उपमण्डल देहरा के अंतर्गत पड़ती पँचायत ख़बली मरेहड़ा में बुधवार देर साय गश्त एवम ट्रैफिक चेकिंग के दौरान एक 38 वर्षीय व्यक्ति से 105 ग्राम चरस बरामद कर बड़ी सफलता हासिल की है। बताया जा रहा है कि देहरा पुलिस नियमित तौर पर ट्रैफिक चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान एक गाड़ी में आ रहे व्यक्ति से पुलिस ने चरस बरामद की है। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी बाबा बडोह का रहने वाला बताया जा रहा है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी देहरा अंकित शर्मा ने बताया कि देहरा पुलिस ने उक्त व्यक्ति को हिरासत में लेकर मामला दर्ज कर लिया है। देहरा पुलिस किसी भी सूरत में नशे के सौदागरों को नहीं बख्शेगी।
पुलिस थाना ज्वालामुखी के अंतर्गत देर शाम पुलिस ने गश्त के दौरान देहरा निवासी व्यक्ति जोकि भड़ोली में मीट अंडा की दुकान करता है, पुलिस ने दुकान में तलाशी के दौरान मौके पर 4 बोतल देसी शराब मार्का उना न०1, कुल 3000 एमएल देशी शराब बरामद की है। पुलिस ने मौके पर कार्यवाही करते हुए उक्त अपराधी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी ज्वालमुखी चंद्रपाल ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है। ज्वालामुखी पुलिस किसी भी सूरत में नशे के सौदागरों को नहीं बख्शेगी।
उपमण्डल ज्वालामुखी के अन्तर्गत खुंडिया में युवा मोर्चा द्वारा क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विजेता टीम को 11000 रुपये की नकद राशि देकर सम्मानित किया गया है। आयोजनकर्ता अजय राणा छिलगा, अजय राणा, डॉक्टर सुरजीत, पंकज राणा, सौरभ राणा, नवीन, लकी, जय शर्मा, खन्ना अमन, साहिल, प्रिंस, प्रवीण, अभिषेक, बलवंत, अतु, दीपक सभी के सहयोग से प्रतियोगिता का समापन पूरे हर्षोउल्लास के किया गया। बताया जा रहा है कि प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला चतर बड़ा एवम अलुहा टीम के बीच में हुआ जिसमें चतर टीम विजयी व अलुहा टीम उपविजेता रही। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को युवा मोर्चा द्वारा सम्मानित किया गया।
पुलिस थाना खुंडिया के अंतर्गत बीती रात पुलिस ने टिहरी स्पड़यालू में नाकेबंदी के दौरान में एक टेम्पो ट्रेवल्स जिसका न० HP29C-8877 से 200 पेटी शराब यानि कुल 2400 बोतल मार्का संतरा बरामद की है। पुलिस ने टेम्पो चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी ज्वालामुखी चन्द्र पाल ने बताया कि खुंडिया पुलिस ने रात में चेकिंग के दौरान उक्त टेम्पो चालक को पकड़ा है। उक्त टेम्पो का परमिट सही नहीं पाया गया जिसपर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
युवा मोर्चा अर्की द्वारा दाड़लाघाट में स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि दी गयी और उनकी प्रेरणा को अपने जीवन में उतारने का प्रण लिया गया।अर्की युवा मोर्चा के अध्यक्ष महेन्द्र ठाकुर की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रदेश उपाध्यक्ष रत्न सिंह पाल ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के लिए आज प्रेरणा के स्रोत हैं। स्वामी विवेकानंद नाम उनको उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस ने दिया था। 12 जनवरी यानी कि स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को देश ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाता है। प्रदेश उपाध्यक्ष रत्न सिंह पाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार इंसान के दिल में आज भी स्फूर्ति पैदा कर देते हैं। बेहद ही कम उम्र में दुनिया को आईना दिखाने वाले स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व और आदर्शों को शब्दों में बांधना एकदम आसान नहीं है। आज भी स्वामी विवेकानंद के सुंदर विचार जो हर किसी में उत्साह पैदा करते हैं, उन्होंने कहा था उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये। इस दौरान युवा मोर्चा अर्की के सदस्यों ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष रत्न सिंह पाल, संतराम, रूपराम, महेंद्र ठाकुर, हरीश, विजय, मदन ठाकुर, राजेश पूरी, नागेंद्र कौशल, प्रेम कंवर सहित अन्य मौजूद रहे।
ज्वालामुखी की पंचायत जखोटा में बुधवार को स्थानीय विधायक एवं योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चंद् धवाला ने पंचायत जखौटा के प्रधान सुमित राणा की उपस्थिति में साडे 4 लाख की लागत से बने सैनिक भवन का उदघाटन किया। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी देहरा चतर सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष मान चंद राणा, महामंत्री विमल चौधरी, भाजपा नेता विजय मैहता, रामस्वरूप शास्त्री, जिला आईटी संयोजक सुशील राणा एवं मंडल सोशल मीडिया प्रभारी अनिल धीमान विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर पूर्व सैनिक कैप्टन किशोर चंद, कैप्टन विचित्र सिंह व अन्य पूर्व सैनिक भी उपस्थित रहे। इस नवनिर्मित भवन में शौचालय बनाने के लिए विधायक रमेश धवाला ने एक लाख रुपए स्वीकृत किए जबकि खंड विकास अधिकारी चतर सिंह ने दो लाख रुपए इस भवन के शेष बचे निर्माण कार्यों को करने के लिए स्वीकृत किए। विधायक रमेश धवला ने इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व सैनिकों के लिए व गांव के अन्य लोगों की सुविधा के लिए यह सैनिक भवन यहां पर बनाया गया है। इससे लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने लोगों को इसके लिए बधाई देते हुए कहा कि सरकार जनहित में ऐसे कई निर्णय ले रही हैं। केंद्र व प्रदेश की डबल इंजन के सरकार ने विकास के कई आयाम प्रस्तुत किए हैं। ज्वालामुखी के चंगर् और बलीहार क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में पहले योजनाओं के लिए बजट का प्रावधान किया जाता है और उसके बाद उनका शिलान्यास किया जाता है। जबकि कांग्रेस पार्टी बिना बजट के शिलान्यास करके लोगों को भ्रमित करती है। उन्होंने कहा कि आज ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपए की सड़कों का निर्माण कार्य हो रहा है। कई नई पेयजल और अन्य परियोजनाओं का विस्तार हो रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी बदलाव और उत्थान हो रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में कई अभूतपूर्व विकास हुए हैं। इन सब का श्रेय प्रदेश की जयराम सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को जाता है।
देश और प्रदेश में चल रही कोरोना की तीसरी लहर ने कहर मचाना शुरू कर दिया है और सरकार भी जनता को इससे बचाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी किए गए है जिसमे मास्क लगाकर रखना, आपस मे समाजिक दूरी बनाए रखना और भीड़ वाली जगह पर न जाना और अधिक जरूरी काम से ही घरों से निकलने के लिए जनता से आग्रह किया गया है। वही ठाकुरद्वारा पुलिस अपने क्षेत्र में निरंतर लोगों को जागरूक कर रही है लेकिन उसके बावजूद भी कई लोग कोरोना की तीसरी लहर को हलके में लेते हुए सरकार के आदेशों की सरेआम उलंघना करते दिख रहे है। जिनके खिलाफ आज ठाकुरद्वारा पुलिस ने कड़ी कार्यवाही की है। जानकारी देते हुए थानां प्रभारी इन्दौरा सुरिंदर सिंह धीमन ने बताया कि आज पुलिस चौकी ठाकुरद्वारा के प्रभारी रूप सिंह ने अपनी पुलिस की टीम को साथ लेकर पूरे क्षेत्र में चैकिंग अभियान चलाया और अधिकतर लोग सरकार के आदेशों का पालना करते दिखे। इस कार्यवाही के दौरान बिना मास्क लगाकर क्षेत्र में घूम रहे लगभग 50 लोगो के चालान काटकर मोके पर हजारो रुपए जुर्माने के तौर पर वसूल किए गए।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष देहरा हरिओम शर्मा, जिला कांग्रेस महासचिव इंद्रजीत शर्मा, अन्य पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष जोगिंदरा चौधरी, ब्लॉक कांग्रेस संगठन महासचिव पवन कुमार व ब्लॉक कांग्रेस महासचिव देशराज ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर से आग्रह किया है कि इस समय देहरा ब्लॉक कांग्रेस के कई फ्रंटल संगठनों प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के पद रिक्त हैं। उन्हें संबंधित प्रदेश अध्यक्षों को इन रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश जारी करें ताकि देहरा कांग्रेस की मजबूती के लिए इन संगठनों को लामबंद किया जा सके। इसी के साथ यह भी आग्रह किया जाता है की देहरा ब्लॉक कांग्रेस के इंटेलेक्चुअल बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ पर सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ सतीश कुमार निवासी ग्राम पंचायत महेवा डाकघर व तहसील हरिपुर जिला कांगड़ा को नियुक्ति दी जाए।
भारतीय किसान संघ विकास खंड कुनिहार ने प्रधानमंत्री सहित प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री को नायब तहसीलदार दाड़लाघाट इंदर कुमार के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। अध्यक्ष नरेश कुमार की अध्यक्षता में किसानों की समस्याओं के संदर्भ में ये ज्ञापन सौंपा गया। संघ के पदाधिकारियों ने बताया की समय-समय पर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार एवं प्रशासन को अवगत करवाया गया है। राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की योजनाओं से क्षेत्र के किसान वंचित है परिणाम स्वरूप किसान खेती से विमुख होता जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि बेसहारा पशुओं द्वारा खेती की उजाड़ व जान माल की सुरक्षा के लिए बेसहारा पशुओं के लिए गौ अभ्यारण निश्चित समय अवधि में बनाया जाए। बंदरों, सुअरों तथा नीलगाय द्वारा खेती के नुकसान को देखते हुए इसका उचित प्रबंधन किया जाए।
रूद्रा पब्लिक स्कूल धुन्दन के सालाना कैंलेडर का विमोचन एसडीएम अर्की शहजाद आलम ने किया। इस मौके पर शहजाद आलम ने विद्यालय प्रबंधन को अपनी ओर से शुभकामनाएँ दी। विद्यालय के मैनेजिग डारेक्टर राकेश बट्टू ने बताया कि रूद्रा शिक्षा के क्षेत्र में लगभग 2 वर्षों से अपनी सेवाऐं दे रहा है। कोरोना के समय रूद्रा परिवार ने अपने विद्यार्थीयों के दो महिने के फीस व स्कूल वर्दी और स्कूल बैग भी मुफ्त बच्चों को बांटी थी। उन्होंने बताया की रूद्रा परिवार इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में अपना कार्य निंरतर करती रहेगी। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन के चैयरमेन हरिश गौतम, डारेक्टर अभिषेक कौड़ल व आसिफ चौधरी मौजूद रहे।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर एफपीओ डॉक्टर आरएस मनहास एसएफएसी द्वारा भारत सरकार की 10 हज़ार एफपीओ की स्कीम के तहत ,देहरा ब्लॉक में एक एफपीओ, देहरा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी का गठन किया गया। वंही इस दौरान देहरा ब्लॉक के प्रगतिशील किसानों को चुनकर एपीओ की मैनेजमेंट कमेटी का भी गठन किया गया। बता दें कि इस एफपीओ द्वारा देहरा ब्लॉक के सभी किसान अपने उत्पादों का बेहतर विपणन कर सकते हैं, जिससे किसानों को उनके उत्पादन का बेहतर बाजार मूल्य मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। इस संगठन के माध्यम से भारत सरकार की भिन्न-भिन्न कृषि योजनाओं ,तकनीकी ज्ञान व आर्थिक मदद किसानों को मिल सकेगी। इस अवसर पर आयुष विभाग के उपमंडलीय आयुष चिकित्सा अधिकारी बृज नंदन शर्मा ने उपस्थित होकर अपनी सुभ कामनाएं दीं। इस बैठक में ताराचंद, नरेंद्र शर्मा, विजय राणा, विनय दयालप्रीत, प्रीतम चंद, देवराज संजीव कुमार, रमा देवी, अनिल कुमार जगदीश राम, विपिन कुमार, रविंद्र कुमार, पूजा देवी, डाक्टर सुनील कुमार, डॉक्टर धीरज, डॉक्टर संजीव एवं सहारा संस्था घलौर के संस्थापक अनूप वशिष्ठ उपस्थित रहे।
