महिला साहित्यकार संस्था ने किया ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन
बिलासपुर। राष्ट्रपिता गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में बिलासपुर में कार्यरत महिला साहित्यकार संस्था की जिला बिलासपुर इकाई ने ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया। इसमें विभिन्न विदुषी कवियित्रीयों ने भाग लिया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. अनेक राम सांख्यान रहे। डॉ. सांख्यान अखिल भारतीय साहित्य परिषद बिलासपुर के भी अध्यक्ष हैं। संस्था के सम्मानित संयोजक डॉ. रविंद्र ठाकुर ने अपनी उपस्थिति से काव्य गोष्ठी की शोभा बढ़ाई।
सर्वप्रथम महिला साहित्यकार संस्था की अध्यक्ष शीला सिंह ने मुख्य अतिथि व संयोजक का स्वागत करते हुए संस्था की प्रदेश अध्यक्ष रीता सिंह का आभार व्यक्त किया। गोष्ठी का संचालन संस्था की उपाध्यक्ष डॉ. हेमा ठाकुर ने किया। कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना से किया गया। प्रबुद्ध कवियित्री प्रतिभा शर्मा ने अपनी सुरीली आवाज में मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की। संस्था की महामंत्री शालिनी शर्मा ने बहुत सुंदर कविता 'चाहिए एक बापू और' प्रस्तुत की। विजय कुमारी सहगल ने 'महात्मा गांधी जिनका नाम था वो आजादी का तूफान था' कविता पढ़ी। प्रतिभा शर्मा ने 'भारत मां की करो बंदना, सुंदर कविता का वाचन किया। मीना चंदेल ने 'बापू जी फिर आना होगा' सुंदर कविता प्रस्तुत की। हेमा ठाकुर ने महात्मा गांधी की सामाजिक उत्थान से ओतप्रोत 'सत्य की राह दिखाते बापू' कविता पढ़ी। संस्था की अध्यक्ष शीला सिंह ने 'महात्मा गांधी युग पुरुष थे' कविता पढ़ी और बाद में महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी हुई शिक्षाप्रद बातों पर प्रकाश डाला।
संयोजक डा. रविंद्र ठाकुर ने काव्य गोष्ठी में प्रस्तुत की गई सभी प्रकार की कविताओं तथा महात्मा गांधी के जीवन चरित्र पर व्याख्या की। उन्होंने महिला साहित्यकारों द्वारा प्रस्तुत कविताओं की सराहना की। अंत में मुख्य अतिथि डॉ. अनेक राम सांख्यान ने महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी हुई अनेक बातों तथा उनके द्वारा दी गई शिक्षा की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की काव्य गोष्ठी के माध्यम से साहित्य गतिविधियों को गतिशीलता प्रदान करने का अच्छा माध्यम है। कार्यक्रम की समाप्ति राष्ट्रगान से हुई।