चम्बा:पांगी में अस्पतालों में नही डॉक्टर, भाजपा विधायक जनक राज ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा

हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र पांगी में स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी और बुनियादी सुविधाओं के अभाव से परेशान लोगों की आवाज अब सीधे हाईकोर्ट तक पहुंच गई है। भाजपा विधायक डॉ. जनक राज ने प्रदेश सरकार पर पांगी के साथ 'सौतेला व्यवहार' करने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की गुहार लगाई है। शिमला में शनिवार को एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. जनक राज ने कहा कि अपने एक सप्ताह के पांगी प्रवास के दौरान उन्होंने पाया कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमराई हुई हैं। अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है, और अल्ट्रासाउंड जैसी मूलभूत सुविधा न होने के कारण मरीजों को उपचार के लिए कुल्लू या जम्मू तक का सफर तय करना पड़ रहा है। विधायक ने आरोप लगाया कि पांगी में विकास नाम की कोई चीज नहीं है और सरकार द्वारा कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा है। उन्होंने हिमाचल दिवस समारोह को भी मात्र 'शिष्टाचार' करार दिया, जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं पूरी नहीं हुईं और लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। जनक राज ने मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में उद्घाटन किए गए पांगी के मिनी सचिवालय की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के बाद से ही मिनी सचिवालय बंद पड़ा हुआ है, और मुख्यमंत्री का 15 अप्रैल का दौरा केवल औपचारिकता निभाने जैसा था। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके विधानसभा क्षेत्र को सरकार जानबूझकर अनदेखा कर रही है।
विधायक ने महिलाओं को ₹1500 देने की घोषणा पर भी सवाल उठाए, यह कहते हुए कि यह पैसा सब्सिडी के रूप में गरीबों के घरों के लिए स्वीकृत हुआ था, जिसे डायवर्ट किया गया। उन्होंने पांगी में मोबाइल नेटवर्क की खराब स्थिति, कई गांवों तक बिजली न पहुंचने और गंदे पानी की आपूर्ति पर भी चिंता व्यक्त की। उनका कहना था कि नालों से सीधे पाइप लगाकर बिना फिल्टर के पानी घरों में पहुंचाया जा रहा है, जिससे लोगों के बीमार होने का खतरा बढ़ गया है।
हिमस्खलन प्रभावितों की अनदेखी और शिक्षा व्यवस्था का हाल
जनक राज ने बताया कि सर्दियों में हिमस्खलन के कारण पांगी की कुमार पंचायत में कई घरों को नुकसान हुआ था, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी प्रभावित परिवारों को कोई मदद नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अभी तक न तो तहसीलदार और न ही एसडीएम मौके पर पहुंचे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी पांगी की स्थिति दयनीय है, क्योंकि स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। इसके अलावा, किलाड़ से चंबा के लिए चलने वाली बस को कुल्लू में बदला जा रहा है, जिससे लोगों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ रही है। विधायक ने बताया कि इन मुद्दों को विधानसभा में कई बार उठाया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।