मटौर-शिमला फोरलेन पर टोल वसूली शुरू, घट्टा टोल प्लाजा पर महंगा हुआ सफर

मटौर से शिमला जाने वाले फोरलेन पर अब सफर महंगा हो गया है। वीरवार से भंगवार से कांगड़ा बाईपास तक के पूरे हो चुके फोरलेन हिस्से के लिए टोल टैक्स की वसूली शुरू हो गई है। रानीताल के पास घट्टा में बनाए गए टोल बैरियर से गुजरने वाले वाहनों को अब यह शुल्क अदा करना होगा। भले ही भंगवार से कछियारी तक का पूरा फोरलेन 'रियुंड खड्ड' पर बनने वाले पुल के कारण अभी अधूरा है, फिर भी अब तक बने हिस्से के लिए टोल वसूली शुरू कर दी गई है। एनएचएआई के परियोजना निदेशक (फोरलेन) विक्रम सिंह मीणा ने बताया कि घट्टा में टोल प्लाजा चालू हो गया है और फिलहाल जितना फोरलेन बना है, उसी का शुल्क वसूला जाएगा। अलग-अलग वाहनों के लिए टोल दरें निर्धारित की गई हैं, जिनमें एकतरफा यात्रा, उसी दिन वापसी, मासिक पास (50 बार टोल पार करने पर) और जिले में पंजीकृत कॉमर्शियल वाहनों के लिए विशेष दरें शामिल हैं। कार, जीप, वैन और हल्के वाहनों को एकतरफा सफर के लिए 25 रुपए और उसी दिन वापसी के लिए 35 रुपए देने होंगे, जबकि उनके लिए मासिक पास 790 रुपए का होगा। जिले में पंजीकृत कॉमर्शियल कारों के लिए यह 10 होगा। हल्के कॉमर्शियल वाहनों, हल्के गुड्स वाहनों और मिनी बसों के लिए दरें क्रमशः 40 (एकतरफा),55 (वापसी), 1275 (मासिक पास) और 20 (जिले में पंजीकृत) तय की गई हैं। बस और टू-एक्सल ट्रकों के लिए यह 80, 120, 2675 और 40 है, जबकि थ्री-एक्सल कॉमर्शियल वाहनों के लिए 90, 130, 2920 और 45 निर्धारित किया गया है। भारी कंस्ट्रक्शन मशीनरी और चार से छह एक्सल वाले भारी वाहनों को 125, 190, 4195 और 65 चुकाने होंगे। ओवरसाइज़ वाहनों के लिए दरें सबसे अधिक 155, 230, 5110 और 75 तय की गई हैं। स्थानीय लोगों के लिए पास बनाने की सुविधा भी रहेगी।