कलाकड़ (कोना) थुरल गांव के कश्मीर सिंह डोगरा ने अपनी धर्मपत्नी स्वर्गीय कमलेश कुमारी की याद में देहरा ब्लॉक की पंचायत के पिहड़ी ग्लोटी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पीने के पानी की टैंकी के लिए 20,000 रुपये दान दिए हैं। स्कूल के प्रधानाचार्य विनोद बस्सी, एसएमसी प्रधान विजय कुमार, प्रवक्ता राकेश राणा तथा समस्त स्कूल स्टाफ और एसएमसी सदस्यों ने कश्मीर सिंह डोगरा का आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि पिहड़ी ग्लोटी पंचायत को अति पिछड़ी पंचायत का दर्जा प्राप्त है। यह पंचायत आज भी भूगोलिक परिस्थितियों में विकास में बहुत ही पिछड़ी हुई पंचायत है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज संजौली-ढली बाईपास के समीप 18 करोड़ रुपये की लागत से बने हेलीपोर्ट का लोकार्पण किया। मीडिया से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार ने स्वदेश दर्शन कार्यक्रम के हिमालयन सर्किट के अंतर्गत 12.13 करोड़ रुपये और केन्द्र सरकार की उड़ान-2 योजना के तहत 6 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा इस हेलीपोर्ट से न केवल प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को सुविधा मिलेगी बल्कि आईजीएमसी के समीप होने से इसका उपयोग आपातकालीन सेवाओं में भी प्रभावी रूप से किया जा सकेगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तीन मंजिला हेलीपोर्ट में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं जैसे रिसेप्शन काउंटर, हेलीपोर्ट प्रबंधक कार्यालय, टिकट काउंटर और वीआईपी लाउंज आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हेलीपोर्ट में यात्रियों के आगमन के लिए पोराटा केबिन की सुविधा, 50 वाहनों के लिए पार्किंग, हेलीकाॅप्टर के लिए डेक और सेफ्टी नेट भी हैं। उन्होंने कहा कि यह हेलीपोर्ट 10.3 बीघा भूमि के क्षेत्र में फैला है तथा भिति चित्रों द्वारा इसका सौन्दर्यीकरण किया गया है। यह हेलीपोर्ट सीसीटीवी/निगरानी तंत्र से पूर्ण रूप से युक्त है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की उड़ान-2 योजना के तहत बद्दी, रामपुर तथा मंडी में भी हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलीपोर्ट तथा हेलीपेड निकट भविष्य मेें पयर्टन, कनेक्टिीविटी तथा आपातकालीन परिपेक्ष्य से लाभकारी सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि इससे राहत एवं बचाव कार्यों के दौरान तथा आपातकालीन स्थिति में रोगियों को बड़े अस्पतालों में ले जाने में भी सहायता मिलेगी। हिमाचल प्रदेश में हेलीपोर्ट पयर्टन तथा आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में वरदान सिद्ध होंगे।
ग्राम पंचायत मनियाडा ने आवारा पशुओं को मुक्त करवाने के लिए त्रिलोक कपूर का आभार व्यक्त किया। ग्रामवासियों ने कहा कि मनियाडा पंचायत के कस्बा जुगाड़ के किसान पिछले काफी समय से आवारा पशुओं से बहुत दुखी थे, किसानों का कहना था कि उनकी फसल को यह जानवर पूरी तरह तबाह कर देते हैं। पवन सूत ने कहा कि बहुत कोशिश करने के बावजूद भी उन्हें आवारा पशुओं से निजात नहीं मिल पा रही थी। इसी के चलते पंचायत मनियाडा के लोगों ने हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के चेयरमैन त्रिलोक कपूर के सामने इस समस्या को रखा। उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रशासन को इन आवारा पशुओं से किसानों को निजात देने के लिए आदेश दिए और उस कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए 12 आवारा गायों को साईं अटारिया ग्राम सेवा सुधार सदन इंदौरा और चार आवारा बैलो को खजीयां सपरोला स्थित गो सदनों में भेज दिया।
उपमण्डल ज्वालामुखी के अन्तर्गत पड़ती तहसील खुंडिया के तहत छिलगा पँचायत में आईपीएच विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। आपको बता दें विभागीय अधिकारियों द्वारा उक्त पँचायत के निवासी सुनील कोमल एवम मस्त राम को आईपीएच विभाग द्वारा बिना नल लगाए ही पानी के बिल हाथ में थमा दिए और खास बात तो यह रही कि 1/12/21 को कटा बिल दो दिन पहले विभागीय अधिकारी हाथों में थमा गए। उपरोक्त व्यक्तियों का आरोप है कि आईपीएच विभाग द्वारा नल के कनेक्शन तो लगाए नहीं, बिल किस बात के दे दिए । उन्होंने विभागीय अधिकारी की इस कार्यप्रणाली पर भारी रोष व्यक्ति करते हुए उच्चाधिकारियों से कार्यवाही की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा संघठनात्मक जिला देहरा के महामंत्री संजय राणा ने भी आईपीएच विभाग की इस कार्यप्रणाली पर कड़ा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने दो टूक शब्दों में यह तक कह डाला कि उपरोक्त व्यक्ति बिना मतलब के बिल नहीं देंगे। अगर नल की सुविधा उनके पास है ही नहीं तो किस बात का बिल। वहीं उन्होंने कहा कि विभाग ने कई लोगों को पाईपे तो दी परन्तु नल लगाना विभाग भुल गया। लोगों को तब हैरानी हुई जब उनको पानी का बिल आया। जब इस संदर्भ में एसडीओ जल शक्ति विभाग देशराज से बात की गई उन्होंने कहा कि जिनके बिल आए हैं साथ ही जिन्हें आपत्ति है वो विभागीय अधिकारियों से सम्पर्क करें अगर ऐसी कोई समस्या है तो विभाग उसे तुरन्त ठीक करेगा।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दाड़लाघाट में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन स्वयंसेवकों ने गोद लिए गांव नौणी व विद्यालय परिसर मे श्रमदान किया। इस दौरान पौधों की निराई गुड़ाई की और निकास नालियों एवं पेयजल के स्रोतों की सफाई की। रास्ते में कांटेदार झाड़ियों को काटकर रास्ते की मरम्मत भी की। स्त्रोत व्यक्ति के रूप में विद्यालय के डीपीई भोपाल ने छात्रों को अपने जीवन के प्रेरणादायक अनुभवों के द्वारा जीवन में नैतिक मूल्यों को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने योगाभ्यास,तंबाकू एवं अन्य नशीले पदार्थों के दुष्प्रभाव एवं उनसे बचाव की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। प्रधानाचार्य राजीव गौतम ने भी छात्रों को सकारात्मक सोच के साथ जीवन में आगे बढ़ने का आह्वान किया। इस अवसर पर उपप्रधानाचार्य हंसराज गौतम, कार्यक्रम अधिकारी विजय चंदेल, शास्त्री सोहन लाल, सीमा, क्षमा भारद्वाज, तेजेन्द्र शर्मा, निशांत गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे।
आयुष विभाग उपमंडल देहरा द्वारा मंगलवार को बहुविशेषज्ञ आयुर्वैदिक चिकित्सा शिविर ज्वालाजी विधानसभा क्षेत्र मझीन में आयोजित किया गया। इसमें लगभग 380 रोगियों की स्वास्थ्य जांच की गई और निशुल्क औषधियां वितरित की गईं। इसमें डॉक्टर बीरबल ठाकुर, शल्य चिकित्सक डॉक्टर संजीव कुमार काय चिकित्सा, डॉक्टर नवदीप नाक कान गला रोग, डॉक्टर भूपेंदर सिंह काय विशेषज्ञ, डॉक्टर सुनील मर्म, विशेषज्ञ डॉक्टर किरण, डॉक्टर शगुन, डॉक्टर पल्लवी ने अपनी उपस्थिति दी। इस शिविर का उद्घाटन रमेश चंद धवाला उपाध्यक्ष राज्य योजना बोर्ड ने किया। इस शिविर में उपनिदेशक आयुर्वेद कांगड़ा ज़ोन, डॉक्टर कुलदीप बरवाल और ज़िला आयुर्वेद अधिकारी डॉक्टर अंजली शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। उपमंडल आयुर्वैदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ बृज नन्दन शर्मा ने बताया कि विभाग के इस शिविर में लोगो को स्वास्थ्य सुविधा के साथ, औषधीय खेती से सम्बन्धित जानकारी भी दी गई। इस विषय में प्रोजेक्ट डायरेक्टर एफपीओ (फार्मर्स प्रोड्यूस आर्गेनाइजेशन) डॉक्टर आरएस मिन्हास ने विस्तृत जानकारी दी तथा किसानों को ऑर्गेनिक खेती करने की सलाह दी। आयुष विभाग द्वारा अनुमोदित स्वयं सहायता समूह द्वारा प्राकृतिक उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस शिविर में कोविड प्रावधानों का पूर्ण रूप से पालन किया गया है।
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब नए शैक्षणिक सत्र से पहली से पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों को योग और संगीत विषय पढ़ाया जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय को इस बाबत आदेश जारी हो गए हैं। प्राथमिक स्तर के शिक्षकों को दोनों विषयों को पढ़ाने की जिम्मेवारी सौंपी गई है। शीतकालीन स्कूलों में फरवरी और ग्रीष्मकालीन स्कूलों में अप्रैल से यह दोनों नये विषय पढ़ाए जाएंगे। विद्यार्थियों को शारीरिक तौर पर चुस्त दुरुस्त रखने के लिए सरकार ने योग विषय को शुरू करने का फैसला लिया है। सरकारी स्कूलों में योग को विषय के तौर पर शुरू करने के लिए चुनावी दृष्टि पत्र में घोषणा की गई थी। इसमें अब योग के साथ संगीत विषय को भी जोड़ दिया गया है। योग और संगीत का पाठ्यक्रम एससीईआरटी सोलन ने तैयार कर लिया है।
जिला चंबा में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। दरअसल चंबा जिले में ब्रंगाल-मंगलेरा सड़क मार्ग पर द्रबला के पास एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन घायल हैं। मिली जानकारी के अनुसार कार अनियंत्रित होकर 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरी है। कार को खाई में गिरता देख ग्रामीण घटनास्थल की ओर भागे और पुलिस को सूचित किया। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। डीएसपी मयंक चौधरी ने बताया कि हादसे के कारणों की छानबीन की जा रही है।
शैंकी ठुकराल को हिमाचल निडर चैंप्स सीजन-2 कांगड़ा में सम्मानित किया गया। बता दें की शैंकी ठुकराल को इससे पहले कई बार शैंकी ठुकराल को सम्मानित किया जा चूका है। इस दौरान शैंकी ने कहा कि हमे कभी भी अपनी मात्र भाषा नही भूलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रोग्राम ज़्यादा से ज़्यादा आयोजित किए जाने ताकि हमारी संस्कृति और मातृ भाषा को बढ़ावा मिल सके। बता दें कि शांकि ठुकराल ठुकराल उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष व आम आदमी पार्टी ओबीसी बिंग के राज्य मंत्री भी है।
विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल संगठनात्मक जिला देहरा के प्रागपुर प्राखंड में बजरंग दल की बैठक संगठन के सह मंत्री जिला देहरा तिरलोक चंद शर्मा की विशेष उपस्थिति में सदाशिव मंदिर परिसर कुहना में संम्पन हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष पवन बजरंगी ने की ओर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। इस मौके पर उन्होंने बजरंग दल कार्यकर्ताओं को संगठन के बारे में विस्तार से जानकारी दी और संगठनात्मक गतिविधियों के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया की बजरंग दल हिन्दू राष्ट्रवादी संगठन है जो विश्व हिन्दू परिषद की युवा शाखा है और यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विचार परिवार का सदस्य है। इसका मूल मंत्र है सेवा सुरक्षा संस्कार व इसी उद्देश्य हेतु बजरंग दल में युवाओं को सेवाभाव से समर्पित होकर हिन्दू सनातन संस्कृति की सुरक्षा के लिए, संस्कारयुक्त साकारात्मक तौर पर प्रेरित किया जाता है, अपने धार्मिक मूल्यों की रक्षा हेतु ही बजरंग दल की स्थापना हुई थी। उन्होंने बताया कि आज हिन्दुत्व का डंका विश्वभर में गूंज रहा है। उसमें बजरंग दल की अग्रणी भूमिका रही है। गौरक्षा व अन्य तमाम हिन्दू धर्म के सरोकार वाले विषयों को सरकार व प्रशासन के समक्ष ज़ोरदार तरीके से बुलंद आवाज़ में उठाकर उसे हल करवाने का प्रयास बजरंग दल के स्वयंसेवकों द्वारा लगातार जारी है, हिन्दू धर्म के प्रति समर्पित यह संगठन देवभक्ति के साथ-2 देशभक्ति के लिए भी युवाओं को प्रेरित करने का काम करता है। राम जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त कर पाऐ है यह करोड़ों हिन्दुओं के संघर्षों वह बलिदानों का परिणाम है। इसमें भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज सरहद पर हमारे वीर जवानों द्वारा देश की रक्षा की जा रही है लेकिन देश के भीतर के शत्रुओं व दिमकों नशा माफियाओं, गौतस्करों को मिटाने का दायित्व कौन निभाऐ। इसलिए बजरंग दल की मौजूदा स्थिति में भूमिका अहम हो जाती है। ऐसे तमाम विषयों के लिए भी हमें मजबूती से एकजुट होकर संघर्षरत रहना होगा। युवाओं की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने युवाओं का बजरंग दल से जुड़ने का आह्वान किया है। इस मौके पर प्राखंड अध्यक्ष तिलक राज, देहरा प्राखंड उपाध्यक्ष मदनलाल, उपाध्यक्ष प्रागपुर अरूण डोगरा, रमेशचंद, गोविंदलाल, ऋतिक, रिशव, योगेश भाटिया, अशीश राणा, शशि शर्मा, राजकुमार, मनजीत, पंकज, रमन, अभय, अरविंद, अंशुल, आदर्श, हरीश उपस्थित रहे। इस मौके पर जिलाध्यक्ष द्वारा संगठन में विस्तार करने हेतु प्राखंड व खंड स्तर पर दायित्वों की घोषणाएं भी की है। जिसमें अशीष राणा जिला बजरंग दल सह संयोजक, शशि शर्मा गौऊरक्षा प्रमुख प्राखंड प्रागपुर, गोविंदलाल सह सत्संग प्रमुख प्रागपुर, पंकज ठाकुर उपाध्यक्ष प्रागपुर प्राखंड तमाम नियुक्तियां तुरंत प्रभाव से लागू मानी जाएंगी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को बेहतर, सुगम और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सरकार वचनबद्ध है। वर्तमान वित्त वर्ष में प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के लिए 3016 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं। मंत्री सरवीन चौधरी ने यह बात शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के क्यारी में 28.50 लाख रुपये की लागत से निर्मित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का उद्घाटन करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि शाहपुर हल्के में भी सुगम स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं के क्षेत्र में व्यापक सुधार तथा विस्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को पंचायत स्तर तक सुदृढ़ करने के साथ-साथ दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा, आधुनिक स्वास्थ्य उपकरणों की उपलब्धता, अस्पतालों को स्तरोन्नत करने के अलावा नये एवं भव्य भवनों का निर्माण किया जा रहा है। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने क्यारी में सात महिला मंडलों तथा चड़ी में तीन महिला मंडलों को अपनी ऐच्छिक निधि से 10-10 हजार रुपये के चेक वितरित किये। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने वाला हिमाचल प्रदेश को देश का पहला राज्य होने का गौरव प्राप्त हुआ है जिसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि अब 15 से 18 वर्ष की आयुवर्ग के सभी बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने का कार्य प्रगति पर है। उनहोंने लोगों से आग्रह किया कि भीड-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से परहेज करें और यदि मजबूरन जाना पड़े तो मास्क अनिवार्य रूप से लगाएं तथा सामाजिक दूरी बनाए रखें। उन्होंने संसारी माता मंदिर के किचन शैड के लिए 1.50 लाख, एससी बस्ती सामुदायिक भवन के कार्य को पूर्ण करने के लिए एक लाख तथा सामुदायिक भवन चड़ी की ऊपरी मंजिल के लिए तीन लाख रुपये देने की घोषणा की।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण सोलन द्वारा मंगलवार को कुनिहार विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कुनिहार में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में अधिवक्ता डीसी रावत तथा अधिवक्ता दोषी नेगी ने निःशुल्क कानूनी सहायता के बारे में जानकारी प्रदान की। अधिवक्ताओं ने बताया कि इस तरह के शिविरों का उद्देश्य आम लोगों को उनके अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाना एवं उन्हें विभिन्न कानूनों की जानकारी प्रदान करना है। लोगों को अवगत करवाया गया कि व्यक्ति आर्थिक तंगी के कारण न्याय से वंचित न रहे इसके लिए निःशुल्क कानूनी सहायता का प्रावधान है। इसके लिए हर न्यायालय में फ्रन्ट ऑफिस खोले गए हैं। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि आपस में निपटने वाले मामलों को न्यायालय में लाने के स्थान पर स्वयं अथवा पंचायत स्तर पर या मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए बनाए गए मध्यस्थता केन्द्रों में विभिन्न मामले दोनों पक्षों के हितों को ध्यान में रखकर ही सुलझाए जाते हैं। शिविर में लोगों को मध्यस्थता, चेक बाउन्स तथा मोटर वाहन अधिनियम के बारे में जानकारी प्रदान की गई। लोगों से विभिन्न प्रकार के नशों से दूर रहने का आग्रह भी किया। उन्होंने इस अवसर पर लोगों को मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी भी प्रदान की। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति जिनकी वार्षिक आय 03 लाख रुपए से कम है, भी निःशुल्क कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए पात्र हैं। निःशुल्क कानूनी सहायता में सरकारी खर्च पर वकील उपलब्ध करवाना, पात्र व्यक्ति को वकीलों के पैनल में से वकील चुनने की सुविधा देना, न्याय शुल्क देना, टाईपिंग और याचिकाओं तथा दस्तावेजों को तैयार करने में होने वाल खर्च उठाना जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा गवाहों को बुलाने पर होने वाला खर्च, मुकद्दमों से सम्बन्धित अन्य खर्च देना तथा निःशुल्क कानूनी सेवा में किसी मुकद्दमें में कानूनी सलाह प्राप्त करना शामिल है। शिविर में बड़ी सख्ंया में ग्रामीण उपस्थित थे।
मुख्य सचिव एवं राज्य कार्यकारी समिति के अध्यक्ष द्वारा प्रदेश में कोविड-19 के प्रभावशाली नियंत्रण के लिए जारी दिशा-निर्देशों के दृष्टिगत जिला दण्डाधिकारी सोलन कृतिका कुल्हारी ने सोलन जिला की परिधि में विभिन्न दिशा-निर्देशों के सम्बन्ध में आदेश जारी किए हैं। यह आदेश आपदा प्रबन्धन अधिनियम, 2005 की धारा 33 एवं 34 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी किए गए है। यह आदेश 10 जनवरी की प्रातः 6.00 बजे से 24 जनवरी की प्रातः 6.00 बजे तक लागू रहेंगें। इन आदेशों के अनुसार सोलन जिला के सभी शिक्षण संस्थान (सरकारी, अर्धसरकारी एवं निजी) जिनमें विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, अकादमिक संस्थान, इंजीनियरिंग एवं बहुतकनीकी संस्थान, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, कोचिंग केन्द्र सम्मिलित हैं, 26 जनवरी 2022 तक बंद रहेंगे। जिला में चिकित्सा तथा नर्सिंग संस्थान खुले रहेंगे और इनमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत जारी मानक परिचालन प्रक्रिया एवं सुरक्षा मानकों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित बनाना होगा। इन आदेशों के अनुसार जिला सोलन में सभी सरकारी कार्यालय, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, स्थानीय निकाय, स्वायत्त निकाय शनिवार तथा रविवार को बन्द रहेंगे तथा सप्ताह में 5 दिन 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुले रहेंगे। यह प्रतिबन्ध आपातकालीन या आवश्यक सेवाओं जैसे स्वास्थ्य, पुलिस, अग्निशमन, विद्युत, पेयजल एवं स्वच्छता, सार्वजनिक परिवहन, दूरसंचार, आबकारी तथा बजट एवं इससे संबंधित सेवाओं एवं गतिविधियों को संचालित करने वाले कार्यालयों पर लागू नहीं होंगे। आदेशों के अनुसार सोलन जिला में सामाजिक तथा धार्मिक सम्मेलनों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। जिला में सभी प्रकार की अकादमिक, खेल, मनोरंजन तथा सांस्कृतिक गतिविधियां वर्तमान क्षमता के 50 प्रतिशत या कवर किए हुए क्षेत्र में 100 व्यक्तियों के एकत्र होने तथा बाह्या क्षेत्र में 300 (जो भी कम हो) व्यक्तियों के ही एकत्र होने की अनुमति होगी। आयोजक को इस सम्बन्ध में सम्बन्धित उपमण्डलाधिकारी एवं स्थानीय प्रशासन से एकत्र होने के संबंध में अनुमति लेनी होगी। सम्बन्धित उपमण्डलाधिकारी एवं स्थानीय प्रशासन सम्बन्धित क्षेत्र में कोविड-19 की स्थिति के अनुसार अतिरिक्त शर्तें लागू कर सकते हैं। सभी सम्बन्धित तहसीलदार, नायब तहसीलदार, थाना अधिकारी एवं ग्राम पंचायत प्रधान जिला में इन सभाओं एवं एकत्रीकरण के दौरान कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार एवं सुरक्षा मानकों का सख्ती से अवलोकन करेंगे। धार्मिक स्थानों, पूजा स्थलों पर लंगर, सामुदायिक रसोई तथा धाम इत्यादि पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। सोलन जिला के सभी बाजार तथा दुकानें प्रातः 7.00 से 6.00 बजे तक ही खुले रहेंगे। दवाई की दुकानें, चिकित्सा प्रयोगशाला, नर्सिंग होम तथा चिकित्सा सेवाओं सहित अन्य आवश्यक सेवाओं पर यह प्रतिबन्ध लागू नहीं होगा। सभी प्रकार के होटल, रेस्तरां ढाबा, खानपान के स्थलों को रात्रि 10.00 बजे तक खोलने की अनुमति होगी। टेकअवे, होम डिलीवरी को अधिमान दिया जाएगा एवं इसे प्रेरित किया जाएगा। रेहड़ी एवं सड़क के किनारे किओस्क में खाने की अनुमति नहीं होगी। सोलन जिला की सम्पूर्ण परिधि में सभी प्रकार के बाजार स्थल, माॅल, दुकानें सप्ताह के आखिरी दिन शनिवार और रविवार को बंद रहेंगे। आवश्यक वस्तुओं वाली दुकानें जैसे फल, सब्जी दूध एवं दुग्ध एवं दुग्ध से निर्मित उत्पाद से सम्बन्धित, दवाई की दुकानें ढाबा तथा राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की मरम्मत की दुकानों को इससे छूट होगी। प्राधिकृत मदिरा विक्रेताओं के लिए आदेश आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा जारी किए जाएंगे। आदेशों के अनुसार कोविड-19 संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए जिला के सभी उपमण्डलाधिकरी अपने अधिकार क्षेत्र में किसी भी सरकारी कर्मचारी (जो किसी प्रकार की ड्यूटी में नहीं है और किसी भी प्राधिकारी के निर्देशों पर कार्यालय नहीं आ रहे हैं, को टीकाकरण कार्य, होम आईसोलेशन में व्यक्तियों की निगरानी, जांच चैकियों में ड्यूटी, डाटा प्रविष्टि एवं अनुश्रवण, होम आईसोटिड रोगियों को काॅल करने इत्यादि के कार्य पर तैनात करने के लिए के लिए प्राधिकृत होंगे। जिला के सभी सरकारी विभाग, संगठन, सभी उपमण्डलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन, सभी कार्यकारी दण्डाधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकरी, पुलिस कर्मचारी, स्थानीय प्राधिकरण को निर्देश दिए जाते हैं कि राज्य कार्यकारी समित के दिशा-निर्देशों एवं मानक परिचालन प्रक्रिया का अनुपालन सुनिश्चित बनाएंगे। सोलन जिला के सभी उपमण्डलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सोलन एवं बद्दी इन आदेशों को पंचायत प्रतिनिधियों एवं शहरी स्थानीय निकायों की सहायता लागू करवाने के लिए उपयुक्त पग उठाएंगे। इन आदेशों की अवहेलना पर आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60, भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत विधि सम्मत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागू हो गए हैं तथा 10 जनवरी, 2022 की प्रातः 6.00 बजे से 24 जनवरी, 2022 की प्रातः 6.00 बजे तक लागू रहेंगें।
