2022 में कांग्रेस का भ्रम और अहंकार दोनों टूटेंगे : विशाल नैहरिया
हिमाचल प्रदेश की सियासत में कुछ ऐसे युवा चेहरे है जो सत्ता के गलियारों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करवाने में कामयाब रहे है। धर्मशाला के वर्तमान विधायक विशाल नैहरिया भी उन नामों में शुमार है जो छात्र राजनीति से शुरुआत कर सदन में अपनी क्षेत्र की बुलंद आवाज बने है। धर्मशाला में प्रस्तावित सेंट्रल यूनिवर्सिटी, धर्मशाला क्षेत्र के विकास सहित कई मुद्दों पर फर्स्ट वर्डिक्ट ने विशाल नैहरिया से विशेष बातचीत की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश
सवाल : छात्र राजनीति से आपने करियर की शुरुआत की और वर्तमान में आप विधायक है। आपसे जानना चाहेंगे कि धर्मशाला में विशेषकर युवाओं के लिए आपने क्या कार्य किये है ?
जवाब - मैं जब कॉलेज में था तब से ही छात्र संगठन के साथ जुड़ा था और हमने उस दौरान छात्र हित के मुद्दों पर लड़ाई लड़ी और छात्र हित से जुड़ी जो भी समस्याएं होती थी, उसका भी समाधान किया। विधायक बनने के बाद जिम्मेदारियां बढ़ी और जनता की उम्मीदें भी मुझसे जुड़ी और जाहिर है युवाओं व छात्रों को मुझसे अधिक उम्मीदें रही। छात्रों को लेकर हमने खास प्रारूप तैयार किया था और उस पर कार्य भी किया। आज आप देखेंगे धर्मशाला विस क्षेत्र में 10 ऐसे स्कूल है जहाँ हमने स्मार्ट क्लास रूम तैयार किये। इसके अलावा कुछ स्कूलों में खेल गतिविधियों को शुरू करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया। बॉयज स्कूल में हम करीबन 3 करोड़ की लागत से स्पोर्ट्स इक्यूपमेंट स्थापित करने वाले है। इसके अलावा बैडमिंटन कोर्ट सहित अन्य सभी सुविधाएं यहां प्रदान की जाएगी। धर्मशाला में ही बीएड कॉलेज में भी ग्राउंड तैयार करने का हम प्लान कर रहे है। वहीं प्रयास किया जा रहा है कि सरकार की तरफ से छात्रों के लिए हम ऐसे स्पोर्ट्स इवेंट ऑर्गनाइज करें जिससे छात्रों को खेल प्रतिभा दिखाने के लिए मंच मिल सके। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में हम खेल महाकुंभ का आयोजन करने जा रहे है जिसमें 15 से 35 वर्ष के युवा साथी इसमें भाग ले सकेंगे। प्रदेश सरकार शिक्षा में गुणवत्ता लाने और सृदृढकरण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। धर्मशाला में हमने 2020 में अटल आदर्श विद्यालय सैंक्शन करवाया है जिसकी भूमि शिक्षा विभाग के नाम स्थानांतरित कर दी गयी है, बहुत जल्द इसका शिलान्यास भी किया जाएगा। आपको ज्ञात होगा कि धर्मशाला में फ़ूड एंड क्राफ्ट इंस्टिट्यूट हुआ करता था जिसे अब प्रमोट करके इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट कर दिया गया है। अब यहां पर भी छात्र होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर सकेंगे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं से लोग लाभान्वित हो रहे है। इसके अलावा छात्रों को रोजगार मिल सके और स्वरोजगार की तरफ बढ़े, इस कड़ी में भी हम लगातार कार्य कर रहे है। आने वाले समय में हम धर्मशाला को इंटरनेशनल डेस्टिनेशन ऑफ़ टूरिज्म और इंटरनेशनल डेस्टिनेशन ऑफ़ एजुकेशन के तौर पर विकसित करने के लिए निरंतर प्रयत्न कर रहे है।
सवाल : सेंट्रल यूनिवर्सिटी कहाँ बनेगी, इसको लेकर अभी भी संशय बरकरार है। कब तक इस यूनिवर्सिटी के बनने की संभावना है?
जवाब - सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस के लिए प्रोजेक्ट प्रस्तावित है और निसंदेह यह यूनिवर्सिटी धर्मशाला में ही बनेगी और चयनित जमीन पर ही निर्माण होगा। देखिये लगभग 11 वर्षो से यह प्रोजेक्ट लटका हुआ था और मैंने विधायक बनने के बाद संबंधित विभागों के साथ बात की और पूरा अध्यन किया। सभी पुराने दस्तावेज निकाले उसपर काम किया और क्यों यह प्रोजेक्ट इतने वर्ष लंबित रहा इसको भी जानने का प्रयत्न किया। देखिये मेरे विधायक बनने से पहले धर्मशाला में चोला गांव में जगह चयनित की गई थी, जो जियोलाजिकल सर्वे में फेल हो गई। इसके बाद जगरागल में भी भूमि का चयन किया गया था और यह भी जियोलाजिकल सर्वे में सफल नहीं रही । मेरे विधायक बनने के बाद जब मैंने विभाग के अधिकारियों से बात की तो पूरे मामले का निरीक्षण करके माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन किया कि जियोलाजिकल सर्वे को रिव्यु करवाइये। हमने जियोलाजिकल सर्वे को रिव्यु करवाया और रिव्यू की जो रिपोर्ट थी उसमें बताया गया कि प्रस्तावित केंद्रीय विवि धर्मशाला का निर्माण कार्य किया जा सकता है। लगभग 25 हेक्टेयर भूमि केंद्रीय विश्वविद्यालय के नाम स्थानांतरित कर दी गयी है। इसके अलावा जो 75 हेक्टेयर भूमि है वो फारेस्ट डिपार्टमेंट की है वहां से भी जियोलाजिकल सर्वे के माध्यम से हमने विभिन्न सैंपल लिए और डिटेल्ड रिपोर्ट के लिए आगे भेजे हैं। एक महीने के भीतर हमने रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय विवि प्रशासन से भी इस बाबत बात हुई है, जैसे ही केस अपलोड होता है, टेंडर सहित सारी प्रक्रिया पूर्ण होती है, सेंट्रल यूनिवर्सिटी का कार्य शुरू किया जायेगा। मैं यह भी कहना चाहूंगा कि मेरे विधायक बनने से पहले जो भी त्रुटियां हुई उसका मैं जिम्मेवार नहीं हूँ, लेकिन धर्मशाला के विकास के लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा और जल्द ही सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनकर तैयार होगी।
सवाल : कुछ दिन पहले बॉयज स्कूल प्रबंधन ने दरखास्त की थी कि स्कूल का जो हिस्सा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के अंदर आ गया है उसे वापिस स्कूल को दिया जाये। इसके अलावा लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास सहित अन्य मांगे की गयी थी, इन सभी मुद्दों को लेकर आपका क्या पक्ष है ?
