत्र के लोगों के लिए स्वीकृत किए गए मकानों की संख्या पर नजर डाली जाए तो एक वर्ष में 50-60 से ज्यादा मकान स्वीकृत नहीं होते थे, जबकि इस वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार की ओर से एक साथ 215 लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए अपनी स्वीकृती प्रदान की है। क्षेत्र के लोगों को यह सौगात, राज्य की सुख की सरकार के प्रयासों से संभव हुई है।
दो किस्तों में मिलेगा पैसा
चयनित सभी पात्र लाभार्थियों को पैसा दो किस्तों में दिया जाना है। क्षेत्र के लिए स्वीकृत कुल 215 घरों का निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए विभाग की ओर से पहली किस्त के रूप में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की धन राशि सभी चयनित लाभार्थियों को प्रदान की जानी है। जिसकी प्रक्रिया विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है।
करसोग के तहसील कल्याण अधिकारी भोपाल शर्मा ने बताया कि स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत करसोग क्षेत्र के लिए इस वर्ष 215 मकान स्वीकृत हुए है। इन मकानों के निर्माण पर लगभग 3 करोड़ रुपये से अधिक की धन राशि व्यय की जानी है। सभी चयनित लाभार्थियों को योजना के तहत वित्तीय सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।