प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में बीपीएल परिवारों को मकान बनाने के लिए 1.50 लाख रुपए प्रति लाभार्थी सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। राज्य में योजना के अन्तर्गत अभी तक 4500 से अधिक मकान निर्मित कर 60 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है। यह जानकारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से सम्बद्ध सप्तक कलामंच के कलाकारों ने कण्डाघाट विकास खण्ड की ग्राम पंचायत छावशा तथा ग्राम पंचायत देलगी एवं पर्वतीय लोक कलामंच दाड़वां के कलाकारों ने धर्मपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत गुल्हाड़ी तथा गनोल में विशेष प्रचार अभियान के अन्तर्गत प्रदान की। कलाकारों ने बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेेत्रों में विभिन्न आवास योजनाओं के अन्तर्गत 10 हजार नए आवासों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत अनुसूचित जाति के पात्र व्यक्तियों के लिए 5100 आवास, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत 1000 आवास तथा प्रधानमंत्री आवास योजा ग्रामीण के तहत 800 आवास निर्मित किए जा रहे हैं। कलाकारों ने बताया कि मुख्यमंत्री मधु विकास योजना के अन्तर्गत 80 प्रतिशत उपदान दिया जा रहा है। यह उपदान मधुमक्खी वंशों, मधुमक्खी गृहों व मधुमक्खी पालन की सामग्री व उपकरणों पर प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत 3783 मीट्रिक टन शहद का उत्पादन हुआ है तथा विभागीय मौन पालन केन्द्रों से लगभग 1200 मौन वंशों का बागवानों में वितरण किया गया है। इस अवसर पर कलाकारों द्वारा सामाजिक सुरक्षा पैंशन, मुख्यमन्त्री कन्यादान योजना, मुख्यमन्त्री स्वावलम्बन योजना, आयुष्मान भारत सहित अन्य योजनाओं की जानकारी समूह गान ‘विकास की राह पर’ और एकल गीत ‘थामे पग-पग प्रगति की और’ तथा लघु नाटिका विकास गंगा के माध्यम से प्रदान की गई। लोगों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने के लिए दस्तावेजों सहित अन्य जानकारी भी प्रदान की गई। कलाकारों ने बताया कि नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 आरम्भ की गई है। यह हेल्पलाइन रविवार को छोड़कर सप्ताह के 06 दिन सुबह 7.00 बजे से रात 10.00 बजे तक कार्य कर रही है। लोग इस हेल्पलाइन पर अपनी किसी भी प्रकार की समस्या को दर्ज करवा सकते हैं। कलाकारों द्वारा इस अवसर पर नशा निवारण के साथ-साथ कोविड-19 नियमों के विषय में भी जागरूक किया गया। कलाकारों ने बताया कि कोविड-19 का खतरा अभी बना हुआ है। ऐसे में जरूरी है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें तथा आवश्यक सोशल डिस्टेन्सिग नियम का पालन करें। इस अवसर पर ग्राम पंचायत देलगी की प्रधान प्रोमिला शर्मा, उप प्रधान सीता राम, बीडीसी सदस्य सुषमा, वार्ड सदस्य रीता देवी, लता देवी, दत्तराम, मदन, पंचायत सचिव जयकृष्ण, सिलाई अध्यापिका सीमा देवी, ग्राम पंचायत छावशा के प्रधान ज्ञान चन्द वर्मा, उप प्रधान हरनाम सिंह, वार्ड सदस्य दलीप सिंह, संजीव कुमार, देवेन्द्र सिंह, श्याम लाल, ग्राम पंचायत गुल्हाड़ी की प्रधान कमलेश कुमारी, उप प्रधान दिनेश, वार्ड सदस्य रेखा, ग्राम पंचायत गनोल की प्रधान सन्तोष, उप प्रधान प्रदीप राणा सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त राहुल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 25 जनवरी को प्रातः 11 बजे राष्ट्रीय मतदाता दिवस का जिला स्तरीय समारोह मिनी सचिवालय के केबिनेट हॉल, धर्मशाला में आयोजित किया जाएगा। इस बात की जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त राहुल कुमार ने एडीसी राष्ट्रीय मतदाता दिवस के आयोजन को लेकर हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। इस दौरान कोविड महामारी के दृष्टिगत मतदाता दिवस मनाए जाने के सम्बन्ध में सुझावों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर तहसीलदार निर्वाचन उपेन्द्र नाथ शुक्ला, नायब तहसीलदार निर्वाचन संजय शांडिल, मनमिन्द्र सिंह, निर्वाचन कानूनगो महेश्वर सिंह, प्रियकुंश सहित विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे।
सिरमौर में सभी सामाजिक और धार्मिक समारोह पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। जबकि शैक्षणिक, खेल, विवाह ,मनोरंजन, सांस्कृतिक व राजनीतिक सभाओं को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अनुमति होगी। जिसमें 100 व्यक्तियों को इनडोर व खुले स्थान पर 50 प्रतिशत क्षमता के साथ 300 व्यक्तियों की अनुमति होगी। किसी भी प्रकार के आयोजन के लिए सम्बन्धित उपमडलाधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। यह आदेश जिला दण्डाधिकारी आरके गौतम ने सिरमौर में कोरोना संक्रमण बढ़ते मामलों के मध्यनजर जारी किए। इसके अतिरिक्त जिले में गैर-जरूरी वस्तुओं से संबंधित बाजार की सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9 बजे से शाम 6.30 बजे तक संचालित करने की अनुमति होगी और शनिवार को सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे के बीच दुकानें खुली रहेंगी। जबकि रविवार को बाजार बंद रहेगा। आदेशानुसार आवश्यक वस्तुओं से संबंधित दुकानें जैसे दूध, अंडा, ब्रेड, फल और सब्जियों की दुकानें सोमवार से शुक्रवार तक प्रातः 5 सायं 6ः30 बजे तक और शनिवार व रविवार को प्रातः 5.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक खुली रहेंगी। हालांकि, मेडिकल शॉप, फार्मेसियों और मोटर मैकेनिक व मरम्मत की दुकानों को सभी दिन चौबीसों घंटे खोली जा सकेगें। राष्ट्रीय राजमार्गों को छोड़कर रेस्तरां और ढाबों को सभी दिनों में सांय 7.30 बजे तक संचालित करने की अनुमति होगी और सांय 7.30 बजे के बाद रात 9 बजे तक केवल भोजन वितरण सेवाएं प्रदान कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त प्रबंधक व खाना पकाने वाले कर्मचारियों को आरटीपीसीआर करवाना आवश्यक होगा तथा खाना पकाने वाले कर्मचारी अनिवार्य रूप से मास्क, दस्ताने और हेड कवर आदि पहनेंगे। हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्गों के रेस्तरां और ढाबा को सभी दिनों में रात्रि 10 बजे तक संचालित करने की अनुमति होगी। सिरमौर जिले के अधिकार क्षेत्र में सभी सरकारी विभागों, पीएसयू, स्थानीय निकायों स्वायत्त निकायों के सभी कार्यालय सप्ताह में शनिवार और रविवार कार्य दिवसों को बंद रहेंगे और ये कार्यालय कार्य दिवसों में 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित होंगे। जबकि ये प्रतिबंध आपातकालीन या आवश्यक सेवाओं जैसे स्वास्थ्य, पुलिस, अग्निशमन, बैंक, बिजली, पानी और स्वच्छता, सार्वजनिक परिवहन, दूरसंचार, उत्पाद शुल्क, बजट और संबंधित घटना सेवाओं व गतिविधियों आदि से निपटने वाले कार्यालयों पर लागू नहीं होंगे। इसके अतिरिक्त धार्मिक स्थलों, पूजा स्थलों के साथ-साथ जिले के सभी स्थानों पर लंगर, सामुदायिक रसोई, धाम पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दाड़लाघाट में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत चल रहे विशेष शिविर के पांचवे दिन विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। इस मौके पर बौद्धिक सत्र में स्काउट एंड गाइड के कोषाध्यक्ष विनोद शर्मा ने स्वयंसेवकों को बधाई दी। उन्होंने खा कि इस तरह के शिविर आयोजित कर एनएसएस बहुत अच्छे से कार्य कर रहा है। उन्होंने बच्चों को नैतिक मूल्यों के बारे में व नशे से दूर रहने की सलाह दी। उपप्रधानाचार्य हंसराज शर्मा ने इस मौके पर विशेष आमंत्रित सदस्यों का आभार जताया। उन्होंने स्वयंसेवकों को अपना मार्गदर्शन देकर विभिन्न जानकारी प्रदान की। इस मौके पर विनोद शर्मा, रंजना शर्मा, तेजेन्द्र शास्त्री, सोहनलाल, सीमा, कार्यक्रम अधिकारी विजय चंदेल, निशांत गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे।
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में बर्फबारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार से आपदा प्रबंधन को सुदृढ करने व बर्फबारी की वजह से बंद पड़ी सभी सड़को को तुरंत बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि भारी बर्फबारी की वजह से शिमला से ऊपरी व इसके आसपास के क्षेत्रों सहित बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्रों में जन जीवन को सामान्य करने की दिशा में प्रभावी कदम उठाये जाने चाहिए। राठौर ने कहा कि प्राप्त सूचनाओं के अनुसार शिमला से ऊपरी क्षेत्रों ठियोग, नारकंडा, कुमारसैन, कोटगढ़ व इसके आसपास के क्षेत्रों मुख्य सड़क मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध पड़े है। गावों में बिजली आपूर्ति भी ठप्प पड़ी है, लोग सर्दी से ठिठुर रहें है, जिसे तुरंत बहाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सड़को पर गाड़ियों की फिसलन न हो इसके लिये बर्फ हटाने के साथ-साथ इसके ऊपर सड़को पर रेत बिछाने का कार्य भी युद्ध स्तर पर किया जाना चाहिए, जिससे किसी भी वाहन दुर्घटना से बचा जा सकें।राठौर ने कहा है कि प्रदेश के भारी बर्फबारी क्षेत्रों किन्नौर, लाहुल स्पिति,चंबा का भरमौर व पांगी व दूरदराज के जनजातीय क्षेत्रों में आवश्यक खाद्य वस्तुओं के साथ-साथ खाना पकाने की गैस की नियमित आपूर्ति पर सरकार अपनी नज़र रखें। इन क्षेत्रों में आवश्यक खाद्य वस्तुओं की कमी न हो,इसके लिये भी आवश्यक भंडारण व प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए।
शिमला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में कोविड संक्रमण से लोगों की सेवा के लिए फिर से अपनी देखरेख में आपदा प्रबंधन कमेटी का गठन कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस सचिव हरिकृष्ण हिमराल को इस समिति का समन्वयक नामित किया गया है, जबकि प्रदेश कांग्रेस के सभी जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष व कांग्रेस के सभी अग्रणी सगंठनों के प्रमुख इस समिति के कार्यकारी सदस्य नामित किए गए है। इस दौरान राठौर ने कहा कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना और ओमिक्रोन के मामलों ने इस महामारी के प्रति लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने फिर से लोगों की सेवा व साहयातार्थ डिज़ास्टर मैनेजमेंट कमेटी को कार्यन्वित करने का फैंसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह कमेटी प्रदेश में कोरोना से प्रभावित किसी भी व्यक्ति या परिवार को उसके उपचार में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों पर भी अपनी नज़र रखते हुए। जहां भी सम्भव होगा, प्रदेश कांग्रेस इस महामारी से निपटने के लिये लोगों को जागरूक करते हुए पूर्व की भांति सलाह व हर सम्भव मदद करेगी।
धर्मशाला (सुनील समियाल)। पर्यटक नगरी त्रियुंड में बर्फबारी के बाद धौलाधार की पहाड़ियां धूप से चांदी की तरह खिलीहुई है। धर्मशाला सहित अन्य क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों दिन से रही त्रियुंड और धौलाधार में बर्फबारी और बारिश के बाद मंगलवार को दिन का मौसम साफ हो गया। इससे बर्फ से लदी पहाड़ियां धूप खिलने के बाद चमकने लगी। मौसम होने के बाद पर्यटक और स्थानीय लोगों बाहर निकले और धूप में बर्फ का आनंद लिया। मैक्लोडगंज और जिला कांगड़ा के आस-पास के क्षेत्र में भी लोग धूप का आनंद लेते हुए दिखाई दिए। बता दें कि पुरे कांगड़ा जिला में पिछले कुछ दिनों तक बर्फबारी और बारिश हुई इसके चलते जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया था। जिसके चलते पर्यटक स्थल नड्डी और मैक्लोडगंज में यातायात भी प्रभावित हुआ, लेकिन अब मंगलवार सुबह से मौसम साफ हो गया है। पर्यटन नगरी धर्मशाला समेत अन्य इलाकों में पर्यटक भी बर्फ का आनंद लेते हुए दिखाई दे रहे हैं।
