ज्वालामुखी में जल शक्ति विभाग ने भुगतान तिथि से दो दिन पहले थमाए सीवरेज के 3 साल पहले के बिल
ज्वालामुखी उपमंड़ल का जल शक्ति विभाग अपनी कुंभकर्णी नींद से जाग उठा है। जल शक्ति विभाग की तरफ से दो दिन पहले ज्वालामुखी शहर में सीवरेज बिलों को थमाया गया है, और उसमें बिल जमा करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी निर्धारित की गई है जबकि बिल जारी करने की तिथि 2019 की डाली गई है, इसे विभाग की गलती कहें या कुछ और स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। ज्वालामुखी के 12 हजार सीवरेज कनेक्शन है लेकिन 2017 के बाद किसी को भी बिल नही दिया गया। जबकि अभी दो दिन पहले जारी किए गए बिल 2017 से लेकर जनवरी 2019 के हैं , जो 1600 से 5000 तक के हैं और उजभोक्ताओं को 2021 में दिए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों को भारी भरकम बिल और भुगतान से दो दिन पहले बिल थमाना रास नही आ रहा है। सभी ने विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया है।
उनका कहना है कि विभाग की गलती का खमियाजा वे सब क्यों भुगतें। स्थानीय निवासी ओंकार चंद सूद , रमेश चंद, नरेंद्र कुमार, पंकज, दिलीप आदि का कहना है कि जल शक्ति विभाग की लेटलतीफी उन सब पर भारी पड़ रही है। सीवरेज के भारी भरकम बिल उन्हें भुगतान तिथि से मात्र दो दिन पहले थमा दिए गए हैं, और विभाग स्टाफ की कमी का रोना रो रहा है। इस संदर्भ में ज्वालामुखी के सहायक अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग प्यारे लाल का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण बिलों को नही बांटा गया था। सरकार के निर्देशों का पालन किया गया था, इसलिए बिल अभी दिए गए हैं। अगर कोई उपभोक्ता बिल देरी से भी देता है, तो कोई पेनल्टी नही लगाई जाएगी और विभाग सभी के साथ सहयोग करेगा।