महिला शक्ति सड़क किनारे सब्जियां बेचकर अपनी आर्थिकी को दे रही है मजबूती
चूल्हे चौखे के साथ अपनी आर्थिकी को मज़बूती दे रही महिलाएं महामारी के इस कठिन दौर में वे परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए मनरेगा में दिहाड़ी मजदूरी के साथ-साथ अपनी नकदी फसलों को बेचने में भी पीछे नहीं है। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर जोगिन्दर नगर से लेकर गुम्मा तक ऐसी दर्जनों महिलाएं सडक़ किनारे अपनी नकदी फसलें बेचते हुए नज़र आ रही हैं। ये महिलाएं अपनी नकदी फसलें पीठ पर उठा कर 2-3 किमी दूर से सडक़ के किनारें सब्ज़ियां बेचने के लिए पहुंच रही हैं। छाणग गुम्मा में सड़क के किनारे बैठी महिलाओं से बात की गई तो वहाँ मौजूद बिमला देवी ने बताया कि बरसाती मौसम के कारण उनके यहां प्राकृतिक तौर पर तैयार सब्जियों की काफी पैदावार है जिसे वह प्रतिदिन अपनी पीठ पर उठाकर बेचने के लिए सूखा नाला पुल के पास पहुंचती हैं। इसी तरह अन्य कई महिलाएं अपनी फसलों कि पैदावार को पीठ पर उठाए उन्हें बेचने के लिए वहाँ पहुँच रही हैं तथा उन्हें इन फसलों के अच्छे दाम प्राप्त हो जाते हैं। इसी बीच सब्जियां खरीदने के लिए रूके एक यात्री देवराज से बातचीत की गई तो उनका कहना है कि महिलाओं द्वारा यहां बेचे जा रहे यह उत्पाद जहां पूरी तरह से प्राकृतिक तौर पर उगाए गए हैं तो वहीं इनकी कीमत बाजार के भाव से भी कम है। जिसका सीधा असर उनकी सेहत के साथ-साथ आर्थिकी पर भी पड़ता है।