दिल्ली और चंडीगढ़ में संबंधित विभागीय अधिकारियों से बैठकें कर रहे विधायक सीयू निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे धर्मशाला के जदरांगल में केंद्रीय विश्वविद्यालय भवन निर्माण को लेकर विधायक विशाल नैहरिया ने दिल्ली और चंडीगढ़ में डेरा जमा लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार विधायक ने दिल्ली और चंडीगढ़ में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं। इस दौरान विधायक ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से जदरांगल में सीयू भवन निर्माण को लेकर भी चर्चा की। साथ ही वस्तुस्थिति के साथ अधिकारियों को अवगत भी करवाया। इसी कड़ी में सोमवार को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के उप महानिदेशक डॉ घनश्याम तिवारी के साथ बैठक की। बैठक में जदरांगल में सीयू की भूमि के जियोलॉजिकल सर्वे रिपोर्ट पर चर्चा की। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के उप महानिदेशक डॉ घनश्याम तिवारी ने जदरांगल में जियोलॉजिकल सर्वे के कार्य की प्रगति रिपोर्ट के बारे जानकारी दी। इससे पूर्व नैहरिया ने धर्मशाला में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। साथ ही जदरांगल में मौके पर जाकर सीयू की भूमि का निरीक्षण कर संबंधित विभागों के अधिकारियों को अपने विभागों से संबंधित कार्यों को निपटारे के निर्देश जारी किए। इस बारे में जानकारी देते हुए विधायक ने बताया कि दिल्ली और चंडीगढ़ में सीयू की स्थापना को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठकें की गयी हैं। इसी आधार पर अब मुख्यमंत्री के साथ मिलकर जदरांगल में केंद्रीय विवि की स्थापना को लेकर चर्चा की जाएगी, जबकि 13 जनवरी को पुन: केंद्रीय विशवविधालय वीसी परिसर में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करके पूर्व में जारी निर्देशों पर हुई प्रगति की रिपोर्ट ली जाएगी। दस साल से लटके कार्य को निपटान मेरा लक्ष्य : नैहरिया नैहरिया ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना का मामला पिछले दस साल से फंसा है। इससे न केवल युवाओं को समस्या झेलनी पड़ी है। बल्कि स्थानीय स्तर पर आर्थिकी के साथ अन्य कई क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दस साल केंद्रीय विवि पर भरपूर राजनीति हुई है। लेकिन, अब इस पर राजनीति नहीं, इस पर कार्य हो रहा है। इसके लिए दिन-रात प्रयास जारी हैं।
रोटरी क्लब की आर्धमासिक बैठक क्लब के अध्यक्ष रोटेरियन डॉक्टर भाग चंद ठाकुर की अध्यक्षता में क्लब के दफ्तर में संपन हुई। सबसे पहले रोटरी क्लब परिवार में राकेश चंद ठाकुर (सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी चंडीगढ़), अनिल कुमार शर्मा ( सेवानिवृत अधिशासी अभियंता बिजली बोर्ड) और अश्वनी सोनी (अंशदीप होटल के मालिक) का शामिल होने पर हार्दिक अभिनंदन किया गया और उम्मीद की गयी कि नए सदस्य भी लोगो की सेवा में अपना तन मन धन लगाए। बैठक में आई. टी.आई. डोहग में मेडिकल कैंप लगाने के लिए फैसला लिया गया । इस कैंप की जिम्मेवारी रोटेरियन डॉक्टर अनिल चौहान को दी गई, बैठक में रोटरीन अमर सिंह जसवाल को रोटरी वर्ष 2024-25 के लिए रोटरी क्लब का अध्यक्ष चुना गया। इस बैठक में रोटेरियन रमेश कुमार पठानिया( सचिव), अजय ठाकुर, डॉक्टर अनिल चौहान, मेजर ज्ञान चंद बरवाल, एन.आर. बरवाल, राज ठाकुर, डॉक्टर चंदर भूषण शर्मा, डॉक्टर शशि कुमार सकलानी, कर्म चंद ठाकुर अनिल कुमार शर्मा, अमर सिंह जसवाल शामिल हुए।
सोलन। पिछले दिनों से लगातार हो रही बारिश व रविवार रात को बर्फबारी से किसानों व आम लोगों के चेहरों में खुशी देखने को मिली है। बारिश के कारण दाड़लाघाट,भराड़ीघाट,पिपलुघाट,चमाकडीपुल सहित अन्य बाजारों में लोगों की आवाजाही कम होने से सन्नाटा छाया रहा। उपमंडल के बाड़ीधार,सरयांज, सावग,घनागुघाट,ध्यानपुर,शेरपुर व कराड़ाघाट सहित अन्य क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। इसके साथ ही बारिश होने से इलाके में ठंड व शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है। स्थानीय लोग अनिल गुप्ता,इंदरसिंह चौधरी,नरेन्द्र सिंह चौधरी,ओमप्रकाश, राकेश,देवराज,उमेश,प्रदीप,नीरज कपिला,सुमन,राजेंद्रकपिल,पंकज, मनोज,अमित,मदन,निशांत,पवन चौधरी,दीपक गजपति,कमलेश ठाकुर इत्यादि का कहना है कि यह बारिश भले ही देर से हुई लेकिन फसलों के लिए लाभकारी है। बारिश होने से जिन किसानों ने अभी तक फसलों की बिजाई नहीं की है उनके लिए बिजाई करने का अच्छा मौका है। किसानों की फसलों को जहाँ पर्याप्त पानी मिल जायेगा,वहीं लोगों को गर्मी में पानी की किल्लत से भी नही होगी। बुजुर्गों का कहना है कि इस बारिश के बाद सर्दी के मौसम में भी गिरावट देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह बारिश फसलों के लिए वरदान बनकर साबित होगी। बता दें कि इस बारिश की देरी के कारण अगली फसल कम से कम एक महीना देर से होगी,जिससे किसानों की आजीविका पर भी काफी फर्क देखने को मिलता है,वहीं तीन दिन तक लगातार झमाझम बारिश से लोगों ने भी राहत की सांस ली,क्योंकि खुश्क ठंड से त्वचा रोग और जुखाम,खांसी भी लोगो को जकड़ने लगा था तो वहीं वातावरण भी धूल से भर गया था।बारिश से वातावरण भी साफ होने से मौसम सुहावना हो गया है। वहीं पहाड़ो पर बर्फ गिरने से मैदानी इलाकों में बारिश से लोगो ने चेन की सांस ली।
शिवा फार्मेसी संस्थान गांव लुहनू डाकखाना चांदपुर जिला बिलासपुर के फार्मेसी डिप्लोमा के 35 छात्र- छात्राओं ने तीन फैकल्टी सदस्यों सहित अनुसंधान संस्थान आईएसएम जोगिंदर नगर स्थित हर्बल गार्डन का भ्रमण किया। प्रभारी अनुसंधान संस्थान एवं परियोजना अधिकारी उज्जवल दीप ने बताया कि इस दौरान वनस्पतिज्ञ मदनलाल द्वारा इन छात्रों को हर्बल गार्डन का पूर्ण भ्रमण करवाया गया, जिसमें यहां पर स्थापित औषधीय पौधों की पहचान करवाई गई और इनके उपयोग से परिचय करवाया गया। इसके अतिरिक्त छात्र- छात्राओं को औषधीय पौध संग्रहालय का भी भ्रमण करवाया गया। जिसमें रखी गई लगभग 500 पौध प्रजातियों के रखरखाव व संरक्षण बारे जानकारी प्रदान दी गई । उज्जवल दीप ने बताया कि यह भ्रमण इन छात्रों के लिए अति उपयोगी व संतोषजनक रहा।
सोलन। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दाड़लाघाट में एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार स्वच्छता एवं शारीरिक गतिविधियां की। चौथे दिन बौद्धिक सत्र में सेवानिवृत्त संस्कृत अध्यापक मस्त राम शर्मा ने एनएसएस के द्वारा अनुशासित जीवन से राष्ट्रनिर्माण हेतु युवाओं का आवाहन किया। विद्यार्थियों ने इसमे गहरी रुचि दिखाई। उन्होंने बच्चों को सभी का आदर सम्मान करना व नशे जैसे बुराइयों से दूर रहने की अपील की।जबकि तीसरे दिन रात्रि कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता जयदेव ठाकुर विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने कहा की अभिभावकों को अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस तरह के कैंप में भेजने चाहिए। क्योंकि बच्चे यहां आकर बहुत कुछ सीखते हैं और उनका मानसिक व शारीरिक विकास होता है। सफ़ाई अभियान व अन्य कार्यों व योगा जैसी गतिविधियों से बच्चे नशे आदि की कुरीतियों से दूर रहेंगे और उनके नकारात्मक विचार खत्म होंगे उनमें सकारात्मक सोच उत्पन्न होगी। इस मौके पर जयदेव ठाकुर ने एनएसएस शिविर के लिए अपनी ओर से 5100 की राशि दी।इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी विजय चंदेल,उप प्रधानाचार्य हंसराज शर्मा,डीपीई भोपाल,महेंद्र कौंडल,शास्त्री सोहन लाल,क्षमा भारद्वाज,सीमा सहित अन्य मौजूद रहे।
कांग्रेस की कदावर नेत्री- मंडी सांसद प्रतिभा सिंह एवम शिमला के विधायक विक्रमदित्य सिंह सोमवार को विश्वविख्यात ज्वालामुखी मन्दिर पहुंचे। वहीं माता के दरबार में हाजरी भर कर शीश नवाया। इस दौरान मंदिर के पुजारियों ने उन्हें मां ज्वालामुखी के दर्शन व विधिवत पूजा-अर्चना करवाई। बताया जा रहा है कि विक्रमदित्या सिंह एवम सांसद प्रतिभा सिंह की मांं ज्वालामुखी के प्रति गहरी आस्था है। ज्वालामुखी के पूर्व विधायक संजय रत्न ने उनका माता ज्वालामुखी की नगरी में पहुंचने पर स्वागत किया। आपको बता दें कि हाल ही में हिमाचल में हुए उपचुनावों में प्रतिभा सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र से विजयी होकर आयी है और साथ ही इलेक्शन जीतने के उपरांत आज उन्होंने पहली बात माता ज्वाला के दरबार में हाजरी लगाई। पत्रकारों से बातचीत के दौरान सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि मन्दिर में आकर वह दिल से बहुत खुश है वहीं कहा कि माता का आशीर्वाद पाना उनके लिये सौभाग्य की बात है। साथ ही कहा कि माता के आशीर्वाद से यह चुनाव जीते हैं और माता का धन्यवाद करने एवम आशीर्वाद लेने ही आज मन्दिर में आये है। इस दौरान ज्वालामुखी के पूर्व विधायक संजय रत्न, नगर परिषद अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा बांटू, पार्षद मनु माल्टा, सर्वेश रत्न इत्यादि गणमान्य मौजूद रहे।
शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां वर्चुअल बैठक के माध्यम से राज्य के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और चिकित्सा अधिकारियों के साथ कोविड-19 महामारी की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि गृह संगरोध मंे रह रहे कोविड-19 रोगियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें त्वरित उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के अभी तक कुल 3076 सक्रिय मामले हैं और गत एक सप्ताह में इसमें तीव्र बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 98 प्रतिशत रोगी गृह संगरोध में हैं। जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को होम आइसोलेशन किट तैयार रखने के निर्देश दिए ताकि यह गृह संगरोध में रहने वाले कोविड-19 रोगियों को उपलब्ध करवाई जा सके और उन्हें आइसोलेशन के दौरान क्या करें और क्या न करें, के बारे में जागरूक किया जा सके और वे चिकित्सकों की सलाह पर ही दवाएं इत्यादि लें। उन्होंने कहा कि इस किट में च्यवनप्राश, आयुष काढ़ा, सेनेटाइजर, मास्क इत्यादि शामिल किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 रोगियों को गृह संगरोध के दौरान आइसोलेशन के पुख्ता प्रबन्ध किए जाएं ताकि उनके परिवार के अन्य सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित न होने पाएं। मुख्यमंत्री ने एलोपैथी और आयुष विभाग में बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे कोविड-19 रोेगियों को समय पर बेहतर उपचार उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं और सम्बन्धित प्राधिकरणों को जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण अभियान 12 जनवरी, 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जय राम ठाकुर ने कहा कि गृह संगरोध में रहने वाले कोविड-19 रोगियों को आपात स्थिति में परिवहन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को बर्फवारी से प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों के बेहतर रख-रखाव, विद्युत और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख सड़कों और स्वास्थ्य संस्थानों को जोड़ने वाली सड़कों को शीघ्र अतिशीघ्र सुचारू करने पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों विशेष तौर पर स्वास्थ्य संस्थानों में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भी त्वरित कदम उठाएं। उन्हांेने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए पेयजल आपूर्ति भी शीघ्र सुचारू की जाए। स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी और अन्य सम्बन्धित लोग कोरोना वायरस की दूसरी लहर के सफलतापूर्वक नियंत्रण के दौरान प्राप्त अनुभवों का पूर्ण उपयोग करें। मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने बैठक का संचालन किया। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा, सचिव सामान्य प्रशासन भरत खेड़ा, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हेमराज बैरवा, निदेशक आयुष विनय सिंह, निदेशक स्वास्थ्य डाॅ. अनिता महाजन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जयसिंहपुर : (नरेंदर डोगरा) आशापुरी मंदिर कमेटी अपर लंबागांव की मासिक बैठक रविवार को जयसिंहपुर के विधायक रविंद्र धीमान की अध्यक्षता में हुई। इस मौके पर मंदिर कमेटी की ओर से 80 साल पुराने मंदिर के पुनर उत्थान के लिए हरसंभव सहायता की विधायक से मांग की। विधायक रविंद्र धीमान ने कहा कि इस मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए वे हरसंभव सहायता करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर इस मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए उन्हें अपनी जेब से भी धन मुहैया करवाना पड़ा तो वे देंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर के साथ एक भव्य सामुदायिक भवन भी बनाया जाएगा। मंदिर और यहां बनाए जाने वाले सामुदायिक भवन के लिए जो भी पैसा खर्च होगा, वह मुहैया करवाएंगे। उन्होंने कमेटी की सदस्यता भी ग्रहण की और कमेटी को अपनी और से 51 हजार रुपये का चेक भी दिया। इस मौके पर जांगल के प्रधान करुण मेहरा, जयसिंहपुर के जिला पार्षद संजीव ठाकुर के अतिरिक्त कमेटी की कार्यकारिणी के सदस्य सुनीता शर्मा, ठाकुर शेर सिंह, अनूप शर्मा, विनोद भारती, डॉ. देशराज चौधरी, मान सिंह, प्रीतम कंठवाल, मिलाप चंद, अजय शर्मा, सुनील शर्मा, राजेश थलवाल और अन्य मंदिर कमेटी के सदस्य मौजूद रहे।
