कांगड़ा : तिरंगा हम सभी का गौरव है हमें इस पर गर्व है-डॉ. के एस अत्री

मनोज कुमार। कांगड़ा
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 'हर घर तिरंगा' के अंतर्गत अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय तकीपुर में तिरंगा फहराया जाने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कॉलेज के समस्त छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। राष्ट्र ध्वज फहराने से पहले प्राचार्य डॉ. केएस अत्री ने अपने संबोधन में कहा कि महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थी 2 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान में भाग लें। उन्होंने कहा कि इंडियन फ्लैग कोड 2002 के मुताबिक नेशनल फ्लैग तिरंगा को केवल दिन में ही फहराने की अनुमति थी। शाम होने के साथ ही उसे उतार दिया जाता था, लेकिन केंद्र सरकार ने हर घर तिरंगे अभियान के लिए फ्लैग कोड के नियमों में बदलाव किया है, जिसके मुताबिक अब दिन और रात दोनों में तिरंगा झंडा फहराया जा सकता है।
इसके लिए भी जुलाई 2022 को भारतीय ध्वज संहिता 2002 में संशोधन किया गया है। उन्होंने कहा कि फ्लैग कोड में एक और बड़ी तबदीली करते हुए सरकार ने पॉलिस्टर और मशीन के झंडों को भी मंजूरी दे दी है। इससे पहले केवल हाथ से बनाए गए कपास, उन और रेशमी खादी के झंडों को फहराने की अनुमति थी। उन्होंने कहा कि तिरंगा फहराने से पहले हमें कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, तिरंगे पर कुछ नहीं लिखना चाहिए, किसी भी अन्य झंडे को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या बराबर नहीं ठहराया जा सकता, फटा हुआ या गंदा तिरंगा भी हमें नहीं फहराना चाहिए, तिरंगे को पूरे आदर और जोश के साथ फहराना फहराया जाना चाहिए तथा इसे धीरे-धीरे उतारा जाता है। इसे कभी जमीन पर स्पर्श नहीं करना चहिए। झंडा ऊंचा रहे हमारा संबोधन के पश्चात महाविद्यालय के प्रांगण में राष्ट्रीय ध्वज को प्राचार्य डॉ. केएस अत्री ने फहराया इस पावन उत्सव पर डॉ. अश्विनी शर्मा ने तिरंगे के महत्व को बताते हुए कहा कि भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हम सभी भारतीयों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यह हम सभी को देश के प्रति अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है और राष्ट्रीयता तथा देशभक्ति की भावना को दिखाता है। उन्होंने कहा की राष्ट्रध्वज केवल कपड़े से बना हुआ कोई टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह वह भावना है, जो देश के लिए महान क्रांतिकारियों को त्याग करने, सैनिकों को देश रक्षा में बलिदान करने और नागरिकों को देश के विकास करने और इसका सम्मान करने के लिए प्रेरित करती है। इस अवसर पर देशभक्ति के गीत भी प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एस के सोनी, प्रो. अमरीश घई, डॉ. भगवान दास, प्रो. पवन, डॉ. प्रीति वाला, प्रो. श्रुति, प्रो. लेखराज, प्रो. सतपाल, सविता, जनक एवं मुनीष महाविद्यालय के समस्त छात्र उपस्थित रहे।