खतरा बने पेड़ों को बिना देरी काटा जाए : रचना शर्मा
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कहा-त्रासदी ने व्यथित किया, भविष्य के लिए सतर्क हो प्रशासन व सरकार
नगर निगम शिमला में बरसात के साथ हुई भारी तबाही ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। अमूल्य जानें चली गईं, जिसके लिए शोक संतप्त परिवारों के साथ गहरी संवेदना है। नगर निगम शिमला के तहत प्राथमिक रूप से जिन पेड़ों से खतरा है, उन्हें चिन्हित कर तुरंत काटा जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुखद त्रासदी से बचा जा सके। यह बात कसुम्पटी भाजपा की महिला नेत्री व कसुम्पटी वार्ड से पार्षद रचना शर्मा ने कहीं।
उन्होंने गुरुवार को कसुम्पटी की वार्ड में वन विभाग की टीम के साथ दौरा कर खतरा बन रहे पेड़ों का निरीक्षण किया। वन विभाग की टीम को खतरा बन रहे पेड़ों को तय समय में रिपोर्ट कर काटने का आग्रह किया। रचना शर्मा ने कहा कि वन विभाग की टीम ने निरीक्षण किया है। वार्ड के निवासियों ने जिन पेड़ों का खतरा बताया उन सब का निरीक्षण करवाया गया है। रचना शर्मा ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारी रिपोर्ट देंगे, हमने भी एसडीएम को रिपोर्ट पेड़ों की दी है, इससे पहले नगर निगम को भी कुछ पेड़ों के बारे में लिखा है ,अब जो बारिश हुई है उसमें खतरा बड़ा है, अनेक पेड़ों के खतरे से रिहायशी मकानों को खतरा है, इसलिए इन्हें तुरंत सुरक्षित रूप से हटाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि रास्तों का नुकसान हुआ है, अनेक स्थानों पर ढंगे टूट गए हैं, कई स्थानों पर खतरा बना हुआ है। सरकार, प्रशासन, नगर निगम व लोक निर्माण विभाग से आग्रह है कि यहां राहत कार्य भी समय रहते चलाए जाएं। उन्होंने कहा कि जो लोग भी प्रभावित हुए हैं उनके साथ हमारी संवेदनाएं हैं। रचना शर्मा ने कहा कि हम प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं, जो भी मदद करने होगी की जाएगी। उन्होंने वन विभाग की टीम का निरीक्षण करने के लिए आभार भी जताया और साथ ही कहा कि पेड़ों को काटने का काम बिना देरी शुरू होना चाहिए।