सोलन। हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 जनवरी, 2022 को 11 केवी एचटी लाईन एवं ट्रान्सफार्मर की आवश्यक मुरम्मत व रखरखाव कार्य के दृष्टिगत 11 सराहन फीडर की विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी आज यहां विद्युत बोर्ड के वरिष्ठ अधिशाषी अभियन्ता विकास गुप्ता ने दी। विकास गुप्ता ने कहा कि इसके दृष्टिगत 12 जनवरी, 2022 को प्रातः 10.00 बजे से सांय 5.00 बजे तक गांव बलाना, डमरोग, अप्पर सूर्या विहार एवं इसके आसपास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने की स्थिति में विद्युत आपूर्ति अगले दिन बाधित की जाएगी। उन्होंने इस अवधि में लोगों से सहयोग की अपील की है।
सोलन। प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गम्भीर रोगों से पीड़ित व्यक्तियों को सहायता प्रदान कर रही है ताकि उन्हें समय पर सही उपचार प्राप्त हो सके। इस दिशा में गम्भीर रोगों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सहारा योजना तथा हिमकेयर योजना कारगर सिद्ध हो रही हैं। यह जानकारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से सम्बद्ध पर्वतीय लोक कलामंच दाड़वां के कलाकारों ने धर्मपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत किशनगढ़ के गांव कुठाड़ तथा ग्राम पंचायत कोट एवं सप्तक कलामंच के कलाकारों ने कण्डाघाट विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सतड़ोल तथा ग्राम पंचायत ममलीग में विशेष प्रचार अभियान के अन्तर्गत प्रदान की। लोगों को अवगत करवाया गया कि यदि कोई व्यक्ति पार्किन्सन, अधरंग, मस्कुलर डिस्ट्राफी, हैमोफिलिया, थेलेसेमिया सहित किड्नी की गंभीर बीमारी एवं शरीर को स्थायी रूप से अक्षम बनाने वाली बीमारी से पीड़ित है तो उन्हें 3000 रुपए प्रतिमाह की सहायता प्रदान की जा रही है। सोलन ज़िला में गत साढ़े 03 वर्षों में गम्भीर बीमारी से पीड़ित रोगियों को सहारा योजना के तहत 1.15 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की गई। लोगों को बताया गया कि आयुष्मान भारत की तर्ज पर प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना आरम्भ की है। इसके तहत उन सभी व्यक्तियोें को सम्मिलित किया गया है जो आयुष्मान भारत योजना के दायरे से बाहर हैं। लोगों को बताया गया कि हिम केयर योजना के अंतर्गत पांच लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा लाभार्थी परिवार को प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का लाभ एक परिवार के सभी 5 सदस्य उठा सकते हैं। यदि किसी परिवार में 5 से ज्यादा सदस्य हैं तो शेष सदस्यों का अलग से नामांकन किया जाएगा। ज़िला में महत्वाकांक्षी हिमकेयर योजना के तहत अभी तक पात्र व्यक्तियों को स्वास्थ्य बीमा के रूप में 5.66 करोड़ रुपए उपलब्ध करवाए गए। कलाकारों द्वारा इस अवसर पर नशा निवारण के साथ-साथ कोविड-19 नियमों के विषय में भी जागरूक किया गया। कलाकारों ने बताया कि कोविड-19 का खतरा अभी बना हुआ है। ऐसे में जरूरी है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें तथा आवश्यक सोशल डिस्टेन्सिग नियम का पालन करें। लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में भी अवगत करवाया गया। इस अवसर पर कलाकारों द्वारा सामाजिक सुरक्षा पैंशन, मुख्यमन्त्री कन्यादान योजना, मुख्यमन्त्री स्वावलम्बन योजना, आयुष्मान भारत सहित अन्य योजनाओं की जानकारी समूह गान ‘विकास की राह पर’ और एकल गीत ‘थामे पग-पग प्रगति की और’ तथा लघु नाटिका विकास गंगा के माध्यम से प्रदान की गई। लोगों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने के लिए दस्तावेजों सहित अन्य जानकारी भी प्रदान की गई। इस अवसर पर ग्राम पंचायत किशनगढ़ के प्रधान कैलाश, उप प्रधान पुष्पेन्द्र, ग्राम पंचायत कोट के प्रधान राजा राम, उप प्रधान रोशन, ग्राम पचंायत सतड़ोल के प्रधान हरविन्द्र सिंह, वार्ड सदस्य जयंती तनवर, नीता देवी, चन्द्रमोहन, ग्राम पंचायत ममलीग के प्रधान हरिचन्द, वार्ड सदस्य कौशल्या देवी, हरीदत्त, रमेश कुमार चमन लाल सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
सोलन। शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से आग्रह किया कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा लक्षित वर्गों के कल्याण के लिए कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभ समय पर पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाए जाएँ। सुरेश कश्यप आज यहां जिला विकास समन्वयक एवं निगरानी समिति ‘दिशा’ की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सांसद ने कहा कि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य न केवल पात्र वर्गों को लाभान्वित करना है अपितु उनका सामाजिक-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित बनाना भी है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि योजनाओं को समयबद्ध पूरा करें ताकि राष्ट्र के बहुमूल्य समय व धन की बचत हो सके। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन के सम्बन्ध में उचित दिशा-निर्देश भी जारी किए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि विभिन्न निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखें तथा कार्यों को गति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि सहारा योजना के तहत जिला में 143 पात्र लाभार्थियों को पंजीकृत किया गया है तथा योजना के माध्यम से 01 करोड़ 01 लाख 31 हजार रुपए की राशि व्यय की गई। सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के नए स्वरूप ऑमिक्रॉन के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। बैठक में पर्ची डालकर सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत वर्ष 2019-20 के लिए नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र, वर्ष 2020-21 के लिए अर्की विधानसभा क्षेत्र तथा वर्ष 2021-22 के लिए कसौली विधानसभा क्षेत्र से ग्राम पंचायत को चयनित करने के लिए निर्णय लिया गया। बैठक में अवगत करवाया गया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत सोलन जिला में 196 सड़क निर्माण कार्यों के माध्यम से लगभग 1176 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया। इन निर्माण कार्यों पर 352.49 करोड़ रुपए खर्च किए गए। बैठक में अवगत करवाया गया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अन्तर्गत जल शक्ति वृत्त सोलन द्वारा 27 योजनाओं पर कार्य आरम्भ किया गया है। इनमें से 20 योजनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा 07 योजनाओं का कार्य प्रगति पर है। सांसद ने बैठक में जल शक्ति विभाग को ग्राम पंचायत मशीवर तथा जौणाजी के लिए उठाऊ पेयजल योजना लगवासन तथा ग्राम पंचायत शमरोड़ के लिए उठाऊ पेयजल योजना धरजा के कार्य को जून, 2022 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत जिला में वर्ष 2021-22 में 1200 किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए गए। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिला में वर्ष 2021-22 में 1651 किसानों का मक्की, गेहूं तथा धान की फसल के लिए बीमा किया गया। बैठक में अवगत करवाया गया कि एपीएमसी सोलन द्वारा ई-नाम ट्रेड के माध्यम से वर्ष 2021-22 में लगभग 59.20 करोड़ रुपए का व्यापार किया गया। ई-पेमेन्टस के माध्यम से वर्ष 2021-22 में 1761 लाभार्थियों को 24.90 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। बैठक में बताया गया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा वृद्धावस्था पैंशन योजना के तहत 5663 लाभार्थियों को 6.56 करोड़ रुपए, विधवा पैंशन योजना के तहत 1930 लाभार्थियों को 1.93 करोड़ रुपए, दिव्यांगता राहत सहायता के अन्तर्गत 112 लाभार्थियों को 15.12 लाख रुपए तथा राष्ट्रीय परिवार लाभ योजना के तहत 33 लाभार्थियों को 6.60 लाख रुपए की राशि व्यय की गई। उपायुक्त सोलन कृतिका कुलहरी ने विश्वास दिलाया कि सांसद द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए योजनाओं के लक्ष्यों को समय पर पूरा किया जाएगा। बैठक में दून विधानसभा क्षेत्र के विधायक परमजीत सिंह पम्मी, जिला परिषद अध्यक्ष रमेश कुमार, नगर निगम सोलन की महापौरी पूनम ग्रोवर, जिला परिषद सदस्य दर्पणा ठाकुर, बीडीसी धर्मपुर की अध्यक्ष जमना ठाकुर, भाजपा मण्डल सोलन के अध्यक्ष मदन ठाकुर, अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार यादव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजन उप्पल, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी राजकुमार, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुक्ता रस्तोगी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
सोलन। राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष वीरेंद्र कश्यप 12 जनवरी, 2022 को एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह जानकारी जिला कल्याण अधिकारी गिरधारी लाल शर्मा ने आज यहां दी। उन्होंने कहा कि यह बैठक उपायुक्त कार्यालय सोलन के सभागार में प्रातः 11.00 बजे आयोजित की जाएगी। बैठक में अनुसूचित जाति के उत्थान के लिए संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं व अधिनियमों तथा अनुसूचित जाति विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