जवाब : बॉयज स्कूल का जो कैंपस सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए दिया जा रहा है, उसके लिए हमारी आज भी यह कोशिश है कि वो जल्द स्कूल को वापस मिले। अभी केंद्रीय विवि का स्थाई कैंपस नहीं बना है, इसलिए अभी ये सम्भव नहीं है। केंद्रीय विवि प्रशासन ने मांग की थी कि बॉयज स्कूल का जो पुराना हिस्सा है उसे दिया जाए, इसको लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने निरीक्षण किया था। मैं स्पष्ट करना चाहता हूँ कि स्कूल का जो हिस्सा अभी दिया गया है वो अस्थायी तौर पर दिया है, इसका प्रयोग तब तक किया जायेगा जब तक स्थाई भवन का निर्माण नहीं हो जाता। इसके अलावा लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास रूम जैसे मुद्दों के लिए हम कार्य कर रहे है और जल्द ही धर्मशाला में स्मार्ट क्लास नहीं स्मार्ट स्कूल भी बनाया जायेगा।
सवाल : नगर निगम में पर्याप्त मात्रा में स्टाफ नहीं है, जिससे कार्य करवाने में भी कई दिक्क़ते पेश आती है। इसको लेकर पार्षद और अधिकारी भी लगातार इस मुद्दे को उठाते रहे है, क्या कहना चाहेंगे?
जवाब - देखिये कुछ चीज़े काफी समय से चलती आ रही है और आप देखिये 2016 में नगर परिषद को नगर निगम बनाया गया था। उस दौरान काफी कमियां थी उसके ऊपर कोई ध्यान नहीं दिया गया। नगर परिषद का जो हिस्सा था उससे तीन गुणा नगर निगम के अंदर ले लिया लेकिन स्टाफ की संख्या को नहीं बढ़ाया गया। मैं इस बात से सहमत हूँ कि स्टाफ की कमी है, लेकिन आप देखिये हिमाचल प्रदेश में तीन और नए नगर निगम बनाये गए है। हमने माननीय मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि यहाँ पर कारपोरेशन एक्ट के तहत सुचारु व्यवस्था दी जाए ताकि हम आवश्यकतानुसार स्टाफ तैनात कर सके। हमने वैसे डेपुटेशन और आउटसोर्स के माध्यम से पद निकाले है, जल्द ही ऐसा प्रावधान करेंगे की परमानेंट स्टाफ यहाँ तैनात हो जिससे लोगो को कोई भी समस्या पेश न आये।
सवाल : पिछले वर्ष 27 नवम्बर को पीएम मोदी सरकार के चार साल पूर्ण होने के उपलक्ष में मंडी पहुंचे थे, उसी दिन कांग्रेस ने काला दिवस मनाया था और कांग्रेस ने सरकार के चार साल को विफल करार दिया था। क्या कहना चाहेंगे?
जवाब - कांग्रेस उन चीजों पर बात कर रही है जिसके ऊपर खुद उन्होंने काम नहीं किया। 60 साल से ज्यादा कांग्रेस ने देश पर राज़ किया है और अपनी सरकार रहते जनहित के लिए कोई कार्य नहीं कर पाई। इन्होंने सिर्फ अपनी जेबे भरी। अराजकता और गुंडागर्दी का माहौल देशभर में पैदा किया और इसी कारण देश की जनता ने संकल्प लिया और 2014 में कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया। 2017 से हिमाचल में भी कांग्रेस सत्ता से बाहर है और यदि इन्होंने जनता के लिए कुछ काम किया होता तो प्रदेश की जनता इनको स्वीकार करती।
सवाल : उपचुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा, एक उम्मीदवार की तो जमानत जब्त हुई। इसके पीछे क्या कारण मानते है, कहाँ कमी रही?
जवाब- हमने हार को स्वीकार किया है और हार जीत का एक कारण नहीं होता। हार के मंथन के लिए पार्टी ने बैठक की और हार के कारणों को आज भी हर पहलुओं से निरीक्षण किया जा रहा है। आप देखिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश का हर वर्ग योजनाओं से लाभान्वित हो रहा है, हर दुर्गम क्षेत्र में सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि 2022 में फिर एक बार भाजपा की सरकार बनेगी और कांग्रेस का भ्रम और अहंकार दोनों टूटेंगे।