धर्मशाला। उपायुक्त कांगड़ा डॉ.निुपण जिंदल ने आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में वन अधिकार कानून 2006 के तहत गठित जिला स्तरीय कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वन अधिकार कानून के तहत एसडीएलसी बैजनाथ, पालमपुर, धर्मशाला, जयसिंहपुर में लंबित दावों को आगामी तीन महीनोें के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। वन अधिकार कानून के तहत समय रहते जो लोग फार्म नहीं भर पा रहे है उन के लिए पंचायत स्तर पर मार्गदर्शिका भी उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि सही तौर पर फार्म भरकर जमा करवाए जा सकें। उन्होंने बताया कि एनएच से संबंधित एफआरए के सभी मामले निपटा दिए गए हैं। बैठक में घूमंतु पशु चराई के लिए ग्राम सभाओं के दावों के साथ साथ बड़ा भंगाल के सामुदायिक दावों पर भी चर्चा की गई। इस अवसर एडीएम रोहित राठौर, डीएफओ डॉ.संजीव शर्मा, जिला परिषद सदस्य वाघनी धर्मशाला रविन्द्र कुमार, श्रेष्ठा नवी, पंकु सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
धर्मशाला। उपायुक्त डॉ.निपुण जिंदल ने कहा कि युद्ध स्मारक तथा युद्ध संग्रहालय के सौंदर्यीकरण के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उपायुक्त आज युद्ध संग्रहालय के सभागार में युद्व स्मारक एवं संग्रहालय में चल रहे कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। डॉ.निपुण जिंदल ने बताया कि युद्ध संग्रहालय नूरपुर का 0.88 हेक्टेयर भूमि का एफसीए की पहली स्टेज की अनुमति भारत सरकार से प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने बताया कि युद्ध संग्रहालय के फर्स्ट फलोर की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और शीघ्र ही इसका कार्य आंरभ कर दिया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि युद्ध संग्रहालय में सोविनयर शॉप का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया तथा शेष कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि युद्ध संग्रहालय में वाहनों के लिए उपयुक्त पार्किंग स्थान चिहिन्त करने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों का दिशा-निर्देश दिये गये हैं। उपायुक्त ने कहा कि देश और विदेश से युद्व स्मारक तथा युद्व संग्रहालय को देखने के लिए हजारों पर्यटक यहां आते हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध संग्रहालय सेना के युद्धों और संघर्षों की शिक्षा एवं देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक महत्व से जुड़ी चीजों के संग्रह, संरक्षण, व्याख्या और सैन्य साजोसामान की प्रदर्शनी करने वाला संस्थान होगा। इसे एक ऐसी जगह के तौर पर विकसित किया जा रहा है जहां लोग सैनिकों और राष्ट्र की सुरक्षा में किए गए उनके असाधारण प्रयासों के प्रति सम्मान व्यक्त करेंगे। डॉ.जिंदल ने कहा कि युद्व संग्रहालय में युवाओं तथा आम जनमानस के लिए सेना से जुड़ी विभिन्न जानकारियां भी मिलेंगी। इसमें सेना के युद्वों और संघर्षों की शिक्षा एवं देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक महत्व की चीजों के संग्रह, संरक्षण और सैन्य साजोसमान की झलक भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि युद्व संग्रहालय में सैन्य हथियारों को प्रदर्शित किया जाएगा इसके साथ ही विभिन्न युद्वों की जानकारी भी प्रदर्शित की जाएगी। उपायुक्त ने कहा कि धर्मशाला के युद्ध संग्रहालय को हिमाचल के भव्य संग्रहालय के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युद्ध स्मारक की साफ सफाई की उचित व्यवस्था की जाएगी इसके साथ ही पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए भी उचित कदम उठाए जाएंगे। उपायुक्त ने युद्ध संग्रहालय से सम्बन्धित शेष बचे कार्यों को समयबद्ध पूरा करने के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये। इस दौरान उपायुक्त ने शहीद स्मारक का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और इसके सौन्दर्यीकरण को लेकर सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये। इससे पहले उपनिदेशक सैनिक कल्याण विभाग कर्नल केएस चाहल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए युद्व संग्रहालय में चल रहे विभिन्न कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की तथा लंबित कार्यों को समयबद्व पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर एडीसी राहुल कुमार, एसडीएम शिल्पी बेक्टा, अधिशाषी अभिंयता लोक निर्माण विभाग सुशील डढ़वाल सहित युद्ध संग्रहालय समिति के गैर सरकारी सदस्य भी उपस्थित थे।
धर्मशाला। कोविड से निपटने के लिए जिला दंडाधिकारी डा निपुण जिंदल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कांगड़ा जिला में सभी बाजारों को रात सात बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं इसमें ढाबों इत्यादि को रात दस बजे तक खुले रखने के आदेश किए गए हैं जबकि मेडिसन की दुकानें 24 घंटे खुली रह सकती हैं। इसके अतिरिक्त कांगड़ा जिला में रविवार को सभी बाजार बंद रखने के भी आदेश जारी किए गए हैं। जिला दंडाधिकारी द्वारा सभी शैक्षणिक संस्थानों, स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग, बहुतकनीकी संस्थानों, आईटीआई, कोचिंग संस्थानों, आवासीय विद्यालयों को 26 जनवरी तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं इसमें कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना के साथ नर्सिंग तथा मेडिकल कालेज खुले रहेंगे। सभी सरकारी कार्यालयों, पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग, स्थानीय निकाय व स्वायत्त संस्थाओं में फाइव डे वीक की व्यवस्था भी लागू की गई है इसके अतिरिक्त कार्यालयों में पचास फीसदी कर्मचारी ही क्रमवार आएंगे जबकि आवश्यक सेवाओं से संबंधित विभागों में यह बंदिशें लागू नहीं होंगी।आदेशा के अनुसार लंगर, धाम, सामूहिक किचन पर पूर्णतय रोक रहेगी। खेल शैक्षणिक मनोरंजन तथा सांस्कृतिक व राजनीतिकक गतिविधियों के लिए इंडोर में पचास फीसदी क्षमता के साथ अधिकतम सौ लोगों की मौजूदगी तथा आउटडोर में क्षमता के पचास फीसदी या अधिकतम तीन सौ लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति रहेगी। इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने के लिए पुलिस अधीक्षक कांगड़ा, सभी उपमंडलाधिकारियों, कार्यकारी दंडाधिकारी, विकास खंड अधिकारी, खंड चिकित्सा अधिकारियों को प्राधिकृत किया गया है, आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करने आदेश भी दिए गए हैं।
जयसिंहपुर उपमंडल के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोसरी के प्रागंण में नेहरू युवा केंद्र धर्मशाला के सौजन्य से कोसरी में खेलकूद प्रतियोगिता का समापन हुआ। जिसमें लंबागांव खंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता सरदार वल्लभभाई पटेल युवक मंडल कोसरी द्वारा 8 जनवरी से 9 जनवरी 2022 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मे आयोजित करवाई गई। इसमें रसाकशी, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, दौड़ के साथ बॉलीबाल प्रतियोगीता भी करवाई गई। इसमें मुख्य अतिथि लंबागांव ब्लॉक के समिति चेयरमैन कुलवंत राणा ने बॉलीबाल विजेता को टीम के साथ अन्य वीजेता प्रतिभागियों को ट्रॉफि दे कर सम्मानित किया। वही सरदार वल्लभ भाई पटेल युवक मंडल के प्रधान विनोद टंडन ने उन प्रतिभागियों को जिन्होंने जीत हासिल की है उन्हें जीत की बधाई और शुभकामनाएं दी।
हिमाचल की राजनीति में इन दिनों काफी गर्माहट है और आरोप-प्रत्यारोप की गति भी तेज़ हो रही है। शाहपुर की बात करें तो कांग्रेसी नेता इन दिनों लगातार वर्तमान विधायक की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे है। बीते दिनों प्रदेश कांग्रेस महासचिव केवल सिंह पठानिया ने शाहपुर की विधायक एवं सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी पर शाहपुर की जनता का अनदेखी का आरोप लगाया है। पठानिया ने कहा कि चार सालों में कोई भी नई परियोजना मंत्री नहीं ला सकी है। कांग्रेस काल में शाहपुर में जो विकास कार्य हुए थे उसके बाद यहाँ कोई नया कार्य नहीं किया गया और ऐसा प्रतीत होता है मानों शाहपुर की जनता से विधायक को कोई लेना देना नहीं है। वे मंत्री है, ऐसे में जनता को उनसे उम्मीदें रही है कि वे विकास के कार्य करवा कर शाहपुर ही तस्वीर बदल दे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। शाहपुर की जनता अब समझ चुकी है कि बीजेपी पार्टी केवल झूठ की राजनीति करती है। पठानिया ने कहा कि विकास कार्यों को लेकर मंत्री श्वेत पत्र जारी करें। चंगर क्षेत्र में आज भी जनता पानी को तरस रही है। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह ने छह करोड़ की सूखा हार की पानी की स्कीम दी, अगर समय रहते इसका काम पूरा हो जाए तो आज चंगर क्षेत्र वासियों को अपनी की क़िल्लत नही होती। शाहपुर क्षेत्र में तीन चार और भी पानी की स्कीमों की स्वीकृति, सड़कों के लिए पैसा, लंज कॉलेज के लिए करोड़ो रुपये की स्वीकृति, शाहपुर के एसडीएम कार्यालय के भवन की स्वीकृति कांग्रेस सरकार ने की थी। कलरू का पुल, मोबा का पुल की सरकार ने कोई सुध नही ली। मेटी, घेरा करेरी सड़क की दशा बहुत ही खराब हो चुकी है। धारकंडी की सड़कों की हालत किसी से छुपी नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता के लिए बरनेट, घेरा सड़क का काम जिलाधीश के निर्देश से करवाया जा रहा था लेकिन स्थानीय विधायक एवं मंत्री के दखल अंदाजी से वो भी बंद करवा दिया गया। भाजपा सरकार की विधायक एव मंत्री से साढ़े चार सालों में इनके कार्य पूरा नही हो पाए है। पठानिया ने कहा कि शाहपुर की जनता मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित है और प्रदेश सरकार अखबारों के माध्यम से जनता को सुख सुविधा देने के बड़े बड़े वायदे कर रही है, लेकिन धरातल पर जनता परेशान दिख रही है।
The Indian Public Schools’ Conference (IPSC) conferred the prestigious Gaur Hari Singhania Lifetime Achievement Award to Capt AJ Singh, Executive Director Pinegrove School Distt Solan HP at the 82nd (IPSC) Principals’ Conclave, held at The Doon School Dehradun on 10th January 2021. The award was conferred in the presence of the Union Minister of Education, Skill Development and Entrepreneurship, Govt of India, Dharmendra Pradhan, online in an exemplary Closing Ceremony of the Conclave. Capt AJ Singh is the Founding Headmaster and Director of Pinegrove School, Director St Soldier’s School Panchkula, was Chairperson of the IPSC, and also a member of the Board of Governors of the CBSE. The award was bestowed on Capt Singh for the fantastic work done in bringing Pinegrove School to a position and place of respect as it can stand today and for his efforts and contributions to the IPSC in particular and in the field of education, in general. Capt AJ Singh was a permanently commissioned officer in the Indian Army and resigned his commission prematurely, to pursue this noble path of Education. He has been on the Executive Committee of the IPSC for about a decade and has worked selflessly in conducting or hosting IPSC/SGFI Tournaments, organizing Conclaves, reframing the IPSC Byelaws, restarting IPSC Teacher Training Seminars and IPSC Student Conclaves. These initiatives are still continuing to date and are growing into becoming a tradition. Capt Singh attributes this award to his mentors, teachers, and IPSC Principals. It was destiny that made him change his course from being an Army Officer and becoming a Principal and has no regrets for the same. It was a special honor for him to receive this award in the presence of the Hon'ble Education Minister of the Govt of India, Shri Dharmendra Pradhan.
हमारे देश में नए साल के आगाज के साथ ही कई त्यौहार आते है। बैसाखी, मकर सक्रांति, पोंगल इसके कई उदाहरण हैं। इसी बीच एक और त्योहार है जो अपने रंग, रुप और कला से भारतीय संस्कृति को कई सालों से समृद्ध करती हुई आ रही है। इस अनोखे फेस्टिवल को ‘लोसर’ कहा जाता है। वैसे तो लोसर तिब्बती न्यू ईयर के रुप में मनाया जाता है और इसका मतलब तिब्ब्ती भाषा में नया साल ही होता है, लेकिन यह त्यौहार भारत के भी कई हिस्सों में मनाया जाता है। भारत के वो इलाके जहां तिब्बती मूल के लोग रहते हैं, वहां इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस विशेष पर्व को मनाने का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक संस्कृति को संजोए रखने के साथ-साथ आपसी भाईचारे और रिश्तों को मजबूत बनाना और नववर्ष का स्वागत करना है। समृद्धि का पर्याय है लोसर लोसर वैसे तो मुख्य रुप से तिब्ब्ती न्यू ईयर का त्यौहार है, लेकिन इस त्यौहार को बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के अलावा देश के कई हिस्सो में रहने वाले भारतीय और तिब्बती लोग भी मनाते हैं।। हिमाचल के कुछ इलाकों में इस त्यौहार का हिन्दु रुपांतरण भी देखने को मिलता है। तीन दिनों के इस त्यौहार में लोग बौद्ध पंचाग के अनुसार अपना घर सजाते हैं। लोसर के पहले दिन सूर्योदय से पहले घर का सबसे बड़ा सदस्य घर की छत पर "दारछोत" यानी झंडा लगाते है। इसके बाद घर के चूल्हे में "शुर्कू" यानी पहाड़ी जड़ी बूटी से निर्मित हवन सामग्री डाला जाता है। इसके बाद सत्तू, घी, रत्न ज्योत के मिश्रण से त्रिकोणीय प्रतिमा बनाया जाता है जिसे ब्रयंगस कहा जाता है और इसे एक बड़े परात में रखा जाता है इसके अलावा आटे से बकरी भेड़ का स्कल्पचर बना कर ब्रयंगस के चारो और इसे रखा जाता है, जिसमें सेब, खुमानी, चिलगोज़ा सहित सभी फसल को रखा जाता है। ब्रयंगस के ऊपर घी का तिलक लगाया जाता है और ड्राई फ्रूट नट्स की माला बना कर प्रतिमा को पहनाया जाता है, इस माला को "दिरमा" कहा जाता है। इसके बाद घर में सबसे कम उम्र की औरत या बेटी इसकी पूजा कर सुख समृद्धि की कामना करती है । इस विधि के दौरान घर के सभी सदस्य का शामिल होना अनिवार्य होता है। लोसर के पहले दिन हॉर्स रेस आकर्षण का केंद्र रहता है। लोसर के दूसरे दिन किसी प्राचीन मैदान या खेत में सुबह से ही नाच गाने का दौर शुरू होता है इस दौरान सभी लोग स्थानीय वेशभूषा में शामिल होते है। लोसर के अंतिम दिन ब्रयंगस खंडित किया जाता है और इसे प्रसाद के रूप में सभी को वितरित किया जाता है। लोसर का इतिहास लोसर की उत्पत्ति बौद्ध-पूर्व काल में तिब्बत में हुई थी। इतिहास पर अगर गौर करें तो लोसर फैस्टिवल की जड़े हमें यहां के पुराने बॉर्न धर्म से जुड़ी हुई मिलती हैं, जिसमें ठंड के दिनों में धूप जलाने का रिवाज हुआ करता था। बताया जाता है कि नौवें तिब्बती राजा, पुड गुंग्याल के शासनकाल के दौरान इसी रिवाज़ को वार्षिक त्यौहार बनाने के लिए इसे एक फसल त्यौहार के साथ मिला दिया गया। बैशाखी, पोंगल आदि की तरह ही लोसर में भी फसल के लिए आभार व्यक्त किया जाता है। लोसार का बाद में तिब्बत में आई बौद्ध परंपरा की ओर झुकाव हो गया। ऐसा माना जाता है कि, पुड गुंग्याल के शासनकाल के दौरान बेल्मा नाम की एक बूढ़ी औरत हुआ करती थी, जो लोगों को चंद्रमा के आधार पर समय की गणना करना सिखाती थी। उस विश्वास के साथ, कुछ स्थानीय लोग लोसर को बाल ग्याल लो के रूप में संदर्भित करते हैं। लोसर को मनाने की तिथि हर साल बदलती है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में होती है लोसर की धूम भारत देश में लोसर का ये पर्व लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में मनाया जाता है। यह त्योहार इन जगहों पर रहने वाली तिब्बती और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए नए साल की शुरूआत है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर, लाहौल, स्पीति और कांगड़ा में इस त्योहार की धूम दिखती है। वहीं अरुणाचल प्रदेश में मोनपा जनजातियों द्वारा तवांग, मेम्बा और मेचुखा घाटी में इसे मनाया जाता है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले योलमो, शेरपा, तमांग, गुरुंग और भूटिया समुदाय भी लोसार के उत्सव में भाग लेते हैं। हिमाचल में ऐसे मनाया जाता है लोसर मेला जिला किन्नौर के ऊपरी क्षेत्र रोपा घाटी में नव वर्ष का लोसर मेला हर वर्ष शकसंवत के पौष माह के पहले दिन से शुरू होता है, जो कई दिनों तक चलता है। ग्रामवासी इस मेले की तैयारी कई दिन पूर्व से ही करते हैं। खास कर भोटी (स्थानीय जनजाति) इस मेले को लेकर खासे उत्सुक रहते है। वे लोग इस दिन एक-दूसरे को मिलते हैं, किन्नौरी सूखे मेवे चिलगोजा, बादाम से बनी माला एक-दूसरे के गले मे पहनाकर नव वर्ष की बधाई लोसमा टाशी (नव वर्ष शुभ हो) कह कर देते हैं। खास बात यह भी है कि इस दिन जो भी घर का सदस्य बाहर रहता हो या घर से बाहर गया हो, उसका घर में आना जरूरी है नहीं तो इसका महत्व नहीं रहता है। नव वर्ष के अवसर पर सभी को नए वस्त्र पहनना अनिवार्य है वह भी किन्नौरी वेशभूषा न कि आधुनिक परिधान। पूह क्षेत्र में लोसर- बौद्ध अनुयायियों नव वर्ष का त्योहार है। दिसंबर के अंत में मनाए जाने वाले इस त्योहार को लामा लोग ही मानते हैं। इसमें गृह देवता के पास दीपक जलाया जाता है, आटे की कई प्रतिमाएँ बनाई जाती हैं। लोग दोपहर के पहले घर से नहीं निकलते। लामा और जोमो अर्थात भिक्षुणी दोनों मेले में नाचते हैं। इस दिन प्रत्येक व्यक्ति की इच्छा होती है कि वह शुभ शकुन देखे। इसलिए लोग उसी व्यक्ति, जानवर व पक्षी को देखने का प्रयास करता है, जिसके साथ शुभ जुड़ा हो। अरुणाचल में दिसंबर से ही शुरू होती है लोसर की तैयारियां अरुणाचल प्रदेश में मोनपा लोग लोसर की तैयारियाँ दिसंबर से ही शुरू कर देते है। जैसे घर की साफ़ -सफाई करवाते है, नए कपड़े खरीदे जाते है, खाने पीने का सामान इकठ्ठा किया जाता है। यहाँ पहले दिन लोग अपने घरवालों के साथ ही इसे मानते है और घर में ही खाते पीते और विभिन्न तरह के खेल खेलते है। दूसरे दिन लोग एक-दूसरे के घर जाते है और नए साल की बधाई देते है और तीसरे दिन प्रार्थना के झंडे लगाए जाते है। ईटानगर के थप्टेन ग्यात्सेलिंग मठ में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। सबसे पहले मठ के बाहर भगवान बुद्ध की प्रतिमा को एक पेड़ के नीचे स्थापित किया जाता है और उसके सामने दिया जलाया जाता है। उसके बाद प्रार्थना झंडों को बाँधा जाता है। इसके बाद नृत्य संगीत का कार्यक्रम होता है। इनका संगीत बहुत ही मधुर होता है और नृत्य की शैली अत्यंत मधुर और मंद सी होती है। नर्तक जो टोपी पहनते है वह याक के बालों से बनाई जाती है और ये मोनपा जनजाति की बहुत ही पारंपरिक टोपी होती है। उत्तराखंड में होली खेल कर मनाया जाता है लोसर उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय इलाको में रहने वाले लोग लोसर मनाकर अपनी परम्पराओं को जीवित रखे हुए हैं। इस प्रांत के डुण्डा ब्लाक में भूटिया जनजाति के लोग तीन दिन तक इस त्योहार की मस्ती में डूबे रहते हैं। सभी बच्चे, बूढ़े और महिला एक दूसरे के साथ होली खेलते हैं, ये लोग गुलाल से होली नहीं खेलते बल्कि एक दूसरे पर रंग की तरह सूखा आटा लगाकर खुशी प्रकट करते हैं। भूटियो के साथ ही तिब्बती भी भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना कर इस त्योहार में भाग लेते हैं। बौद्ध मंदिरों में बड़े बड़े रंगबिरंगे झंडे लगाए जाते हैं और त्योहार की मिठाई बाँटी जाती है। बौद्धनाथ स्तूप में होती है रौनक नेपाल में लोसर बहुत ही अलग तरीके से मनाया जाता है। जो लोग बौद्ध नहीं हैं वे भी अपने बौद्ध मित्रों से इस उत्सव में शामिल होने जाते हैं। मंदिरों और स्तूपों में पारंपरिक नृत्य और गायन चलता रहता है। काठमांडू के बौद्धनाथ स्तूप पूजा के लिये आने वाले परिवारों द्वारा जलाई गई मोमबत्तियों की रोशनी और झंडियाँ से सभी परिवेश को एक रंगीन स्वर्गिक दृश्य में बदल देती हैं। लाल वस्त्र धारण किये हुए हजारों बौद्ध भिक्षुओं की उपस्थिति इस स्तूप भी लोसर उत्सव में अद्भुत बना देती है। लो शोमा टाशी के साथ यह उत्सव पूरा होता है और सब अपने अपने घर लौटते हैं। लो शोमा टाशी का अर्थ है नव वर्ष मंगलमय रहे। इसी प्रकार नेपाल में टाशी या टासी दोनो प्रकार के रूप इस वाक्य में प्रयुक्त होते हैं। लद्दाख में ख़ास फेस्टिवल्स में से एक है लोसर लद्दाख का लोसर फेस्टिवल यहां मनाए जाने वाले खास फेस्टिवल्स में से एक है जिसे दिसंबर महीने में मनाया जाता है। फेस्टिवल में लद्दाखी बौद्धजन घरेलू धार्मिक स्थलों पर या गोम्पा यानी की मोनास्ट्री में अपने देवताओं को धार्मिक चढ़ावा चढ़ाकर खुश करते हैं। इसके अलावा इस महोत्सव में अलग-अलग तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारंपरिक प्रदर्शनी और पुराने रीति-रिवाजों का भी प्रदर्शन किया जाता है। पुरानी परंपरा के अनुसार लदाख में लोग अपने परिवार के सदस्यों की छोक्तेन पर जाते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। इस फेस्टिवल में नृत्य और संगीत की खूबसूरत जुगलबंदी से आम लोग भी आकर्षित होते है। लद्दाख में लोसर के पहले तीन दिन बेहद ख़ास देश के विभिन्न प्रांतों में मनाये जाने वाले लोसर का ये पर्व दस से पंद्रह दिन तक चलता है। इस त्यौहार की शुरूआत घरो और मंदिरों में रोशनी के साथ होती है। चारों ओर रोशनी से देश का हर वो हिस्सा जगमगा उठता है जहां लोसर की धूम रहती है। पुरानी परंपराओं की मानें तो कई जगह इस दिन परिवार के लोग अपने घरों के मृत लोगों के छोक्तेन पर जाते हैं। यूँ तो इस त्यौहार के सभी पंद्रह दिन हर्षोउल्लास के साथ मनाये जाते है, लेकिन लोसर के पहले तीन दिन बेहद ही ख़ास माने जाते है। पहला दिन - इस त्योहार के पहले दिन को पिछले वर्ष की हर तरह की बुराइयों और बुरी आत्माओं को दूर करने के लिए घरों की अच्छी तरह से लोग साफ-सफाई करते हैं। इस दिन को ‘गुटुक’ नाम का एक अनोखा व्यंजन बनाया जाता है। वहीं विशेष आटे के गोले बनाए जाते हैं जिनमें विभिन्न सामग्रियों को भरा जाता है। आटे के गोले को खाते समय जिस व्यक्ति के खाने में जो सामग्री निकलती है वो उस आदमी के चरित्र के विशिष्ट लक्षणों के रुप में देखा जाता है। ऐसा सिर्फ हंसी मजाक के तौर पर लोग आपस में करते हैं। दूसरा दिन - दूसरे दिन लोग स्थानीय ‘मठों’ पर पहुंचते हैं और अपना ट्रिब्यूट देते हैं। मठो पर जाने से पहले बाजारों, सड़कों और गलियों से लोग एक जुलूस निकालते हैं जिसमें वे अपने माथे पर ‘मेथी’ नाम की एक चीज ढ़ोते हैं। इस दौरान लोग ज्वलंत मशालें लेकर नारे लगाते हुए मठों की ओर जाते हैं। कहा जाता है कि, यह जुलूस शहर से बुरी आत्माओं या शक्तियों की विदाई के लिए निकाली जाती है। इस दिन लोग मठो पर दुआ मांगते हैं और अपनी इच्छा अनुसार मठो के भिक्षुओं को उपहार भेंट करते हैं। तीसरा दिन - यह दिन लोसर महोत्सव के मुख्य समारोहों का अंतिम दिन होता है। इस दिन लोग एक री-यूनियन भोज का आयोजन करते है, वो आपस में मिलते हैं और एक खास तरह का केक जिसे काप्स कहते है, उसका सेवन चांग नामक एक मादक पेय का सेवन करते हैं। पारंपरिक नृत्य बनता है आकर्षण का केन्द्र यूँ तो लोसर के त्यौहार में कई प्रकार की पारम्परिक चीज़े लोगो को आकर्षित करती है, लेकिन इस त्योहार का सबसे मुख्य आकर्षण होता हैं पारंपरिक नृत्य, जो लोग इस त्यौहार के दौरान करते हैं। इसमें डांस करने वाले लोग कुछ खास किस्म के रंगीन और चमकीले कपड़े पहनते हैं और अपने चेहरे पर दानव या किसी पशु का मुखौटा पहनते है। यह डांस दुनियाभर के लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनता हैं। लोसर पर खान-पान भी विशिष्ट लोसर पर्व के पहले दिन गांव में घरों की छतों पर बौद्धमंत्रों के साथ बौद्ध झंडे लगाकर सुख-शांति, अमन और नए साल का स्वागत करते हुए लोसर मेले का आगाज किया जाता है। इस दौरान गांव के प्रत्येक घर में बाड़ी दु, ओगला और फाफरे के पारंपरिक व्यंजन बनाए और सब्जियों के साथ परोसे जाते है। इसके बाद ग्रामीण जुटे और तोषिम कार्यक्रम किया जाता है। इस दौरान किन्नौरी नाटी यानी कायंग का दौर चलता है व् तीन दिन इस पर्व की धूम रहती है।